विदेशी कंपनियों को निवेश की अनुमति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 11 अप्रैल 2012

विदेशी कंपनियों को निवेश की अनुमति


वित्त मंत्रालय ने बुधवार को उस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी, जिसमें विदेशी विमानन कंपनियों को घरेलू विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत तक हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति देने की बात है।

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने भारतीय विमानन कंपनियों में विदेशी विमानन कंपनियों को 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति देने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय कैबिनेट में होगा। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में एक कैबिनेट नोट भेज दिया गया है और कैबिनेट इस पर जल्द ही निर्णय कर सकता है। उल्लेखनीय है कि विदेशी निवेशकों को घरेलू विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत तक हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति है, लेकिन विदेशी विमानन कंपनियों को भारतीय विमानन कंपनियों में हिस्सेदारी की अनुमति अभी नहीं है। 

नकदी के संकट से जूझ रही विमानन कंपनियों को विमान ईंधन के बढ़ते मूल्य और जबरदस्त प्रतिस्पर्धा सहित कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। विमानन उद्योग की एक बड़ी मांग मानते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने इस संबंध में कैबिनेट नोट आगे बढ़ा दिया है। किंगफिशर एयरलाइन्स विदेशी विमानन कंपनियों को भारतीय विमानन कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति देने की पुरजोर मांग करती रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: