भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दोनों देशों के बीच स्थित अटारी-वाघा सीमा पर एकिकृत चेक पोस्ट खोला जा रहा है. केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम शुक्रवार को पंजाब में इस चेक पोस्ट का उद्घाटन करेंगे. साथ ही भारत ने पाकिस्तान से विदेशी निवेश को अनुमति देने का भी फैसला लिया है.
खबरों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ये भारत का अपनी तरह का पहला चेक पोस्ट है. एकिकृत चेक पोस्ट में यात्रियों और सामान के लिए समर्पित अलग-अलग टर्मिनल बनाए गए हैं जिससे कागजी कार्यवाहियां फूर्ति से हो और आवाजाही में कम समय लगे.
फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच सामान और यात्रियों की आवाजाही के लिए एक ही रास्ता है जिस वजह से अकसर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. व्यापारियों के मुताबिक भारत-पाकिस्तान सीमा से गुजरने वाले ट्रकों के कई दिनों तक फंसे रह जाने के कारण उनसे भेजे जा रहे सामान भी खराब होते हैं.
अटारी-वाघा चेक पोस्ट पर स्थित ये एकिकृत चेक पोस्ट यानि कि आईसीपी 130 एकड़ में फैला है और इसके निर्माण में 150 करोड़ रूपए का खर्च आया. पाकिस्तान की तरफ वाले वाघा सीमा पर भी ऐसा ही एकिकृत चेक पोस्ट है. भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा आधिकारिक व्यापार करीब 2.7 अरब डॉलर है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस चेक पोस्ट को प्रयोग के लिए खोले जाने से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार में पांच फीसदी की बढ़ोत्तरी होगी.
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा है कि भारत पाकिस्तान से विदेशी निवेश को इजाजत देगा जिससे पड़ोसी देश के निवेशको को भारतीय बाजार में निवेश करने का मौका मिलेगा. शर्मा ने कहा कि इसके लिए जरूरी प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है और इस बारे में जल्द और जानकारी जारी की जाएगी. भारत और पाकिस्तान के बीच बैंकों के शाखाएं को भी खोले जाने को लेकर चर्चा की जा रही है. आनंद शर्मा का कहना है कि रिजर्व बैंक और स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान बैंकों की शाखाएं खोलने पर सहमत है. भारत-पाकिस्तान व्यापार परिषद भी जल्द खोले जाएंगे जिसकी अध्यक्षता दोनों देश मिलकर करेगी.

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