कैंसर का इलाज कराने के बाद देश लौटे क्रिकेटर युवराज सिंह ने कहा कि इस मुश्किल वक्त में मेरी मां ने मुझे ताकत दी। उन्हीं की बदौलत मैं कैसर पर जीत पा सका। उन्होंने कहा कि लांस आर्मस्ट्रॉंग से भी मुझे प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि मैदान पर उतरने में उन्हें कम-से-कम 2 महीने का वक्त लगेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुश्किल जरूर होगा, लेकिन मैं मैदान पर जरूर उतरूंगा। देश के लिए जरूर खेलूंगा।
युवराज ने कहा कि जब पता चला तो विश्वास नहीं हो रहा था कि कैंसर है। ऐसे वक्त में मेरी मां ने मुझे सहारा दिया। वह हर मौके पर मेरे साथ खड़ी रहती थीं। उन्हीं से मिली ताकत का परिणाम है कि मैंने कैंसर को हरा दिया। इसके लिए मैं ईश्वर का भी शुक्रगुजार हूं।
युवराज ने कहा कि वर्ल्ड कप के दौरान मुझे सांस लेने में तकलीफ होती थी। काफी दिक्कतें थीं। फिर भी मैं खेला और देश वर्ल्ड कप जीता। गौरतलब है कि वर्ल्ड कप में अपने हरफनमौला खेल की बदौलत युवराज मैन ऑफ द टूर्नामेंट हुए थे। उन्होंने कहा कि मुझे बीमारी के दौरान बहुत तकलीफ होती थी। लगातार खांसी होती थी। उल्टी भी होती थी। मैं दर्द सहता था, लेकिन किसी को बताता नहीं था। साथ ही उन्होंने इस मौके पर लोगों से अपील की कि अगर शक हो तो तुरंत कैंसर की जांच करानी चाहिए। देरी होने से तकलीफ बढ़ जाती है। उन्होंने कहा अगर मैं कैंसर को हरा सकता हूं, तो कोई भी हरा सकता है।
.jpg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें