ग्लोबल वर्मिंग के प्रति जागरूकता के लिए ”ग्रीन ऑन व्हील“: अम्बुज
विश्व में बढती ग्लोबल वर्मीग के खतरो से आगाह करने की खातिर और इससे होने वाले नफा नुकसान से देषवासियों को अवगत कराने का बीड़ा उठाते हुए चम्पारण के एक सपूत ने छोटी उम्र मंे बड़ा कदम उठाते हुए ”ग्रीन ऑन व्हील“ परियोजना पर कार्य आरम्भ कर दिया है। इसी क्रम में उसने नार्थ-साउथ कॉरिडॉर के श्रीनगर के लाल चौक से कन्याकुमारी के नारकोविल तक की 4000किलोमीटर की यात्रा करते हुए रास्ते के 12 राज्य के लोगो को जागरूक करने का अदम्य साहस किया है । कष्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा में उसके साथ होगी उसकी हिम्मत और जज्बा जिसे समाज के तमाम बुद्धिजीवी सलाम करेगे। नरकटियागंज नामक एक छोटे से कस्बे में 29 मार्च 1994 को जन्में अम्बुज कुमार श्रीवास्तव के पिता सुरेष प्रसाद षिक्षक है और माता गृहणी है ।नरकटियागंज से प्रारम्भिक षिक्षाग्रहण करने वाले अम्बुज ने उच्च विद्यालय नरकटियागंज से माध्यमिक परीक्षा 75 प्रतिषत,सेन्ट करेन्स सेकेण्डरी स्कूल पटना से 68 प्रतिषत और बीएससी प्रथम खण्ड की परीक्षा ए.एन.कॉलेज पटना से 78 प्रतिषत अंको के साथ उतीर्ण किया है। इसके साथ साथ अम्बुज ने स्काउटिंग में प्रारंभिक स्तर से पुरस्कार पाते हुए राष्टपति पुरस्कार प्राप्त किया है। कराटे में फुल कॉन्टेक्ट ग्रीन बेल्ट प्राप्त किया हेै। अम्बुज ने इसके अलावे पर्वतारोहण में भी अच्छा मुकाम प्राप्त किया हेै।उसने पर्वतारोेहण में ए ग्रेड एडवान्स कोर्स ए बी भी आई एम ए एस मनाली से किया हेै।साइकिलिंग में उसने लम्बी दूरी की प्रतियोगिता हिमाचल प्रदेष के सोलांग नाला में 700किलोमीटर की साईकिल चलाई है।उसके बाद पटना से चकिया 130 किलोमीटर और पटना से नरकटियागंज की 255 किलोमीटर की दूरी तय की जा चुकी है । अब उसके हौसले बुलन्द है ओैर वह साइकिल से श्रीनगर से कन्याकुमारी की दूरी तय करने में जुट गया है । फिलहाल वह नार्थ साउथ कॉरीडॉर की यात्रा को सफल बनाने की कवायद में जुटा है और इसके लिए कौन कौन से संदेष किस प्रकार से दियें जाए,इसी उधेड़बुन में लगे अम्बुज कुमार श्रीवास्तव से मुलाकात मेें बताया कि लोगो को ग्लोबल वर्मिग के खतरे और उससे बचाव के लिए जागरूकता पर बल देना है ।अम्बुज के इस जज्बे को समझा टाटा इन्टरनेषनल लिमिेटेड ने, टाटा ने अम्बुज को अपना सर्पोट (समर्थन) दिया हेै।
कातिलाना हमला के आरोपी गिरफ्तारी नहीं आक्रोष,मुखिया को जानमारने की धमकी
मुख्यमंत्री की पहल भी बेकार
प्रखण्ड अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जद यु के अध्यक्ष सह पंचायत राज बरवा बरौली के मुखिया अहसान अली अंसारी पर विगत दिनो हुए कातिलाना हमले के आरोपी नामजदो की गिरफ्तारी नही होने से वे बेखौफ घूम रेहे और मुखिया को जान से मारने की धमकी दे रहे है। इस सम्बन्ध में षिकारपुर थाना काण्ड संख्या294/12दर्ज हेै।मुखिया एहसान अली अंसारी के समर्थकों ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि गाँव में यदा कदा अज्ञात लोगो की पहलकदमी देखी जा रही है,जिससे मुखिया के साथ किसी हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता हेै।प्रखण्ड जद यु अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने एक सप्ताह की मोहलत स्थानीय पुलिस प्रषासन को दिया है और काण्ड संख्या 294/12 के नामजदो की गिरफ्तारी की मांग की है,अन्यथा आन्दोलन की चेतावनी दी है। सनद रहे कि मुखिया पर हमला करने वाले वही लोग नामजद है जो 28 जुलाई 12 को पत्रकार पर हमला करने में नामजद है ,पत्रकार पर हमला प्रकरण में मुख्यमंत्री तक का हस्तक्षेप हो चुका हेै लेकिन नामजद आरोपी आज तक गिरफ्तार नहीं कियें जा सके हेै। मुख्यमंत्री का निर्देष के बावजूद पुलिस प्रषासन के कान पर जूंँ तक रेगता नज़र नहीं आ रहा हेै।प्रखण्ड जद यु अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सचिव इसराफील गद्दी,उपाध्यक्ष एहसान गद्दी,निजा मियां और पंचायत अध्यक्ष भसुरारी सरफूद्दीन अंसारी,राजपुर तुमकड़िया के नत्थू मियाँ ने चेताया हेै कि बेखौफ घूमते नामजदो की गिरफ्तारी यदि पुलिस प्रषासन नही करती है और मुख्य मंत्री की अवहेलना करता है तो गंभीर अपराध होगा।
रेलकर्मियो की मनमानी के विरूद्ध रेलमंत्री व महाप्रबंधक को पत्र
षहर के आर्य समाज मंदिर रोड निवासी राजेन्द्र प्रसाद ने रेल मंत्री को प्रेषित पत्र में कहा है कि विगत दिनो रेलवे बुकिंग काउन्टर पर जब वे अपनी पत्नी के साथ टिकट लेने जा रहे थे तो इसी दौरान टीटीई के.डि.एन.प्रसाद और सुधीर मिश्रा ने दोनो को पकड़ लिया और पत्नी के साथ गलत षब्दो का प्रयोग किया विरोध करने पर दोनो को पकड़ कर रेलवे प्लेटफार्म पर ले जाने लगे इसी क्रम में षहर के मुन्ना कुमार ने बीच बचाव किया और उन दोनो कर्मियों ने पत्नी केा मुक्त कर दिया । उसके बाद षाम को मुझसे दण्ड वसूल कर मुक्त किया गया । इसके पूर्व उनके जेब से 1160 रूपयें निकाल लियें गयें । श्री प्रसाद ने रेलमंत्री को प्रेषित पत्र की प्रतिलिपि महाप्रबंधक पूर्वमध्य रेलवे हाजीपुर ,डीसीएम.समस्तीपुर ,डीआरएम समस्तीपुर को भेजी हेै। बुद्धिजीवियो ने रेलकर्मियों की इस कार्रवाई की तीखी निन्दा की है ओैर कहा है कि टिकट खिड़की के पास सभी बेेटिकट ही होते हेै ,चुनान्चे वहाँ से की गयी गिरफ्तारी ही गलत हेै। यात्रियों को बेवजह प्रताड़ित कियें जाने के मामले में लोगो का आक्रोष बढता जा रहा हेै । यदि रेलकर्मियो ने अपने कार्यकलाप में सुधार नहीं किया तो जैसे हालात बन पड़ें हेै उससे किसी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है ।ं
(अवधेश कुमार शर्मा)

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