पति की कमाई से हिस्सा लेने के लिए गृहणियों को अब मिन्नतें नहीं करनी होगी, बल्कि जल्द ही यह उनका कानूनी हक होगा। सरकार इसके लिए एक प्रस्ताव पर विचार कर रही है। हर पति को अब अपनी तनख्वाह का एक खास हिस्सा उन पत्नियों को देना होगा, जो घर पर रहती हैं और घरेलू कामों को अंजाम देती हैं। गृहणियों के सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महिला एवं बाल कल्याण इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कृष्णा तीरथ ने कहा कि हमनें इस विषय पर सर्वे कराया है और इस प्रस्ताव पर और सलाह मशविरा लेने की हमारी योजना है, जब भी हम गृहणियों से पूछते हैं कि वे क्या करती हैं तो उनमें से ज्यादातर का जवाब होता है कि वे कुछ नहीं करतीं। इसलिए हमने महसूस किया एक ऐसे तंत्र के विकास की जरूरत है जो परिवार के लिए किए गए उनके काम की कीमत का हिसाब किताब कर सके। उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ इस विचार को सामने लाए। 17 - 18 सितंबर को विभिन्न प्रदेशों के मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में इस पर विचार विमर्श किया जाएगा ।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें