बिहार में ग्रामीण विकास विभाग ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के 34 कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी है, वहीं 879 मनरेगा कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में 34 कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है, जबकि 43 कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसके अलावे कर्तव्यहीनता को लेकर 879 मनरेगा कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मिश्रा ने बताया कि बिहार में 1512 ग्राम पंचायतों की जांच कराई गई थी, जिसके बाद उक्त कारवाई कर गई है। इस दौरान 4.89 लाख रुपये वसूले गए। जांच का उद्देश्य मनरेगा योजना को पूरी तरह पारदर्शी बनाना है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी जिला अधिकारियों को एक सितम्बर को ही पंचायतों में मनरेगा की जांच करवाने के निर्देश दिए गए थे।
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