बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अधिकार यात्रा के दौरान पूर्व विधायक के कथित आतंक के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने गुरुवार को खगड़िया बंद रखा। वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सुबह से ही खगड़िया शहर को बंद कराने निकल गए। खगड़िया के सभी दुकान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद देखे गए जबकि सरकारी कार्यालयों में अन्य दिनों की तुलना में उपस्थिति कम रही।
वामपंथी दल के नेताओं ने पूर्व विधायक रणवीर यादव के खिलाफ अधिकार यात्रा के दौरान एक पुलिसकर्मी से कार्बाइन लेकर गोली चलाने और भीड़ पर डंडे बरसाने पर मामला दर्ज करने की मांग की। भाकपा के नेताओं ने खगड़िया बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि इस बंद की सफलता से यह सिद्घ होता है कि लोग नीतीश की अधिकार यात्रा के खिलाफ हैं। इधर, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बंद को लेकर शहर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 200 बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 27 सितम्बर को मुख्यमंत्री अपने अधिकार यात्रा के दौरान खगड़िया पहुंचे जहां संविदा के आधार पर नियोजित शिक्षकों के समर्थन में कई लोगों ने हंगामा मचाया था। इसके बाद पुलिस और शिक्षक आमने-सामने आ गए थे। इस दौरान विधायक पूनम देवी के पति रणवीर यादव पर गोलीबारी करने और लोगों को डंडे से पीटने का आरोप है।
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