बिहार में कैदियों का मेहनताना दस गुणा बढ़ा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 6 अक्टूबर 2012

बिहार में कैदियों का मेहनताना दस गुणा बढ़ा.


राज्य में कैदियों का मेहनताना दस गुणा बढ़ा दिया गया है। साथ ही जेलों में लिए जाने वाले कार्य की श्रेणियां नए सिरे से तय की गई हैं। जेलों में एम्बुलेंस व अन्य वाहनों के लिए 50 चालकों की तैनाती होगी। बक्सर  खुला जेल समेत राज्य के विभिन्न जेलों में स्थाई व कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मियों की नियुक्ति होगी। शुक्रवार को कैबिनेट ने कैदियों के पारिश्रमिक और कारा प्रशासन को बेहतर बनाने के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। कैबिनेट ने किसानों को 1 अप्रैल, 2011 से 31 मार्च, 2012 के बीच फसल कर्ज और केसीसी पर 1 प्रतिशत ब्याज अनुदान और बिहार पंचायत (उपविधि व विनियम निर्माण प्रक्रिया) नियमावली 2012 को मंजूरी दे दी। 

योजना एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव विजय प्रकाश ने बताया कि कार्य के हिसाब से कैदियों को अकुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रेणी में बांटा गया है। अकुशल कैदी के चार घंटे काम करने पर 40 रुपये और आठ घंटे काम करने पर प्रतिदिन 80 रुपये दिए जाएंगे। अर्धकुशल और कुशल श्रेणी के कैदी को प्रतिदिन 87 रुपये और 121 रुपये पारिश्रमिक दिया जाएगा। फिलहाल कठिन श्रम, मध्यम श्रम और हल्के श्रम के लिए क्रमश: 12 रुपये, 10 और 8 रुपये का भुगतान होता है।

जेलों में एम्बुलेंस व अन्य वाहनों के चालकों पर सालाना 72 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा मोतिहारी और पूर्णिया सेन्ट्रल जेल, शवहिर मंडल कारा और बेनीपट्टी उपकारा में विभिन्न श्रेणी के कर्मियों की तैनाती होगी। गृह (कारा) विभाग में 20 सहायक और 5 प्रशाखा पदाधिकारी का पद सृजन किया गया है। कैबिनेट के अन्य फैसले- स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन में कॉन्ट्रैक्ट पर 228 कर्मियों की तैनाती- 210 प्रखंडों में 242 करोड़ की लागत से ई-किसान भवन का निर्माण निजी उत्पादक तैयार करेंगे गन्ना के उत्तम श्रेणी। 

राज्य में निजी उत्पादकों के माध्यम से गन्ना की उत्तम श्रेणी के प्रमाणित बीज का उत्पादन कराया जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रति क्विंटल 50 रुपये अनुदान मिलेगा। शुक्रवार को कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। बीज का वितरण चीनी मिल द्वारा किया जाएगा। किसानों द्वारा गन्ना बीज की खरीद और परवहिन अनुदान के रूप में प्रति क्विंटल 125 रुपये की दर से स्रेत पर अनुदान देय होगा। बीज अनुदान उन्हीं किसानों को मिलेगा जो श्री पद्धति, रिंग पिट और ट्रेंच विधि से गन्ना की बुआई करेंगे। अनुदानित दर पर बीज लेने वाले किसान को ही जैविक उर्वरक, वर्मी कम्पोस्ट और बायो कम्पोस्ट उपलब्ध कराया जाएगा।

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