अवर निबंधन कर्मियांे का एक दिवसीय हड़ताल
स्थानीय शहर स्थित शिकारपुर अवर निबंधन कार्यालय में कार्यरत कर्मियांे ने एक दिवसीय हड़ताल किया। उनकी मांगों में उनके साथ किये जा रहे भेदभावपूर्ण रवैये से छुटकारा दिलाना मुख्य है। जिला के कुल 17 कर्मियों ने आज सोमवार को निबंधन कार्यालय का कामकाज ठप्प कर दिया। हड़ताल में शामिल कर्मियों ने बताया कि बिहार सरकार निबंधन महानिरीक्षक के पत्रांक 6055 दिनांक 28 नवम्बर 2012 के लिपिको के स्थानान्तरण को रद्द करने, प्रमण्डल स्तर पर प्राप्त उनके अभ्यावेदनों के आधार पर पदस्थापन, सभी कर्मियों को ए.सी.सी का लाभ देने, कनीय व वरीय कोटि के पद पर चिन्हित किया जाए। निम्नवर्ग से उच्च वर्ग में प्रोन्न्ति, प्रधान लिपिक, आदेशपाल, पदों की स्थापना कर कार्यालय अधीक्षक के वेतनमान में सुधार व दफ्तरी पद का सृजन किया जाए। सहायक निबंधन महानिरीक्षक के पत्रांक 599 दिनांक 29 जनवरी 2013 के अनुसार निम्नवर्गीय लिपिक के रिक्त पदों पर बिहार सेवा चयन परिषद द्वारा बहाली प्रक्रिया को स्थगीत कर निबंधन कार्यालयों में कार्यरत बाईस्कोर संबंधीत आॅपरेटरों को नियमित करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया। दिनेश कुमार दास, नवीन मिश्र,मनोज श्रीवास्तव, पी.कुमार समेत जिला के 17 कर्मी हडताल पर रहे।
जैविक खेती लाभकारी, मलमूत्र का करे सदुपयोग: डी. एम.
अनुमण्डल के गौनाहा प्रखण्ड अन्तर्गत रूपवलिया पंचायत के पूर्व टोला सामुदायिक स्थल पर आयोजित कार्यशाला में मल और मूत्र का जैविक खाद के रूप में उपयोग विषय पर विचार विमर्श सम्पन्न हुआ, जिस कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी श्रीधर चिरूवेलू ने कहा कि मत्र हारवेस्टिंग के द्वारा किसान रासायनिक खाद से छुटकारा पा सकते है और जैविक खाद का स्वयं उत्पादन कर अधिकाधिक उपज प्राप्त कर सकते है। सरकार किसानों की उत्पादकता और लाभकारी खेती के लिए कई कदम उठा रही है। सरकारी सहयोग से रूपवलिया में 26 किसानों ने प्रायोगिक खेती किया, जिससे उन्हे 50 प्रतिशत अािधक लाभ प्राप्त हुआ है। प्रखण्ड द्वारा वाटर एक्शन, मेघ पइन अभियान के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण और निःशुल्क परिवहन सुविधा मुहैया करायी गयी है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि लहसून, टमाटर और बन्द गोबी की खेती में मूत्र आधारित जैविक खाद का उपयोग करने से टमाटर की साइज में 1.5 गुणा वृद्धि, लहसून के पौधे में 1.5 गुणा वृद्धि, और बंद गोभी की फसल के साईज में दोगुणा वृद्धि देखने को मिली हैं। हमारे किसान रासायनिक खाद से अलग इस मानवीय जैविक खाद का उपयोग कर 100 प्रतिशत वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकते है। उन्होने हरेराम महतो और विनोद कुमार महतो की भूरि-भूरि प्रशंसा की, गौर तलब है कि गौनाहा प्रखण्ड का यह क्षेत्र बर्मी शरणार्थियों का क्षेत्र है। कार्यक्रम के उपरान्त जिला पदाधिकारी ने कहा कि यहाँ से पूरे राज्य को संदेश जाएगा। उन्होंने पूरे क्षेत्र को स्वयं घूम कर देखा और धरातल पर हुए काम से काफी संतुष्ट नजर आये। इकोनोमिक फार्मिंग कार्यक्रम में मुखिया पूनम देवी, प्रमुख कसीना खातून, उपप्रमुख गायत्री यादव एसडीओ महमूद आलम,बीडीओ मोहम्मद हस्जाम, सीओं पूर्णेन्दु वर्मा शंकर शंभू,चिंतन राज ,जितंेन्द्र कुमार सिंह,विनय कुमार, टीआइएस काॅलेज मुम्बई की प्रियंका,कार्तिक ओर कविता के अलावे अन्य अधिकारी मौजूद रहें।
परीक्षा के दौरान तीन छात्राएँ बीमार
नरकटियागंज के 8 आठ परीक्षा केन्द्रों पर मैट्रिक की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से पाँचवें दिन सम्पन्न हुई। इस बावत अनुमण्डल पदाधिकारी महमूद आलम ने बताया कि सभी केन्द्रों पर दो दण्डाधिकारी और पर्याप्त पुलिसबल तैनात किया गया है। सूत्र बताते है कि दो परीक्षा केन्द्र पर तीन छात्राओं के परीक्षा के दौरान बीमार होने की खबर मिली है। इससे जुड़ी खबर पर उच्च विद्यालय परीक्षा केन्द्र के सिद्धिक अहमद ने बताया कि लक्ष्मीपुर मर्जदवा की छात्रा स्नेहा कुमारी रौल नम्बर 111 गंभीर रूप से बिमार हो गयी, जिसके इलाज के लिए सरकारी अस्पताल को खबर किया गया परन्तु वहाँ से कोई कार्रवाई नहीं होने पर केन्द्राधीक्ष नृपेन्द्र कुमार तिवारी ने अपनी निजी सवारी से उसे सरकारी अस्पताल भिजवाया, जहाँ से उसे प्राथमिक उपचार के उपरान्त फिर से परीक्षा में शामिल कराया गया। दूसरी ओर मतिसरा कुँवर बालिका उच्चविद्यालय परीक्षा केन्द्र पर राजा राम हाई स्कूल साठी से आई परीक्षार्थी शबाना खातून रौल नम्बर 045 और गुडि़या कुमारी रौल नम्बर 015 की हालत भी अचानक बिगड़ गयी, जिसकी सूचना एसडीएम महमूद आलम द्वारा दिये जाने पर केन््रद्राधीक्षक कृष्ण कुमार पाठक की निगरानी में डाॅ. आफताब आलम खाँ ने की, प्राथमिक चिकित्सा के उपरान्त बीमार छात्राओं ने अपनी परीक्षा दिया। डाॅ. खाँ के मुताबिक सभी छा़त्राओं ने समय पर भोजन नहीं किया और जिससे गैस व कमजोरी के कारण ऐसे हालात उत्पन्न हुए। डाॅक्टर ने सभी छात्राओें से कहा कि समय से भोजन कर परीक्षा केन्द्र पहुंचे।
थाना पहुँच प्रेमी युगल ने सुरक्षा की लगायी गुहार
शिकारपुर थाना क्षेत्र से तीन माह पूर्व फरार प्रेमी युगल ने आखिरकार सोमवार को उपस्थित होकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी है। मिली जानकारी के अनुसार पुरैनिया ब्लाॅक रोड निवासी आशिक धर्मेन्द्र राम 22 वर्ष पिता अयोध्या राम और माशूक ललिता कुमारी 19 वर्ष पिता बिकाउ चैधरी बरवा बरौली के पोखरिया निवासी दिसम्बर 2012 में एकदूसरे के लिए अपने घर द्वार को छोड़ चल दिया। तीन माह तक दोनो पंजाब व हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर खाक छानते रहे। गौरतलब है कि धर्मेन्द्र राम चालक है और वह हल्के वाहनों को चलाकर रोजी रोटी चलाता है। धर्मेन्द्र ने पुलिस को बताया कि वह ललिता के लिए पूरी दुनिया से अलग दूनिया बसा सकता हूं। ललिता के मुताबिक वह अब नई दुनिया बसाने जा रही है, जहाँ कोई दखल नहीं दे। सनद रहे कि इस तरह की घटनाएँ अब समाज में आम हो गयी है, जिसका कोई रिकाॅर्ड पुलिस के पास नहीं है, जाहिर है कि ग्रामीण पुलिस अपने बुनियादी दायित्व का निर्वहन नहीं कर पा रही है। सीमावर्ती क्षेत्र मंे गाँव के लड़के लड़की का गायब होना और पुलिस के संचिका मंे इसका कोई उल्लेख का नहीं होना काफी अहमीयत रखता है। किस गाँव मंे कौन आया गया और कौन लापता है, पुलिस को कोई जानकारी नहीं हैं। इससे स्पष्ट है कि भारत नेपाल की सीमा पर स्थित इलाकों में आतंकी आसानी से पनाह लेकर राष्ट्रविरोधी गतिविधियांे को संचालित कर सकते है। अब देखना यह कि धर्मेन्द्र और ललिता प्रकरण मंे पुलिस की भूमिका क्या होगी।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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