देहरादून, 14 मार्च। कांग्रेस सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा दी गयी नसीहतों के बावजूद भी संभव नहीं हो पा रहा है। कंाग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गांधी से मुख्यमंत्राी विजय बहुगुणा की कार्यशैली पर उठाये गये सवालों से वह खासे नाराज है। अब उनका यह कहना कि संगठन के लोगों को जरूरत पड़ने पर दायित्व दिये जायेंगे और इसका निर्णय हाईकमान द्वारा किया जायेंगा।
राहुल गांधी के दौरे के बाद संभावना जताई जा रही थी कि कांग्रेस में एकजुटता बढ़ेगी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच चले आ रहे मतभेद कम होंगे। लेकिन उनके दौरे का कांग्रेस नेताओं पर विपरीत प्रभाव पड़ा है असल में राहुल गांधी के सामने कांग्रेसी नेताओं ने अपनी-अपनी बीडा का खुलकर बखान किया है, जो न मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और न ही प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य अच्छा नहीं लगा। अब संगठन को और अधिक हल्के में मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ले रहे है। जहंा तक दायित्वों को बंटवारे की बात है, को लेकर अब वह पूरी तरह बेपरवाह दिखायी दे रहे है। जिसके कारण संगठन के कार्यकर्ताओं को अब दायित्व दिये जाने की उम्मीद नहीं दिखायी दे रही है। मुख्यमंत्री ने वित्तीय विवशता और हाईकमान के हस्तक्षेप की आड़ में अब इसे लटकाये रखने का मन बना लिया है वहीं वह अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के पोर्टपोलियो बदलने की बात भी कह रहे है। इस बदलाव में उनके द्वारा यह संकेत दिये जा रहे है कि उससे यह साफ है कि वह अपने मंत्रिमंडल के कुछ सहयोगियों के पर कतरने की तैयारी भी कर रहे है।
(राजेन्द्र जोशी)
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