अब पत्रकारों के लिए संघर्ष करूंगा: प्रवीण श्रीवास्तव - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 3 अप्रैल 2013

अब पत्रकारों के लिए संघर्ष करूंगा: प्रवीण श्रीवास्तव


छतरपुर। जिले के नौंगांव से संचालित गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गंगेले ने मुझे भोपाल संभाग का अध्यक्ष बनाकर यहां की जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका ईमानदारी से निर्वाह करूंगा। अब मैं पत्रकारों के लिए भी संघर्ष करूंगा। जिस भरोसे के साथ मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है उस भरोसे को कायम रखने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। बहुत जल्द भोपाल संभाग में ऐसे ही जुझारू साथियों को जोड़ूंगा और समाज के लिए समर्पित पत्रकारों की टीम तैयार करूंगा जो गणेश शंकर विद्यार्थी की मानिंद समाज को अपना सर्वस्व देने के लिए तत्पर रहते हों। यह कहना है भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण श्रीवास्तव का। उन्होंने कहा है कि पत्रकारों के जीवन में झांकने का प्रयास कोई नहीं करता। पत्रकारिता कैसे की जाती है? इसके पीछे कितना संघर्ष करना होता है। यह आम आदमी नहीं जानता। इस बात को भी उजागर कर समाज के सामने रखना होगा ताकि पत्रकारों की छवि और साफ नजर आए। श्री श्रीवास्तव ने संतोष गंगेले के प्रति आभार भी व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है प्रवीण श्रीवास्तव अब कवि भी बन गए हैं। उन्होंने कवि के रूप में मंचों पर जाने की शुरूआत छतरपुर में ही वर्ष 2012 में धनतेरस पर नगर पालिका द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन से की थी। फिर दस जनवरी को नौगांव के कवि सम्मेलन में भी शिरकत की थी। वह कहते हैं कि पत्रकारिता मेरी पूजा है, विश्वास है, पर झूठ की ताकत बढऩे लगी, जब सत्य की अभिव्यक्ति की जरूरत बढऩे लगी तब मेरी लेखनी कविताएं भी गढऩे लगी।

प्रदेश अध्यक्ष -संतोष गंगेले ने अपने विचार रखते हुए कहा कि  भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी -गणेश शंकर विधार्थी प्रेस क्लब के संरक्षक श्री पवन देवलिया जी एवं भोपाल संभाग के अध्यक्ष श्री प्रवीण श्रीवास्तव जी जिनके वारे में कुछ कहना कम होगा .     मुझे कुछ ज्ञान नहीं है . लेकिन महापुरुषों की जीवनी से प्रेरणा मिली . मानव जीवन का सार्थक प्रयाश पहिला हम स्वंम सक्षम हो .नियम -संयम का पालन हो. परिवार .समाज की जुम्मेदारी का निर्बाहन करेन. कर्मयोगी के रास्ते मानव सेव. देश सेवा करे. भारतीय संस्कृति व संस्कार बचाने  के लिए ही काम किया जाना चाहिए ... आप जैसे कवि ,साहित्कार,पत्रकार . समाजसेवी की खोज करने का सपना लेकर ही मैदान में आ गया . आप का साथ .महापुरुष का साथ है. ...

कोई टिप्पणी नहीं: