भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त मार्कंडेय काटजू ने प्रतिष्ठित लोगों के साथ मिलकर जेलों में अन्यायपूर्ण तरीके से बंद कैदियों का मुद्दा उठाने के लिए एक संगठन बनाया है।
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने यहां एक बयान में कहा कि जेल में इस तरह से बंद कई लोग अल्पसंख्यक समुदाय के हैं और उन्हें केवल संदेह के आधार पर आरोपी बनाया गया है।
काटजू ने कहा कि जब कभी भी बम विस्फोट होता है या अन्य तरह की आतंकवादी घटना होती है तो पुलिस अक्सर असली अपराधियों को पकड़ने में नाकाम रहती है और अक्सर केवल संदेह के आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय के युवकों को फंसाती है। उन्होंने कहा कि उनकी अध्यक्षता वाले एक समूह ने द कोर्ट आफ लास्ट रिसोर्ट नाम का संगठन बनाने का फैसला किया है जिसमें वकील मजीद मेमन, फिल्म निर्माता महेश भट्ट और अन्य शामिल हैं।
.jpg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें