पाकिस्तान द्वारा रिहा किए गए 45 भारतीय मछुआरे शनिवार को वाघा सीमा पारकर भारत पहुंच गए। उन्हें सीमा पार करने के लिए इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने आपात यात्रा प्रमाणपत्र जारी किया था।
वाघा सीमा पर अधिकारियों ने बताया कि इन मछुआरों को गुजरात सीमा से मछली पकड़ने के लिए निकलने के बाद गलती से पाकिस्तान की जल सीमा में प्रवेश के कारण पाकिस्तानी तटरक्षक ने गिरफ्तार किया था। उन्हें कराची की लांदी जेल में रखा गया था। एक मछुआरे ने बताया, भारतीय मछुआरों के साथ पाकिस्तान में काफी र्दुव्यवहार किया गया। हमें शौचालय साफ करने के लिए मजबूर किया गया। इन मछुआरों की नौकाओं को पाकिस्तानी अधिकारियों ने नहीं लौटाया जो उनकी जीविका का मुख्य साधन है।
सात मई को पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मीर हजार खान ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान 51 भारतीय मछुआरों को उनकी जेल की सजा पूरी होने पर रिहा करेगा। बाद में यह संख्या 49 कर दी गयी और अंतत: 45 कैदियों को रिहा किया गया। भारत एवं पाकिस्तान गलती से एक दूसरे की जल सीमा में पहुंच जाने वाले मछुआरों को पकड़ लेते हैं। इस समय पाकिस्तानी जेलों में 482 भारतीय कैदी हैं जबकि भारतीय जेलों में 496 पाकिस्तानी बंद हैं।
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