नक्सलियों के बढ़ते हमलों पर अंकुश लगाने के लिए नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की 5 जून को बैठक होगी। अगले सप्ताह आंतरिक सुरक्षा पर गृह मंत्रालय ने बैठक बुलाई है और इसी मौके पर अगल से नौ मुख्यमंत्रियों की विशेष बैठक आयोजित होगी। छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल नक्सल समस्या पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और अन्य वरिष्ठï सुरक्षा अधिकारियों से विमर्श करेंगे।
माना जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ व्यापक अभियान छेडऩे के लिए केंद्र मुख्यमंत्रियों से अनुमति मांगेगा। सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष बल जैसे कोब्रा और आंध प्रदेश की ग्रेहाउंड्स अभियान चलाएंगे। सूत्रों ने कहा कि पिछले सप्ताह नक्सलियों ने बड़ा हमला जरूर किया था लेकिन महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों में उनकी हालत खस्ता थी।
इन क्षेत्रों में सुरक्षा बल नक्सलियों से लोहा लेने के लिए एक दूसरे के साथ समन्वय कर रहे थे। एक सूत्र ने कहा, 'नक्सलियों की एक राज्य से दूसरे राज्यों की सीमाओं में आवाजाही होती रहती है। छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा के नक्सल प्रभावित इलाकों में संचार सुविधाएं उतनी अच्छी नहीं है। हम आपसी ताल-मेल के साथ राज्य और केंद्रीय बलों के साथ अभियान तेज करेंगे।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से निपटने के लिए केंद्रीय अद्र्धसैनिक बल राज्य पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई करेगी। आज दोपहर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फै सला किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने की और इसमें मंत्रायल, केंद्रीय और राज्य बलों के कई वरिष्ठï अधिकारियों ने शिरकत की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी इस बैठक में मौजूद थे। बैठक के बाद शिंदे ने कहा, 'नक्सली समस्या से निपटने के लिए हमने केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों का संयुक्त अभियान चलाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि यह संयुक्त अभियान छत्तीसगढ़ तक ही सीमित रहेगा, क्योंकि हाल में राज्य नक्सली समस्या से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। शिंदे ने कहा कि इस अभियान का खुलासा नहीं किया जा सकता। शनिवार को नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला किया था, जिसमें राज्य कांग्रेस नेताओं सहित 27 लोग मारे गए थे।
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