रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने सोमवार को इस बात का खंडन किया कि छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में सेना की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि नक्सलियों से निपटने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल को और मजबूत करना होगा। एंटनी ने तंजावुर में संवाददाताओं से यह बात कही। उन्होंने यहां एक नए वायुसेना केंद्र का उद्घाटन किया।
छत्तीसगढ़ में शनिवार को कांग्रेस नेताओं के काफिले पर नक्सलियों के हमले की पृष्ठभूमि में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में सेना की तैनाती की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का वास्तविक समाधान यही है कि नक्सलियों से मुकाबले के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बल को मजबूत किया जाए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों की भावनाओं को समझते हुए श्रीलंकाई सशस्त्र बलों को इस राज्य में प्रशिक्षण नहीं दिया जाएगा। नए वायुसेना केंद्र के संदर्भ में एंटनी ने कहा कि यह केंद्र खासकर सामान्य एवं दक्षिणी कमान में भारतीय वायुसेना की रक्षा क्षमताएं बढ़ाएगा।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से दक्षिणी प्रायद्वीप के विभिन्न संवेदनशील इलाकों तथा रणनीतिक, औद्योगिक और हवाईक्षेत्र को आर्थिक दृष्टि से संपन्न किया जाएगा ताकि यह केंद्र इस क्षेत्र को सुरक्षा मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा कि तंजावुर में लड़ाकू विमानों की तैनाती केवल भारतीय हितों की रक्षा के लिए नहीं की गई है बल्कि इससे हम पड़ोसियों को भी सुरक्षा का अहसास करा सकेंगे।

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