वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने शुक्रवार को कहा कि घरेलू उत्पादन कम रहने और विषम आर्थिक स्थिति के कारण सरकार गैस की कीमत लगभग दो गुना करने करने के लिए मजबूर हुई है। चिदम्बरम ने संवाददाता सम्मेलन में यहां कहा, "घरेलू उत्पादन कम रहने के कारण एलएनजी का आयात बढ़ रहा है। हमें अधिक गैस का उत्पादन करना होगा।" प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने गुरुवार को पिछले तीन सालों में पहली बार गैस मूल्य बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
चिदम्बरम ने कहा कि घरेलू उत्पादन घटने और खपत बढ़ने के कारण तेल आयात पर खर्च बर्दाश्त से बाहर जा रहा है। मंत्री ने घरेलू गैस उत्पादन बढ़ाने के लिए निवेश आकर्षित करने के अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गैस की ऊंची कीमत से इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, "ऊंची कीमत से इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा और यह मानने का कोई तुक नहीं है कि कीमत हमेशा बढ़ेगी ही।" चिदम्बरम ने लगे हाथ यह भी कहा कि सरकार ने निजी क्षेत्र के दबाव में फैसला नहीं लिया है। उन्होंने कहा, "हम पर कोई दबाव नहीं बना रहा है। हम अधिक गैस उत्पादन करने की आर्थिक सच्चाई के दबाव में हैं।"

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