शिंदे ने सुपौल में एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र की बुनियाद रखी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 26 जून 2013

शिंदे ने सुपौल में एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र की बुनियाद रखी

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंगलवार को सुपौल जिले के आसनपुर कुपहा में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) प्रशिक्षण केंद्र और 552 किलोमीटर लंबी सीमा सुरक्षा सड़क की आधारशिला रखी। इस मौके पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि सीमा सुरक्षा सड़क का निर्माण नेपाल की सीमा से सटे सभी राज्यों में कराया जाना है। उन्होंने बिहार सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने जल्द ही इस मामले में पहल की, जिससे सबसे पहले यहां बनने वाली सड़क की स्वीकृति मिली।  उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 1656 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। यह निर्माण कार्य 2016 तक पूरा कर लिया जाएगा। 

शिंदे ने बताया कि एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र के लिए राज्य सरकार द्वारा 110 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया गया है। देश में इस तरह का यह चौथा प्रशिक्षण केंद्र है। वर्ष 2014 तक यह प्रशिक्षण केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा तथा प्रतिवर्ष इस केंद्र में 1500 जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लोगों को संबोधित किया।  इससे पहले, शिंदे ने पटना पहुंचने पर पत्रकारों से कहा कि जातिवादी और धर्मवादी देश को नहीं चला सकते। उन्होंने कहा कि जब धर्मनिरपेक्षता की बात होती है तो कई राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे की मदद करते हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की। शिंदे ने कहा, "नीतीश अच्छे इंसान हैं। उनके साथ मेरे रिश्ते पहले से ही अच्छे रहे हैं।" 

जनता दल (युनाइटेड) और कांग्रेस के गठबंधन से संबंधित प्रश्न पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जब धर्मनिरपेक्ष और सर्वधर्म समभाव की बात होती है तो एक-दूसरे की मदद करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष नीति से ही देश चलाया जा सकता है। देश में जातिवादी और धर्मवादी नीति से देश नहीं चलाया जा सकता। उत्तराखंड में लगातार अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों द्वारा दौरा करने संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि सभी अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों से प्रभावित इलाकों में नहीं जाने का निवेदन किया गया था। उन्होंने कहा, "गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित मैं भी हवाई सर्वेक्षण कर वापस आ गया।" 

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ऐसी कठिन परिस्थितियों में अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों के पहुंचने के बाद पुलिस उनकी सुरक्षा में जुट जाती है, जिससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। 

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