भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि आपातकाल के दौरान सरकार के खिलाफ खड़े होने में नाकाम रहकर उच्चतम न्यायालय ने हर किसी को निराश किया था.
आडवाणी ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर की पुस्तक ‘इमरजेंसी रिटोल्ड’ के विमोचन के मौके पर कहा कि यह कहना अनुचित होगा कि पूरी न्यायपालिका आपातकाल के समय विफल हुई थी, बल्कि यह उच्चतम न्यायालय था जिसने वास्तव में सभी को निराश किया था.
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय तत्कालीन प्रधानमंत्री के समक्ष झुक गया क्योंकि कई न्यायाधीशों को निलंबित कर दिया गया था.
आडवाणी उन नेताओं में से हैं जिन्हें आपातकाल के दौरान गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. उन्होंने कहा कि आपातकाल हटाए जाने के बाद संपन्न चुनावों में इंदिरा गांधी की पराजय इस बात की सबसे बड़ी गारंटी थी कि देश में लोकतंत्र जीवित रहेगा. ‘इससे भी बड़ी बात यह कि कोई भी सरकार फिर से आपातकाल लागू करने का साहस नहीं करेगी.’
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