टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर ( 26 जून) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 26 जून 2013

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर ( 26 जून)

राहत राशि एक सप्ताह में पीढि़त के खाते में पहुँचाये: कलेक्टर डाॅ. खाडे
  • जिला स्तरीय सतर्कता एवं मूल्यांकन, समिति की बैठक संपन्न


टीकमगढ़, 26 जून 2013 । कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के व्यक्तियों पर अत्याचार के प्रकरणों में राहत राशि पीढि़त के खाते में एक सप्ताह के अंदर पहुँचायें । उन्होंने कहा साथ ही इस कार्य में थाना प्रभारी स्वयं पहल कर पीढि़त को राहत राशि उपलब्ध करायें । उन्होंने कहा पीढि़तों के प्रति विशेष संवेदनशीलता से कार्य करें। श्री खाडे ने मंगलवार शाम जिला स्तरीय सतर्कता एवं मूल्यांकन समिति की बैठक में ये निर्देश दिये । श्री खाडे ने निर्देशित किया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पीढि़तों को राहत शीघ्र मिले यह सभी संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें । उन्होंने निर्देशित किया कि इस संबंध में प्रकरणों के निराकरण की गति बढ़ायें । आपने कहा एक माह से अधिक अवधि के प्रकरण लंबित न रहें । उन्होंने कहा इस संबंध में दोषी व्यक्तियों को बक्शा नहीं जायेगा । डाॅ. खाडे ने कहा कि जिला चिकित्सालय सहित सभी शासकीय अस्पतालों में पीढि़त व्यक्तियों को चिकित्सा, वाहन एवं अन्य जरूरी सुविधायें तुरंत उपलब्ध हों यह सुनिश्चित किया जाये । उन्होंने कहा इन प्रकरणों में विशेष संवेदनशीलता से कार्य करें । डाॅ. खाडे ने कहा कि प्रकरणों के निराकरण की गति बढ़े तथा पीढि़तों को शीघ्र न्याय मिले इस हेतु प्रतिमाह इसकी समीक्षा की जायेगी । उन्होंने कहा कि प्रतिमाह प्रथम मंगलवार को शाम को यह बैठक होगी जिसमें सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहेंगे । आपने कहा किसी भी विभाग से प्रभारी अधिकारी मान्य नहीं होंगे । उन्होंने कहा इसमें प्रत्येक प्रकरण पर विस्तृत समीक्षा होगी । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ए.के गुप्ता, ई.ई.पी.एच.ई. श्री महेन्द्र सिंह, आर.ई.एस.श्री जे.पी. रोहित, डी.एस.पी. अजाक, श्री आर.पी. अहिरवार, संबंधित अधिकारी तथा अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे ।

आज की औसत वर्षा

टीकमगढ़, 26 जून 2013 । अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिले की औसत वर्षा 0.3 मि.मी. दर्ज की गयी है । प्राप्त जानकारी के अनुसार आज वर्षामापी केन्द्र टीकमगढ़ में 0 मि.मी., बल्देवगढ़ में 0 मि.मी., जतारा में 0 मि.मी., पलेरा में 0 मि.मी., निवाड़ी में 0 मि.मी., पृथ्वीपुर में 0 तथा ओरछा में 2 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है । इसी प्रकार एक जून 13 से आज तक जिले में 94.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है जिसमें वर्षामापी केन्द्र टीकमगढ़ में 126 मि.मी., बल्देवगढ़ में 48 मि.मी., जतारा में 55 मि.मी., पलेरा में 122 मि.मी., निवाड़ी में 213.6 मि.मी., पृथ्वीपुर में 40 मि.मी. तथा ओरछा में 60 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। 

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना

टीकमगढ़, 26 जून 2013 । जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया है कि शिक्षित बेरोजगार युवक एवं युवतियों के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत वर्ष 2013-14 के लिए 36 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसकी पूर्ति हेतु शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र हेतु आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं। योजना के नियमानुसार टीकमगढ़ नगर एवं निवाड़ी नगर को शहरी क्षेत्र माना गया है। अतः स्वयं का उद्योग/सेवा इकाई स्थापित करने के इच्छुक व्यक्ति जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, टीकमगढ़ से संपर्क कर योजना का लाभ लेने हेतु आवेदन कर सकते हैं। योजनान्तर्गत उद्योग लगाने हेतु 25 लाख रूपये एवं सेवा इकाई हेतु 10 लाख रूपये की ऋण राशि स्वीकृत कराई जाती हैं । जिसमें 15 प्रतिशत से 35 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है। 

उत्तराखंड में अतिवृष्टि से मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता घोषित

टीकमगढ़, 26 जून 2013 । कलेक्टर डाॅ. खाडे ने बताया है कि राज्य शासन ने उत्तराखंड में अतिवृष्टि से मृत व्यक्तियों के निकटतम वारिसों को आर्थिक सहायता घोषित की है । उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में जून 2013 और उसके बाद हुई अतिवृष्टि से उत्पन्न आपदा में म0प्र0 के मृतकों के निकटतम वारिसों को 2 लाख रूपये प्रति मृतक के मान से सहायता राशि दी जायेगी। आपने बताया कि ऐसे मामलों में यथास्थिति, राजस्व पुस्तक परिपत्र खंड-छः क्रमांक-4 में विहित प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए कार्रवाई की जायेगी । डाॅ. खाडे ने बताया कि जिनके परिजन उत्तराखंड में इस घटना के शिकार हुए है वे राहत शाखा  में या जनसेवा केंद्र में जानकारी दर्ज करा सकते हंै । साथ ही जनसेवा केंद्र के दूरभाष क्रमांक 07683-242242 पर भी संपर्क कर जानकारी दर्ज करा सकते हैं । उन्होंने बताया कि इस घटना में मृतकों की पहचान हेतु गांव-गांव से जानकारी एकत्र की जा रही है । 

मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना में संशोधन 

टीकमगढ़, 26 जून 2013 । संशोधन के अनुसार 50 हजार तक की परियोजना के लिये पाँचवी कक्षा तथा 50 हजार से अधिक की परियोजना के लिये न्यूनतम दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक हैं। वेदक किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक का चूककर्ता/अशोधि नहीं होना चहियें । इस संबंध में नोटरी द्वारा सत्यापित शपथ-पत्र प्रस्तुत करना होगा। रूपये 50 हजार से 5 लाख तक की परियोजना वाले आवेदन-पत्र के साथ कोटेशन एवं विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन संलग्न करने की बाध्यता नहीं होगी । जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र/जनपद पंचायत द्वारा योजना में प्राप्त आवेदन-पत्र टास्क-फोर्स समिति के समक्ष प्रस्तुत किये जायेगी । महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र की अध्यक्षता वाली इस समिति में जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक, तीन प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंक के जिला समन्वयक प्रतिनिधि, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम संस्थान/सेडमेप का प्रतिनिधि, परियोजना अधिकारी, जिला रोजगार अधिकारी, आईटीआई/पाॅलीटेक्निल के प्रतिनिधि तथा संबंधित जनपद पंचायत के प्रमुख कार्यपालन अधिकारी सदस्य होंगे । प्रबंधक (स्व-रोजगार) जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र समिति के सदस्य सचिव होंगे।  

उच्च शिक्षा ऋण के संबंध में कलेक्टरों को निर्देश 

टीकमगढ़, 26 जून 2013 । राज्य शासन ने उच्च शिक्षा ऋण के संबंध में कलेक्टरों को निर्देश जारी किये हैं। आयुक्त, संस्थागत वित्त आशीष उपाध्याय ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा कि शासन के ध्यान में यह बात आयी है कि एक निर्धारित संख्या के बाद उच्च शिक्षा ऋ़ण के आवेदनों पर विचार करने में बैंक रूचि नहीं ले रहे हैं। उपाध्याय ने कलेक्टरों से कहा है कि जिलों को दिये गये लक्ष्य न्यूनतम हैं। लिहाजा, बैंक को सलाह दी जाए कि वे उन्हें प्राप्त होने वाले आवेदनों में से सभी पात्र आवेदकों को शिक्षा ऋण स्वीकृत करें। साथ ही बैंकों को सलाह देने को कहा गया है कि वे शिक्षा ऋण के लिए उच्च शिक्षा ऋण आवेदन के लिए म0प्र0 सरकार द्वारा विकसित ’’आॅनलाइन हायर एजुकेशन लोन’’ एप्लीकेशन माॅनीटरिंग सिस्टम का प्रयोग करें।

कोई टिप्पणी नहीं: