तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) सुप्रीमो जे. जयललिता ने अर्थव्यवस्था के कुछ और क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दिये जाने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले पर कड़ा रुख अपनाते हुए आज कहा कि ऐसे फैसलों से डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत में आ रही गिरावट को नहीं थामा जा सकता है, बल्कि देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी हो सकती हैं।
जयललिता ने कहा कि रुपये की गिरती कीमत की समस्या से निपटने के लिए किये जाने वाले ऐसे उपायों से रुपये पर दबाव ही बनेगा। उन्होंने कहा कि लगातार कमजोर होते रुपये से न केवल देश की साख को बट्टा लग रहा है, बल्कि दुनिया के सामने अर्थव्यवस्था की भी खराब छवि बन नही है। इससे न केवल मुद्रास्फीति की दर बढ रही है, बल्कि देश में आम आदमी का जीवन और दुश्वार होता जा रहा है। लोग पहले ही आये दिन बढती पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की कीमतों से हलकान हैं।
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