लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सरकार से जानना चाहा कि जब संसद का मॉनसून सत्र इसी महीने शुरू होना है तो सरकार ने खाद्य सुरक्षा विधेयक पर अध्यादेश क्यों पारित किया है। उन्होंने कहा कि कहीं यह कदम जल्दी चुनाव कराने का संकेत तो नहीं है।
सुषमा ने कहा मॉनसून सत्र जुलाई में ही शुरू होना है और सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक के लिए अध्यादेश की सिफारिश की है। यह संसद की अवमानना का जानबूझकर किया गया प्रयास है। भाजपा कहती रही है कि वह खाद्य सुरक्षा पर विधेयक के पक्ष में है लेकिन विधेयक के मसौदे से उसे कुछ आपत्तियां हैं। भाजपा ने कुछ संशोधनों के साथ विधेयक का समर्थन करने की बात कही है।
सुषमा स्वराज ने पहले कहा था कि इस तरह के महत्वपूर्ण और दूरगामी परिणाम वाले विधेयक पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और सरकार को इसके लिए अध्यादेश का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। उन्होंने आज कहा कि इतनी जल्दी क्यों क्या वे जल्दी चुनाव तो नहीं कराने वाले है। सुषमा ने खाद्य सुरक्षा विधेयक पर चर्चा के लिए संसद के मॉनसून सत्र को समय से पहले बुलाने का भी सुझाव दिया।
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