बिहार लोक सेवा आयोग एवं बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा शुल्क वृद्धि को आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन(एआईएसएफ) ने छात्र विरोधी एवं बेरोजगार नौजवानों के साथ क्रूर मजाक करने वाला करार दिया है। राज्य मंत्रिपरिषद ने शुल्क वृद्धि करते हुए राज्य की असली जनता के हालत को दरकिनार कर फैसला लिया है। यह आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों के लिए जले पर नमक छिड़कने जैसा होगा। विगत दिनों बी.पी.एस.सी एवं बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों को हाइकोर्ट एवं सुप्रीमकोर्ट का चक्कर लगाना पड़ा था। ए.आई.एस.एफ. के नेतृत्व में छात्रों ने हाइकोर्ट एवं सुप्रीमकोर्ट में याचिका दायर की थी। विगत दिनों कोर्ट में मामला फसने के कारण बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने में विफल सरकार ने बेरोजगारों के उपर कहर ढ़ाहने का कार्य करते हुए परीक्षा शुल्क वृद्धि करने का फरमान जारी किया है।
ए.आई.एस.एफ ने तत्काल दोनों की परीक्षाओं मंे हुई शुल्क वृद्धि की वापसी की माँग करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दी है।

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