शहरी क्षेत्र में बिजली नहीं, विभाग जिम्मेदार
नरकटियागंज, नरकटियागंज शहर के लोगो का सौभाग्य है या दुर्भाग्य कि ग्रामीण व शहरी फीडर अलग नहीं किया जा रहा है। नगर के प्रबुद्ध व्यक्ति पहवारी प्रसाद, गोरख विद्यार्थी, मुकेश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता,म.मिस्टर, रमेश तिवारी व अन्य ने बताया कि वैध उपभोक्ता यहाँ पस्त है जबकि अवैध उपभोक्ता मस्त है। बिजली विभाग के अधिकारी के कान खड़े नही हो रहे है, उन्हें बस तनख्वाह से मतलब है। जहाँ बिजली का तार नहीं वहाँ लोगों का बिजली का बिल पहंुचाया जा रहा है। महिनो ट्रान्सफर्मर जले रहंे परन्तु लोगों के पास पूरे बिल मिले और लोगों ने जमा भी किया। बिल विपत्र में सुधार के लिए आवेदन दर आवेदन लोगों ने दिया। सभी आवेदन कहाँ गये पता नहीं लेकिन किसी का बिल नहीं सुधरा, किसी ने कानून की बात की उसे सबक सिखाने की धमकी मिली। सबसे मजेदार बात यह कि शहर व ग्रामीण फीडर अलग करने की बात पर कोई ध्यान नहीं देता। शहर का फीडर अलग करने के बाद उसपर गं्रामीण फीडर का लोड दिया जा रहा है जैसी शहर में चर्चा है। यदि शहर में व्याप्त चर्चा पर गौर करे तो शहरी क्षेत्र की बिजली ग्रामीण क्षेत्र की बिजली से महंगी है। तो शहरी क्षेत्र के नाम पर आवंटित बिजली यदि ग्रामीण क्षेत्र को आपूर्ति दी जा रहीं है तो निश्चित ही अतिरिक्त राजस्व का बोझ शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता पर जाएगा। इस लिए समाजिक कार्यकर्ता गोरख विद्यार्थी और विद्युत उपभोक्ता संघ के प्रदीप गुप्ता ने कहा कि विभाग वैध उपभोक्ताओं के हितों का ख्याल रखे तथा शहरी क्षेत्र की बिजली, ग्रामीण क्षेत्र में नहीं दी जाए। शहर के लोगो ने आवाज उठाया है कि विभाग बताये कि रेलवे के दक्षिण में बिजली की आपूर्ति लगातार क्यों है जबकि रेलवे के उत्तर बिजली क्यो नहीं दी जाती ?
पत्रकार ब्रजकिशोर अश्क निर्भीक योद्धा, शोक सभा
नरकटियागंज, शहर के उच्च विद्यालय में पूर्ववर्ती छात्र व वरीय पत्रकार ब्रजकिशोर अश्क की असामयिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमंे पूर्वप्रधान अध्यापक अवधेश तिवारी ने उन्हे समाज की मुखर आवाज की संज्ञा दी। मधुसूदन चतुर्वेदी, देवेन्द्र कुमार गुप्ता ने स्व.अश्क को नगर का गौरव बताते हुए कहा कि उनकी मृत्यु नगर के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक सभा में श्रीकान्त पाण्डेय, बीके राय, अर्चना वर्मा, विजय राम, विजय राज, अमरनाथ शरण, राकेश रंजन, मो. मनीर, डाॅ. अरविन्द तिवारी ने उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उधर स्थानीय पत्रकारों ने स्व.अश्क की मृत्यु पर उनके परिजनों को परमात्मा अदम्य साहस व धैर्य दें इसकी प्रार्थना की। पत्रकार अवधेश कुमार शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता जगत ने एक सितारा खो दिया, लेकिन पत्रकारों को सम्भलने की आवश्यकता है, ब्रजकिशोर अश्क की मृत्यु के उपरान्त स्थानीय छोटे बड़े लोग तो पहँंुचे, अलबत्ता कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। उधर-इक्का दुक्का जनप्रतिनिधि को छोड़, नगर के जनप्रतिनिधि तक उनके अंतीम संस्कार में नहीं पहुंचे। यह सब एक विचारणीय मामला है, श्री शर्मा ने कहा कि बन्द कमरे में बैठकर लोग एक प्रेस विज्ञप्ति बना देते है। पत्रकार समाज के दोधारी तलवार पर चलकर समाज को एक दिशा देने का काम करता है। मरने के बाद उसके अंतीम संस्कार में शामिल होने के लिए प्रबुद्धजनों को समय नहीं मिलता तो आम जनता के लिए वे (माननीय व माननीया) कितना और कौन सा कल्याणकारी काम करेंगे यह ध्यानदेने योग्य है। शोक व्यक्त करने वाले संवाददाताओ में राजेन्द्र यादव, कमलेश्वर पाठक, विपिन समदर्शी, अवधेश कुमार शर्मा, सुजीत कुमार, दिलीप कुमार, संजय शास्त्री, प्रभात मिश्र, मनोज पी यादव, चन्द्रमोहन यादव, राजेश कुमार, राॅकी सिंह, अर्जुन कुमार भारतीय, सतीश पाण्डेय, दीपनारायण शर्मा, फजलुर्रहमान, आशुतोष बाजपेयी, विपुल कुमार, जहाँगीर आलम, शकील अहमद व अन्य है।
नारायणी प्रेस क्लब की शोकसभा
बगहा, नारायण्ी प्रेस क्लब बगहा ने वरीय पत्रकार ब्रजकिशोर अश्क के निधन पर एक शोक सभा का आयोजन कर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वरिष्ठ पत्रकार तीर्थ राज कुशवाहा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें स्व.अश्क को कलम का सिपाही बताया गया तथा कहा गया कि वे आजीवन समाचार संकलन से जुड़े रहे। शोक सभा में तीर्थराज कुशवाहा के अलावे इजरायल अंसारी, नीरज कुमार, सुशील मिश्र, प्रो.अरविन्द्र नाथ तिवारी, महावीर अग्रवाल, दिनेश मिश्र, कमलेश ठाकुर ,मुरारी तिवारी, सौरभ कुमार, चन्द्रप्रकाश आर्य, तुफानी चैधरी एवं ठाकुर संजय कुमार द्विवेदी शामिल हुए।
थारूओ के विकास के लिए सरकार कृतसंकल्पित: डीएम
- थारू युवाओ को दे प्रशिक्षण व प्रमाणपत्र
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) अनुमण्डल के गौनाहा में थरूहट विकास अभिकरण के तत्वावधान में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बेतिया जिला पुलिस कप्तान सुनिल कुमार नायक मेघावत व जिला पदाधिकारी श्रीधर चिरीबेलू शामिल हुए। नौरंगीया में पुलिस की गोली से आधा दर्जन से ज्यादा थारूओ के मारे जाने के बाद, नाराज थारूओं को मनाने की खातिर सरकार ने जिला प्रशासन को आवश्क निर्देश दिये है। जिसके कारण नौरंगीया और अन्य थारू बहुल इलाके में थारू विकास अभिकरण के तहत कार्यक्रम का आयोजन कर उनके दिल जीतने का निरर्थक प्रयास सरकार द्वारा जारी हैं। इसी क्रम में थारू नेताओं व गुमस्ताओ को एक रात पूर्व टेलिफोन व मोबाइल पर सूचना देकर ऐसा आयोजन किया गया। इस बाबत थारूओ के युवा नेता ई. शैलेन्द्र गढवाल ने कहा कि सरकार थारूओ का छलना बन्द करे। जनसम्पर्क विभाग द्वारा इस तरह की कोई सूचना मुफसिल संवाददाताओ को भी नहीं दी गयीं। थारू विकास अभिकरण द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी ने कहा कि थारू युवाओ को प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र शीघ्र दिये जाए ताकि उन्हे रोजगार मुहैया कराया जा सके और उनको पर्याप्त मजदूरी दी जा सके। समाज की मुख्यधारा से थारू अलग नहीें हो इसके लिए सरकार पूर्णतः प्रयास जारी रखे हुए है। सरकारी मिशनरी थरूहट विकास अभिकरण के द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित है।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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