सरकार ने किया संसद के मॉनसून सत्र को छह सितंबर तक बढ़ाने का फैसला. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 26 अगस्त 2013

सरकार ने किया संसद के मॉनसून सत्र को छह सितंबर तक बढ़ाने का फैसला.

हंगामे के चलते कार्यवाही बाधित होने के कारण बेकार हुए समय की भरपाई के लिए सरकार ने सोमवार को संसद के मॉनसून सत्र की अवधि छह सितंबर तक बढ़ाने का फैसला किया. सरकार को उम्मीद है कि बढ़ाई गई अवधि में खाद्य सुरक्षा, आर्थिक सुधार और भूमि अधिग्रहण जैसे कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराया जा सकेगा. 
    
संसदीय मामलों संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति ने सोमवार को संसद भवन में हुई एक बैठक में सत्र की अवधि छह सितंबर तक बढ़ाने का फैसला किया. संसद का मॉनसून सत्र पांच अगस्त से शुरू हुआ था और यह 31 अगस्त तक चलना है. आंध्र प्रदेश के तेदेपा और कुछ कांग्रेस सदस्यों के विरोध प्रदर्शन के चलते सदन की कार्यवाही 24 अगस्त तक बाधित होने के कारण लोकसभा में एक तरह से कोई कामकाज नहीं हो सका था और इसी के चलते सरकार ने अवधि बढ़ाने का फैसला किया. 
    
कार्यवाही बाधित करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने 23 अगस्त को आंध्र प्रदेश से तेदेपा के चार और कांग्रेस के आठ सदस्यों को पांच दिन के लिए लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने से निलंबित कर दिया था. बीते शनिवार को लोकसभा में तीन विधेयक पारित किए गए और महत्वपूर्ण खाद्य सुरक्षा विधेयक को सोमवार को चर्चा के लिए लिया गया है.
    
सरकार को बढ़ायी गयी अवधि में पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण विधेयक 2011, भूमि अधिग्रहण विधेयक तथा अन्य विधेयकों के पारित होने की उम्मीद है. संप्रग सरकार को अभी भी बीमा विधेयक पर मुख्य विपक्षी दल भाजपा के रजामंद होने की आशा है. सरकार के एजेंडे में न्यायिक नियुक्तियां आयोग विधेयक और नागर विमानन संबंधी दो विधेयक भी हैं. राज्यसभा में आमतौर पर सामान्य तरीके से कामकाज हुआ और इस सत्र में ऊपरी सदन में कई लंबित विधेयकों को पारित किया गया.

कोई टिप्पणी नहीं: