बिहार में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राज्य में मुख्य समारोह पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया गया जहां राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार की पहचान व्यापार के लिए नहीं बल्कि ज्ञान के लिए है। उन्होंने राष्ट्रीय पर्व पर नियोजित शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने की भी घोषणा की। झंडोत्तोलन के बाद मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार ने लड़कियों की शिक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी के तहत सरकार ने बिहार में सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से 10 तक पढ़ने वाली सभी लड़कियों को छात्रवृति देने का निर्णय लिया है।
उन्होंने घोषणा की कि राज्य में नियोजित शिक्षकों के मानदेय में प्रतिमाह 3,000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यह बढ़ोतरी सितंबर महीने से लागू की जाएगी। उन्होंने राज्य में तीन महासेतु निर्माण की घोषणा भी की। नीतीश ने अपने संबोधन में कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर किसी को सांप्रदायिक सद्भाव, सामाजिक समरसता के साथ समावेशी विकास के संकल्प लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक रूप से हम जरूर आजाद हो गए हैं, परंतु आज भी सामाजिक और आर्थिक रूप से हम आजाद नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में हाल के दिनों में सामाजिक समरसता बिगाड़ने की कोशिश की गई है, लेकिन ऐसा करने वाले लोग कामयाब नहीं होंगे। पुलिस अपना काम कर रही है। नीतीश ने कहा कि राज्य में अनावृष्टि के कारण कई इलाकों में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सरकार इस पर पूरी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए कई कदम उठाए गए हैं और अगर जरूरत पड़ी तो राज्य के कुछ क्षेत्रों को सुखाड़ क्षेत्र भी घोषित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार महिला सशक्तिकरण पर आगे बढ़ रहा है, जबकि अल्पसंख्यकों और पिछड़े लोगों के विकास के लिए भी कई कार्य किए गए हैं। जनता की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सरकार ने संकल्प लिया है। उन्होंने पिछले दिनों भारत-पाकिस्तान सीमा पर शहीद हुए बिहार के चार सैनिकों को याद करते हुए उन्हें बिहार का गौरव बताया।
झंडोत्तोलन के पूर्व मुख्यमंत्री ने परेड का निरीक्षण किया। परेड का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक शीला ईरानी ने किया। इस मौके पर राज्य के कई मंत्री, वरिष्ठ अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने पटना के कारगिल चौक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके आलावा राज्य के विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में, राजनीतिक पार्टी के कार्यालयों में भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और समारोह आयोजित किए गए।

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