प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि देश 1991 जैसे भुगतान संकट की तरफ नहीं बढ़ रहा है, जब आयात बिल का भुगतान करने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा था। प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा, "यह मानने का कोई कारण नहीं है कि हम फिर पीछे की तरफ बढ़ रहे हैं और हमारे सामने 1991 जैसी स्थिति आने वाली है।" मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत के पास अभी करीब 280 अरब डॉलर विदेशी पूंजी भंडार है, जिससे सात महीने तक आयात का खर्च उठाया जा सकता है।
1991 में देश के पास तीन अरब डॉलर का विदेशी पूंजी भंडार रह गया था, जिससे सिर्फ तीन सप्ताह के आयात का खर्च उठाया जा सकता था और देश को आयात बिल का भुगतान करने के लिए सोना गिरवी रखने को बाध्य होना पड़ा था। प्रधानमंत्री ने कहा, "हम उस स्तर पर नहीं हैं और उस स्तर की ओर नहीं बढ़ रहे हैं।"

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