उत्तराखंड की विस्तृत खबर (13 अगस्त) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 13 अगस्त 2013

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (13 अगस्त)


युद्धवीर सिंह रावत हत्याकाण्ड का मुद्दा सदन में उठाया जाएगा: तीरथ

  • कृषि मंत्री नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा: भट्ट
tirath singh rawat
देहरादून, 13 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत व नेता प्रतिपक्ष अजय भटट ने कहा कि कृषि मंत्री के पूर्व पीआरओ युद्धवीर सिंह रावत की हत्या की सीबीआई से जांच कराये जाने के लिए सरकार पर दवाब बनाया जायेगा और इसके लिए प्रदेश सरकार के पूरे राज्य में पुतले फूंके जायेंगे। उन्होंने कृषि मंत्री हरक सिंह रावत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है।
मंगलवार को यहां भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के पूर्व पीआरओ युद्धवीर सिंह रावत की हत्या के पीछे एक बडी साजिश है और इसमें सफेदपोश नेता व अन्य के शामिल होने की संभावना है और सरकार के दवाब में इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है जिसे भाजपा कतई सहन नहीं करेगी और इसके लिए आंदोलन चलाया जायेगा तथा कल से राज्य भर में सरकार के पुतले फूंके जायेंगे। उनका कहना है कि इस मामले की सीबीआई से जांच कराये जाने की जरूरत है और सरकार को सदन से लेकर सड़क तक घेरा जायेगा, आगामी सत्र में इस मामले को सदन में पुरजोर तरीके से उठाया जायेगा। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री को नैतिकता के आधार पर स्वयं ही इस्तीफा दे देना चाहिए, नहीं तो उनके बर्खास्तगी की मांग की जायेगी, क्योंकि मरने वाला व मारने वाला दोनों ही मंत्री के खास रहे है और जो महिला पकड़ी गई है, वहीं इस हत्याकांड में शामिल नहीं है, इसमें कई औरों के शामिल होने की संभावना है और सरकार को इस मामले को सीबीआई के हवाले कर देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मेडिकल विभाग में लेन देन चल रहा है और इसकी भी जांच की जानी चाहिए। उनका कहना है कि इस हत्याकांड के मामले में सरकार की लगातार घेराबंदी की जायेगी और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जायेगा। इसके लिए आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली गई है। वार्ता में
प्रकाश सुमन ध्यानी आदि मौजूद थे।



अब हाथियों के लिए खरीदे गए चारे में घोटाला

देहरादून, 13 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। राजाजी नेशनल पार्क चीला में चार हाथियों के लिए खरीदे गए चारे में घोटाले का मामला सामने आया है। पीपुल फॉर एनिमल की सदस्य सचिव गौरी मौलुखी ने आरोप लगाया है कि हाथियों के चारे को बाजार मूल्य से दोगुने दामों पर खरीदा जा रहा है तथा समस्त क्रय कृषक एग्रो प्रोडक्ट अजमल खान रोड़ देहरादून नाम की दुकान से किया जा रहा है, जहां राशन बिकता ही नहीं तथा जो उपकरणों की दुकान है। उन्होंने कहा कि यह भी सुनने में आया है कि पार्क के निदेशक निजी जान पहचान के कारण वन विभाग में इस्तेमाल किए जा रहे कुछ उपकरण भी इसी विक्रेता से खरीदते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में विभाग ने छहः लाख रूपये से अधिक का राशन फुटकर मूल्य पर बाजार से खरीदा। उन्होंने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में खरीद फरोख्त की जाने पर भी अनाज हेतु कोई टेण्डर नहीं निकाला गया, हर बिल पर विक्रेता द्वारा पांच प्रतिशत वैट लागाया गया, जबकि खरीदी गई सामग्री पर वैट लागू नहीं होता, अनाज विक्रेता का ट्रैड टैक्स पंजीकरण भी नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी कौन सी मजबूरी पार्क के अधिकारियों के समक्ष आ गई कि उनको अनाज उपकरण विक्रेता से खरीदना पड़ा। उन्होंने प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड को पत्र लिखकर बताया कि इससे पूर्व जब ज्वालापुर, हरिद्वार के मैसर्स सचिन टेªडर्स से राशन खरीदा गया, जब भी बिलों के भुगतान में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई थी। उत्तराखण्ड राज्य में गुड, आटा और नमक कर मुक्त है, लेकिन बिलों के भुगतान में इन वस्तुओं पर पांच प्रतिशत वैट लगाकर हाथियों के आहार में हेराफेरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक अत्यंत चिंताजनक प्रवृति राजाजी नैशनल पार्क में उत्पन्न होती प्रतीत हो रही है, किसी भी प्रकार की अनियमितता, भूल-चूक, घोटाले, भ्रष्टाचार, लापरवाही, अपराध का सम्पूर्ण दारोमदार पार्क निदेशक द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों पर डालकर स्वंय का पल्ला झाड़ लिया जा रहा है यक एक गंभीर और प्रत्यावर्ती प्रवृति है। पार्क में हो रही अच्छी-बुरी, छोटी एवं बड़ी सभी घटनाओं के लिए सिर्फ और सिर्फ निदेशक ही जिम्मेदार है अन्यथा यह मान लिया जाना चाहिए कि वे अपना कार्यभार संभालने में अथवा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की गतिविधियों पर काबू रखने में असमक्षम सिद्ध हुए हैं। उन्होंने प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड से अनुरोध करते हुए कहा कि इस प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए अपराधि अधिकारियों के विरूद्ध वाद दायर किया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि आखिर आथियों के लिए अनाज खरीदा भी जा रहा है या नहीं। यदि अनाज की कमी अथवा ऐसी गड़बड़ी की वजह से किसी हाथी के स्वास्थ्य को हानि पहुंचती है, तो वाद धारा-9 वन्यजीव संरक्षक अधिनियम 1972 दायर की जाए। 



आपदा पीड़ितों की सुध न लिए जाने पर भूख हड़ताल

मुनस्यारी/देहरादून, 13 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले मुनस्यारी के 237 आपदा पीड़ित लगातार एस0डी0एम0 कार्यालय पर सात घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे। आपदा पीड़ितो ने दो माह बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा सुध नही लिए जाने पर आक्रोष व्यक्त किया। एस0डी0एम0 अनिल षुक्ला ने भूख हडताल स्थल पर आकर मुख्य मन्त्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन लिया और भूख हडताल समाप्त करने की अपील की। आपदा पीड़ितों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर तहसील प्रषसन ने आपदा पीडितों की समस्याओं का समाधान नही किया तो उग्र आन्दोलन होगा। क्षेत्रीय विधायक पर आपदा पीड़ितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया गया। किसान महासभा के आहवाहन पर तहसील मुनस्यारी के आपदा पीड़ित भारी संख्या में षिषु मन्दिर के निकट जमा हुए, उसके बाद नगर में विषाल जलूस निकाल कर एस0डी0एम0 कार्यालय के आगे जोरदार प्रदर्षन किया गया। सामुहिम रुप से षुरु हुआ भूख हडताल 7 घंटे तक चला इस बीच हुइ सभा में भाकपा माले के जिला सचिव जगत मर्तोलिया ने कहा कि धारचुला और मुनस्यारी का सरकारी महकमा क्षेत्रीय विधायक का गुलाम बनचुकी है दोनो तहसीलों के उपजिलाधिकारी बिना विधायक से पूछे कोइ कार्य नही कर रहे है उनहोने कहा कि विधायक यह बताये कि क्या उनहोने एस0डी0एम0 को प्रभावितो के बीच नही जाने को कहा है। उनहोने कहा कि कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के चलते दोनो तहसीलों के आपदा प्रभावितों को अभी तक टैन्ट, राषन जैसी सामग्री नही मिल पाई है। उनहोने कहा कि पुनर्वास कानून बनाने के लिए दोनो तहसीलों के प्रभावित एक साथ मिलकर संघर्ष करेंगे तभी जाकर सरकार पुनर्वास के लिए मजबूर होगी। उनहोने कहा कि भदेली तथा मदकोट में आपदा गोरी नदी में अवैध रुप से रेता बजरी के खनन से आई है इसका पहला मुजरिम क्षेत्रय विधायक हरीष धामी है जो विधायक बनने से पूर्व स्वयं खनन करते थे और अब खनन मफिया के संरक्षक के बतोंर कार्य कर रहें है। इस मौके पर हुइ सभा में किसान महासभा के ब्लाक अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह बृजवाल ने कहा कि कइ प्रभावितों को राषन तक कैम्पों में नही मिल पा रहा है इस कारण प्रभावित दाने दाने को मोहताज है उनहोने कहा कि किसान सभा के साथ मुनस्यारी तहसील के सभी आपदा प्रभावित एक जुट है इस संघर्श को आगे बडाया जायेगा। भूख हडताल में किसान महासभा के कार्यकर्ताओं के अलावा सेनर, प्यांती, क्वीरिजिमिया, कुलथम, डीलम, फल्याटीं, तल्ल दुम्मर, जिमिघाट, धापा, रांथी, गरघनियां, पत्थरखानी, भदेली के प्रभावितों ने हिस्सा लिया। इस मोंके पर किसान महासभा के राम सिंह गनघरिया, प्रेम सिंह नेगी, राधा देवी, माटी संगठन की रेखा, बसंती, भागीरथी, नारायण सिंह बृजवाल, सीता मर्तोंलिया, पाना राम, लक्ष्मी आदि ने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर कहा गया कि एक सप्ताह के भीतर एस0डी0एम0 ने किसान महासभा और निगरानी कमेटियों कि बैठक आमन्त्रित नही की तो आपदा पीडित उग्र आन्दोलन छेड देंगे।

धूमसू मंच जौनसार बावर ने कहा - तुम जियो हज़ारों साल...ये है मेरी आरजू.. हैप्पी बर्थडे टू यू...?

ये तो सबको मालुम है कि लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी के प्रशंसक दुनिया भर में हैं..उनके जन्मदिन पर विगत ८ अगस्त २०१३ को सोशल साईट पर हज़ारों हज़ार सन्देश जहाँ एक ओर नरेंद्र सिंह नेगीजी को मिल रहे थे वहीँ कई संस्थाओं एवं नेगी प्रशंसकों द्वारा उनके जन्दीन दिन को यादगार बनाने के लिए वृक्षारोपण किया गया. ... लेकिन जौनसार बावर के लोककलाकारों ने इस बार उनके जन्मदिन को यादगार बनाते हुए पहली बार धूमसू जौनसारी जनजाति सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था की अध्यक्षा सुश्री शान्ति वर्मा तन्हा के घर में न सिर्फ उनका जन्मदिन मनाया बल्कि इस उपलक्ष में नरेंद्र सिंह नेगीजी को याद करते हुए उनके दर्जनों गीतों का रस्वादन भी किया...गीत गाये ही नहीं बल्कि उनकी धुन पर जमकर थिरके भी. धूमसू मंच की अध्यक्ष शांति वर्मा तन्हा ने अपने मन की पीड़ा बयान करते हुए सर्व प्रथम क्षेत्रीय लोकगायक स्व. जगत राम वर्मा को याद करते हुए उन्हें श्रधांजलि के श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हमें खेद है कि हम अपनी जौनसारी की लोककला के एक मूर्धन्य कलाकार को उनकी वार्षिक तिथि (१ अगस्त) पर ही भूल गए...जिस दिन वह हम सबको छोड़ कर चल दिए. लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को पूरे उत्तराखंड की संस्कृति का जननायक बताते हुए शांति वर्मा तन्हा ने कहा कि जब मैं पहली बार मंच पर चढ़ी थी तब मैंने शुरुआत नेगीजी के ही गीत से की थी...आज उनका जन्मदिन है और फेसबुक पर उन्हें जिस तरह से बधाईयाँ मिल रही थी मुझे भी लगा कि क्यों न हम जौनसार बावर के कलाकार भी इस लोकगायक/कवि/संस्कृति कर्मी को याद कर उनके जन्मदिन पर उनके उज्जवल स्वस्थ्य के लिए ईश्वर से दुआ मांगे.

जौनसार क्षेत्र के जाने माने शास्त्रीय संगीत के ज्ञाता और बांसुरी वादक सरजू कुमार ने नेगीजी को अपने स्टाइल में बधाई देते हुए शांति वर्मा तन्हा के साथ मिलकर काफ़ी राग और भीम प्लासी राग की धुन पर ष्मेरी डांडी कांठयूँ का मुलुक जैलू...बसंत ऋतू माँ जेई..ष् गाने से शुरुआत की. तदोपरांत यमन राग़ पर ष्नारंगी की दाणी हो...क्यान सुखि होलू बौजी मुखुड़ी कु पाणी हो..ष् गीत गया शुद्ध गंधार में काफ़ी राग का तारम्तम्य बनाते हुए ष्मेला खोलों मा रौला धौलों मा..सज धजी जाणी होली ,,,धकध्यांदी जिकुड़ी रकरियांदी आंखी कैथे खोज्याणी होली...कैथे खोज्याणी होली.ष् इत्यादि दर्जनों गानों में क्षेत्र के लोककलाकार जमकर थिरके. इसके अलावा स्व. जगत राम वर्मा के कुछ चर्चित गीतों को गाकर उन्हें भी याद किया गया.

कोई टिप्पणी नहीं: