उत्तराखंड की विस्तृत खबर (24 अगस्त) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 24 अगस्त 2013

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (24 अगस्त)

कांग्रेस सह प्रभारी की रिपोर्ट से बढ़ेंगी बहुगुणा सरकार की मुश्किलें, सरकार और संगठन में अविश्वास की भावना ले डूबेगी कांग्रेस को!

देहरादून, 24 अगस्त। कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर ने जो रिपोर्ट पार्टी के आलाकमान को सौंपी है, उस पर यदि गौर किया जाए तो मुख्यमंत्री बहुगुणा की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ती नजर आ रही हैं। पार्टी में असंतोष, मंत्री व विधायकों से जनता नाराज और विधायकों का सरकार के प्रति अविश्वास आदि जैसे कई मुद्दों को लेकर प्रदेश सह प्रभारी ने दस जनपथ को यह रिपोर्ट सौंपी है। मुख्यमंत्री बनने के 18 महीने के बाद पहली बार प्रदेश में काबिज कांग्रेस सरकार ने विधायकों मंत्रियों और सहयोगी दलों के नेताओं की एक बैठक आपदा प्रबंधन के नाम पर बुलाई थी, लेकिन आठ घण्टे चली इस मैराथन बैठक में आपदा प्रबंधन पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई, बल्कि विधायक जहां मंत्रियों की खिंचाई करते नजर आए, वहीं सब मिलकर आपदा प्रबंधन मंत्री यशपाल आर्य की खिंचाई करते नजर आए। मामला तो यहां तक बढ़ गया कि आपदा प्रबंधन मंत्री यशपाल आर्य कई बार तिलमिला तक गए, वहीं सतपाल महाराज गुट के विधायकों ने तो बैठक का बायकाट ही कर डाला। यह सब प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर की आंखों के सामने हो रहा था। पहले इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी को उपस्थित रहना था, लेकिन तेज बुखार और यात्रा न कर सकने की स्थिति के चलते मुंबई यात्रा पर गए संजय कपूर को पार्टी नेतृत्व ने देहरादून में आहूत इस बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। बैठक में जो कुछ भी हुआ उसका विवरण तैयार कर प्रदेश सह प्रभारी ने दस जनपथ को सौंप दिया है। पुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आपदा प्रभावित इलाकांे में जिस तरह से कार्य होना चाहिए था प्रदेश सरकार उसमें विफल रही है, इतना ही नहीं उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि पार्टी के कार्यकर्ता और सहयोगी दल जिनकी बदौलत उत्तराखण्ड में कांग्रेस की सरकार बनी है, वे भी सरकार की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने पार्टी आलाकमान को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा कि मंत्रियों ने अपने कर्तव्य का निर्वहन सही ढंग से नहीं किया है, कोई भी मंत्री यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आपदाकाल के दौरान उसने कितने दिन कौन से स्थान में रहकर आपदा प्रभावित स्थानों का जायजा लिया और वहां कार्य किया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया है कि पार्टी के विधायकों में सरकार के प्रति अविश्वास की भावना है, यही कारण है कि कई विधायक मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे हैं। अपनी गोपनीय रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह के हालात उत्तराखण्ड में रहे तो इसका असर लोकसभा चुनाव में भी पड़ेगा। सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि प्रदेश सरकार ने अब विपक्षी विधायकों से भी संपर्क कर उनसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी और उनके क्षेत्रों में होने वाले कार्याें पर जानकारी मांगी है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते दिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक प्रदेश सरकार पर यह आरोप भी लगा चुके हैं कि क्या केवल सत्तापक्ष के विधायकों के यहां ही आपदा हुई है, क्योंकि सरकार केवल कांग्रेस विधायकों के विधानसभा क्षेत्र में ही आपदा प्रभावित कार्यों को तवज्जो दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान इस बात की भी तस्दीक करता है कि प्रदेश सरकार सत्तापक्ष के विधायकों के अलावा विपक्ष के विधायकों के आपदा प्रभावित क्षेत्रों को नजर अंदाज कर रही है। जिसके बाद ही मुख्यमंत्री ने गोपनीय तरीके से विपक्षी दलों के विधायकों से आपदा प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी मांगी। कुल मिलाकर प्रदेश सह प्रभारी की इस रिपोर्ट से प्रदेश संगठन के आला नेता और प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। सूत्रों का यहां यह भी दावा है कि पार्टी आलाकमान प्रदेश संगठन के नेतृत्व को लेकर बीते काफी दिनों से होमवर्क में लगा है, जिन-जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनसे पार्टी के आला नेताओं ने बात भी की है, लेकिन जिन लोगों के नाम पार्टी संगठन के दायित्व को संभाले जाने के लिए आगे आ रहे हैं, उनमें अधिकांश प्रदेश कैबिनेट में मंत्री हैं और वे सत्ता की मलाई नहीं छोड़ना चाहते हैं, यही कारण है कि प्रदेश आलाकमान के सामने लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व परिवर्तन चुनौति बनकर खड़ा हो गया है। जहां तक सरकार के नेतृत्व की बात है, उसमें भी कई वरिष्ठ लोगों के नाम सामने आए हैं, क्योंकि मौजूदा हालात बहुगुणा के खिलाफ चल रहे हैं। पार्टी आलाकमान को 2014 का लोकसभा चुनाव सामने दिखाई दे रहा है और वह प्रदेश सरकार का नेतृत्व कर रहे बहुगुणा और संगठन का नेतृत्व कर रहे यशपाल आर्य को तुरंत हटाना चाहता है, क्योंकि पार्टी आलाकमान को इनसे उम्मीदे बहुत कम नजर आ रही हैं। 

केन्द्र की भांति अपाहिज है उत्तराखंड सरकार: निशंक
  • ब्लेक लिस्टेड कंपनी को दिया जा रहा है शव उठाने का ठेका

nishank
देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि  केन्द्र सरकार की भांति उत्तराखंड की सरकार अपाहिज सरकार है। इसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है केन्द्र सरकार को प्रदेश सरकार भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा में मारे गये लोगों को भी निकालने के लिए ब्लेकलिस्टेड कंपनी को ठेका दे रही है और इससे अधिक संवेदनहीनता कुछ नही हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा पर श्वेत पत्र जारी करें।  कैंट रोड स्थित आवास पर पत्रकार वार्ता के दौरान  अटल खाद्यान्न योजना की नकल करने की योजना पर टिप्पणी करते हुए डां. निशंक ने कहा कि नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है। यह सरकार ऐसा भी नहीं कर पायी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लायी गयी योजना  खाद्य सुरक्षा नहीं बल्कि सत्ता सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि  कांग्रेस अगर अटल खाद्यान्न योजना व छत्तीसगढ़ सरकार की योजना का अध्ययन भी  कर लेती तो यह बेहत्तर योजना हो सकती थी।  भाजपा सरकार ने बी0पी0एल0 एवं ए0पी0एल0 के लिए अटल खाद्यान्न योजना प्रारम्भ की कांग्रेस सरकार ने इसकी नकल की और नकल भी ठीक से नहीं कर पाई। इस योजना से  शहरो के 52 प्रतिशत तथा गांव के 62 से 65 प्रतिशत लोग ही लाभान्वित हो रहे है, जबकि अटल खाद्यान्न योजना से शत्-प्रतिशत लोग लाभान्वित हो रहे थे। उन्होंने कहा कि आपदा को लेकर  सरकार पहले दिन से सवालों के घेरे में है। पुनर्वास की छोडे केदारनाथ से शवों को भी उठाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। सरकार के पास आज तक भी लापता एवं मृत लोगों के स्पष्ट आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।  23 अगस्त, के आंकड़ों के अनुसार कुल 4894 यात्रियों को लापता हैं, जबकि वास्तविकता इसके ठीक  उलट है।  इस सरकार ने शवों  के अंतिम संस्कार का भी  ठेका दिया गया है वह भी एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी को। सरकार बताये कि इस कंपनी पर इतनी कृपा क्यों । पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की धार्मिक यात्राएं बाधित हैं।  इन्हें सुचारू करने में सरकार 1 इंच भी नही बढ़ी है।  बद्रीनाथ,  केदारनाथ, गंगोत्री यमुनोत्री,  हेमकुण्ड साहिब , मानसरोवर , नन्दा देवी राज जात यात्रा नहीं हो पायी। इससे प्रदेश की सांस्कृतिक, सामाजिक आस्था को भारी ठेस लगी है। आपदा की जानकारी भी प्रदेश सरकार को इसकी जानकारी बहुत देर से प्राप्त हुई- केदारनाथ का जल प्रलय सीमा पर चीन की गतिविधि आतंकवादी टुन्डा की उत्तराखण्ड सीमा से गिरफ्तारी सरकार आपदा और आपदा के पश्चात किये गये राहत कार्यों पर जल्द से जल्द श्वेत पत्र जारी करे, साथ में यह भी बताये कि किस मंत्री की ड्यूटी कहां थी और उन्होंने वहां कितने दिन कैम्प किया और सरकार को क्या फीड़ बैक दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों का घर तथा पूरी सम्पत्ति आपदा में पूरी तरह बह गयी या नष्ट हो गयी उन लोगों के बच्चे यदि देहरादून में उच्च शिक्षा ले रहे हैं,  पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के कारण मोटर सडकों एवं पैदल रास्तों से पूरी तरह कट चुके 300 से अधिक गांवों तक अभी तक राहत सामग्री नहीं पहुंचाई जा सकी है। सरकार अभी तक देश को यह संदेश देने में पूरी तरह विफल रही है कि आपदा प्रदेश की केवल कुछ हिस्सों में आयी है, बाकी का पर्यटन एवं धार्मिक क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है। सरकार की इस विफलता के कारण सिर्फ इस वर्ष नहीं बल्कि आगामी कई वर्षों तक प्रदेश को पर्यटन से होने वाली आय से वंचित होना पड़ेगा। इस सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए व जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।

जनहित कार्य लम्बित न रहें उनका त्वरित निस्तारण हो: दुर्गापाल

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)।  प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने ई0सी0रोड स्थित कर्मचारी राज्य बीमा योजना निदेशालय में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के कार्यों की समीक्षा करतेे हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य छोटा है। जनहित के कार्यों में प्रकरण लम्बित न रहे उनका त्वरित निस्तारण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में दिन-प्रतिदिन बीमांकितों की संख्या बढ रही है उसी हिसाब से सुविधा का विस्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से चिकित्सालय स्वीकृत है, लेकिन अभी तक स्थापित नहीं होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की। अवगत कराया गया कि इन चिकित्सालयों में चिकित्सक सहित अन्य पद स्वीकृत नहीं है। इनके प्रस्ताव शासन में लम्बित हैं। भारत सरकार द्वारा पहले तीन वर्ष में शत-प्रतिशत धनराशि दी जाती है, तत्पश्चात 87 प्रतिशत धनराशि दी जाती है। केवल राज्य सरकार को स्टाफ की स्वीकृति प्रदान करनी है। उन्होंने मौके पर ही अपर मुख्य सचिव से दूरभाष पर वार्ता की। स्टाफ स्वीकृति से संबंधी प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करने की अपेक्षा की। श्रम मंत्री ने कहा कि बीमांकितों के दावों का भुगतान लम्बित न रहे इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर अमल में लायी जाय। हरिद्वार में मेडिकल कालेज खोलने के संबंध में श्रम मंत्रालय भारत सरकार के प्रपत्र में प्रस्ताव है, के संबंध में प्रमुख सचिव को निर्देश दिये कि इस संबंध में श्रम मंत्रालय भारत सरकार से पत्र व्यवहार किया जाय। उन्होंने कहा कि अस्पतालों के लिए सरकारी भूमि उपलब्ध कराने एवं लीज को 30 वर्ष के स्थान पर 90 वर्ष करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजें। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बीमांकितों के एक लाख रुपये तक के दावों की स्वीकृति निदेशक स्तर से तथा उससे ऊपर शासन स्तर पर करने की व्यवस्था की जाय। बीमांकितों के प्रतिपूर्ति के दावों का पारदर्शिता से निस्तारण किया जाय। अवगत कराया कि राज्य में वर्तमान में बीमांकितों की संख्या 3,75,000 है। 15 औषधालय कार्यरत है साथ ही 8 नये औषधालय की स्थापना की जायेगी। वित्तीय वर्ष 2013-14 में बीमांकितों को अति विशिष्ठ चिकित्सा हेतु 48 लाख रु0 से अधिक धनराशि तथा विशिष्ट उपचार हेतु 18 लाख रु0 से अधिक की धनराशि का भुगतान किया गया। बैठक में प्रमुख सचिव डा0रणवीर सिंह, निदेशक यू0सी0कबडवाल, चिकित्सक डा0नरेश, चीफ फार्मासिस्ट बी0एन0सेमवाल, जी0सी0नौटियाल, के0एस0टम्टा मौजूद थे।

केदारनाथ में युद्ध स्तर पर जारी है अवस्थापना के काम, 11 सितम्बर से पुनः शुरू होनी है केदारनाथ में पूजा

रूद्रप्रयाग/देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। जिलाधिकारी दिलीप जावलकर ने बताया कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड की 11 सितम्बर को केदारनाथ धाम में पूजा आरम्भ करने की घोषणा को मूर्त रूप देने के लिये शासन द्वारा अवस्थापना विकास के कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा केदारनाथ धाम में बडे उपकरणों ले जाने के लिये बडा हैलीपैड बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में पूजा तथा अन्य सेवाओं से जुडे कर्मियों के रिहायश के लिये  प्रीफेब्रिकेटेड हट बनाये जाने की योजना है, इसके लिये आवश्यक सामान पहॅुचाने के लिये व्यवस्था की जा रही है। जिनमें पूजा से जुडे़ कर्मियों, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य सेवाओं से जुडे कर्मियों की रहने के लिये व्यवस्था रहेगी। जिलाधिकारी श्री जावलकर ने बताया कि सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड तक 700 मीटर भूधंसाव वाला संवेदनशील सड़क का पार्ट शीघ्र तैयार हो जायेगा। सोनप्रयाग में सीमा सड़क संगठन द्वारा 02 सप्ताह में वैली ब्रिज तैयार हो जायेगा। जिससे रूद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिय खुल जायेगा। उन्हांेने बताया कि शासन से आये तीन भूवैज्ञानिकों तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम द्वारा भूस्खलन से चिन्हित 55 गांव की भूगर्भीय जांच का कार्य जारी हैं। भूधंसाव वाले संवेदनशील 6 गांवों की भू-गर्भीय रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है तथा रोटेशन में सर्वे का कार्य जारी है। श्री जावलकर ने बताया कि सर्वे टीम द्वारा संवेदनशील चिहिन्त गांव अमोठा, सौडी, बनियाणी, पुराना देवल, अगस्त्यमुनि, विजयनगर, सरगोट, सिल्ली, चाला, फलाटी की जांच का कार्य पूरा किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान 48 गांव को संवदेनशील चिहिन्त किया गया था, जिसमें सात और गांव जुड गये हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा नागडांडा के 16 परिवार, सारी ग्वाड के 18 परिवार, जखोली तहसील के पांजणा, जैली, बुडोली गांव भी संवेदनशील के रूप में चिन्हित किये गये हैं। उनका कहना था कि इन संवेदनशील गांव के लोगों को अस्थाई आवास/टैण्ट में शिफ्ट किया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद के क्षतिग्रस्त विद्यालयों के पुर्ननिर्माण के लिये बडे-बडे प्राईवेट उपक्रमों द्वारा पहल की जा रही है। जिनमें हीरो हाण्डा, रिलायन्स, शीड, टाटा उपक्रम प्रमुख हैं। श्री जावलकर ने बताया कि क्षतिग्रस्त प्राइमरी तथा जूनियर हाईस्कूल के भवन एवं फर्नीचर का पुर्ननिर्माण रोटरी इंटरनेशनल द्वारा किया जायेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में रोजगारपरक शिक्षा के विस्तार के लिये नये नर्सिंग कॉलेज, एएनएम सेंटर, आईटीआई का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी 26 अगस्त को शासन स्तर पर होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गो के मेंटीनेंश के बारे में निर्णय होगा। जिसमें सीमा सड़क संगठन द्वारा इन दोनों ऋषिकेष-बद्रीनाथ, रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राजमार्गो की वास्तविक स्थिति से संबंधित वीडियोग्राफी प्रस्तुत की जायेगी। श्री जावलकर ने बताया कि गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक पुराने पैदल मार्ग का पुर्ननिर्माण का कार्य लोनिवि द्वारा गतिमान है। भविष्य में संभावित आपदा को देखते हुए अन्य 02 पैदल मार्ग त्रियुगीनारायण-केदारनाथ, चौमासी-केदारनाथ का सर्वे कर शासन को सौंपा जा चुका है। उन्होंने कहा कि जीएसआई तथा यूसैक की तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर शासन द्वारा इन वैकल्पिक रास्तों के निर्माण पर फैसला लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिये प्रशासन द्वारा अस्थाई पुल का निर्माण कर दिया गया है तथा जीएमवीएन के समीप वैली ब्रिज का निर्माण गतिमान है। रामवाडा में पुल के निर्माण से संबंधित सामग्री गुप्तकाशी हैलीपैड पर पहॅुच चुकी है। 

एसडीएम को ज्ञापन सौंपा

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। जवान किसान मोर्चा ने मियांवाला, बालावाला आसपास के क्षेत्रों में व्याप्त जन समस्याओं को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। मोर्चा द्वारा एडीएम को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि बांगी पुलिया से गुलरघाटी रोड, लक्ष्मण सिद्ध से सैनिक कॉलोनी व नकरौंदा को जाने वाली रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। सड़कों में बने गढ्ढों में बारिश का पानी भर जाने से उसका अंदाजा नहीं लग पाता है और दुर्घटना हो जाती है। उनका कहना था कि क्षेत्र में 24 घंटे में से 12 घंटे भी नहीं रहती है। अकसर बिजली की कटौती उस समय होती है जब पानी आने का समय होता है। बिजली न होने से ट्यूबवैल नहीं चलते हैं और पानी की आपूर्ति भी नहीं हो पाती है। बिजली कटौती के साथ ही पानी की कमी से भी क्षेत्र की जनता जूझ रही है। पानी की आपूर्ति के समय बिजली कटौती न की जाये। उनका कहना था कि क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित विभागों को आदेश दिये जायें जिससे कि जनता को राहत मिल सके। ज्ञापन देने वालों में बिमल कांत नौटियाल, धनीराम नैनवाल, आनंद सिंह रावत, राजे सिंह बिष्ट, महिपाल सिंह बिष्ट, ताजवर सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह रावत तथा गब्बर सिंह आदि शामिल थे।

‘नंदा के जागर’ का लोकार्पण 

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। जागर गायिका बसंती बिष्ट की पुस्तक ‘नंदा के जागर’ का लोकार्पण किया गया। नगर निगम सभागार में आयोजित लोकार्पण समारोह में संस्कृति, पर्यटन, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री अमृता रावत ने पुस्तक ‘नंदा के जागर’ व वीडियो सीडी का लोकार्पण किया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री अमृता रावत ने कहा कि संस्कृति को सहेजने और उसका प्रचार करने की जिम्मेदारी लोक गायकों के साथ ही हर उस व्यक्ति की है जो देवभूमि की माटी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम आज संस्कृति का संरक्षण करेंगे तो ही आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों से परिचित करवा सकेंगे। जिस तरह से युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से विमुख होती जा रही है उन्हें अपनी मिट्टी की सुध दिलानी भी जरूरी है। इसीलिए जागर हो या फिर  लोकनृत्य व लोकगायन सभी का संरक्षण आवश्यक है।

लापता युवती प्रेमी के घर से बरामद

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। मियां बीबी राजी तो क्या करेगा काजी की कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब पिछले कई दिनों से घर से भागकर प्रेमी के पास गई एक युवती द्वारा ईश्वर को साक्षी मानकर दोनांे विवाह सूत्र में बंध जाने के बाद असमंजस की स्थिति में आए युवती के परिजनों के पुलिस में गुमशुदगी की तहरीर दिए जाने के उपरान्त सक्रिय हुई पुलिस जब प्रेमी युगल को पकड कर पुलिस चौकी लाई तो उक्त मामला प्रेम सम्बन्धों का पाया । पुलिस चौकी में लड़का और लड़की पक्ष के लोगों के सामने उक्त प्रेम सम्बन्धों का खुलासा हुआ। जिसके पश्चात दोनों पक्षों मंे रिश्ते को लेकर काफी नोकझोंक के चलते प्रेमी युगल ने बालिग होने और अच्छा बुरा समझने का हवाला दिया। जिस पर दोनों परिवारों को झुकना पड़ा और आपसी रजामंदी के बाद लड़की-लड़के के सुपुर्द कर दी। सुरेन्द्र सिंह राणा निवासी ढालवाला ने तहरीर में बताया कि उसकी 23वर्षीय पुत्री पूजा घर से लापता हो गई है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर छानबीन शुरू की और पूजा को डांडा लखौंड थाना रायपुर से उसके प्रेमी मनोज ठाकुर पुत्र जय कुमार के घर से बरामद कर लिया। चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रेमी युगल को पकड़कर ढालवाला ले आएं जहां लड़का औेर लड़की के परिजनों को भी बुलवा लिया। प्रेमी युगल ने बताया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से दोनों को लक्ष्मणसिद्ध मंदिर में शादी कर ली है। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों की सहमति के बाद मामला सुलझा लिया गया। 

संदिग्ध परिस्थितियों में युवती ने किया विष का सेवन

ऋषिकेश/देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। संदग्धि परिस्थितियों में एक महिला और एक युवती ने जहर का सेवन कर लिया।हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। विष्णु देवी 35वर्ष पत्नी इंद्रा बहादुर निवासी आवास विकास कालोनी ने संदिग्ध हालत मंे जहर खा लिया, वहीं प्रिया पुत्री एसके जैन निवासी वीरभद्र गुमानीवाला ने अज्ञात कारण से जहर गटक लिया। उन्हे बेसुध हालत में राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया।

चारों धाम जाने वाले यात्रियों का लेखा-जोखा रखा जायेगा ऋषिकेश में

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। विगत 16 जून को आई केदारघाटी में दैवी आपदा से सबक लेते हुए सरकार ने चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार तीर्थनगरी में आपदा नियंत्रण केंद्र खोलने की योजना बनाई है। केंद्र के शुरू होने के बाद चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों का पंजीकरण किया जाएगा। योजना को मूर्तरूप देने के लिए संयुक्त यात्रा बस टर्मिनल केंद्र में वन विभाग से अतिरिक्त भूमि की डिमांड की है।
जिला पर्यटन ओर वन विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त सर्वे कर करीब पांच हेक्टेयर वन भूमि चिन्हित की है। सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो वर्ष 2014 की चारधाम यात्रा आरंभ होने से पहले बस टर्मिनल केंद्र परिसर में आपदा नियंत्रण केंद्र काम करने लगेगा। इसके लिए जिला पर्यटन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। आपदा नियंत्रण केंद्र के लिए भूमि चिन्हित करने के लिए संयुक्त यात्रा बस अड्डा परिसर पहुंचे।
जिला पर्यटन और वन विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त निरीक्षण किया। उप प्रभागीय विनाधिकारी भरत सिंह ने बताया केंद्र के लिए चंद्रभागा नदी के किनारे करीब पांच हेक्टेयरवन भूमि चिन्हित की गई हेै। जल्द हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

झूठा मुकदजा दर्ज कराने का होगा मुकदमा

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। पाषर्द के पति को युवती के अपहरण की झूठी सूचना पुलिस को देना महंगा पड़ गया है। पुलिस अब पार्षद के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है, वहीं युवती के वोटर कार्ड बनाने की भी जांच शुरू की जा रही है। रायपुर थाना क्षेत्रांर्तगत ऋषि नगर निवासी भाजपा पार्षद नीतू के पति राकेश ने बुधवार को थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज कराया था कि उनके पड़ोस में रहने वाले मनोज व उसके पांच अन्य साथियों ने उसके छोटे बेटे के साथ मारपीट कर उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी थी। इस बीच रायपुर पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर उससे कड़ी पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि मनोज युवती को लेकर हरिद्वार गया है, पुलिस की टीमों को वहां के लिए रवाना कर दिया गया था। हरिद्वार के जिस स्थान में मनोज युवती के साथ रूका था, वहां से पता चला कि वह चंड़ीगढ़ चले गए हैं, पुलिस का एक दल चडीगढ़ को रवाना हो गया था, वहीं इसी बीच पुलिस को बीते दिन सूचना मिली थी कि आईएसबीटी के पास युवती को एक युवक के साथ देखा गया है, जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर वहां से युवती को मनोज के साथ गिरफ्तार कर लिया था। मनोज और युवती ने पुलिस के सामने बयान दिया था कि वह दोनों आपस में प्रेम करते हैं और उन्होंने चड़ीगढ़ के एक मंदिर में शादी भी कर ली है। युवती ने अपने बालिग होने का प्रमाण भ पुलिस को दिखाया। इस मामले में पुलिस ने दोनो को न्यायालय में पेश किया था, मनोज को जेल भेज दिया गया था। इस बीच एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भाजपा पार्षद के पति के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद के पेति ने पुलिस को अपनी बेटी को नाबालिग बताकर उनके अपहरण करने की पुलिस को झूठी सूचना दी। उन्होंने कहा कि युवती के वोटर कार्ड की भी जांच की जाएगी कि उसका वोटर कार्ड कैसे बनाया गया। 

पश्चिमी सभ्यता को छोड़ भारतीय संस्कृति की ओर बढ़े: डॉ हरीश

देहरादून, 24 अगस्त, (राजेन्द्र जोशी)। हमें पश्चिम की दौड़ से बचते हुए भारतीय संस्कृति की ओर बढना होगा।आज इसी का दुष्परिणाम है कि भारतीय रूपयें में गिरावट आई है । इससे बचने के लिए हमसभी को भारतीय वस्तुओं को अधिक से अधिक क्रय करना हेगा तभी हम भारत को विश्वसिंहासन पर बैठा सकते है । यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तरांचल प्रांत के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश का । शनिवार को तिलक रोड स्थित आरएसएस के प्रांतीय कार्यालय पर आयोजित गुरूदक्षिणा गुणात्मक कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता डॉ. हरीश बोल रहे थे। उन्होंने कहा डा. हेडगेवार द्वारा 1925 से शुरू किये गये संघ कार्य गंगा की अविरल धारा की तरह निरंतर बढ़ता जा रहा है । कहीं से इसमें कोई टूटन की खबर सुनने को नहीं मिला । क्योंकि यह कार्य स्वयंसेवकों के भाव, प्रेम व सर्मपण से जुड़ा हुआ है । इसका ताजा उद्याहरण उत्तराखण्ड में आई आपदा में स्वयंसेवको द्वारा किये गये सेवाभाव से दिखता है । हरीश ने कहा कि धन नहीं व्यक्ति की उन्नति मूल्यवान होता है । जैसे गुरू शिष्य की परंपरा में एक दूसरे की प्रति आदर झलकता है । इसी तर्ज पर संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार ने शास्त्रों का अध्ययन व ऋषि मुनियों से चर्चा कर गुरूदक्षिणा जैसे ईश्वरी कार्य का प्रचलन शुरू किया । जिसे आज हम सब मिलकर आगे बढ़ा रहे है । उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवको को मातृभूमि को शक्तिशाली बनाने के लिए और अधिक कार्य करना होगा तभी हम भ्रष्टाचर मुक्त भारत को देख सकते है । साथ ही कहा कि रूपये में गिरावट आना चिंता का विषय है । इसी का नतीजा था कि वर्ष 1990 में सोने को गिरवी रखना पड़ा था। इसलिए हमें देशी वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए । इस मौके पर महानंगर संघ चालक इजी. गोपाल कुष्ण मित्तल,  सयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख कृपाशंकर, क्षेत्र संपर्क प्रमुख शशिकांत दीक्षित, प्रांत कार्यवाह लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, प्रांत व्यवस्था प्रमुख सुरेन्द्र मित्तल, प्रांत कार्यालय प्रमुख नारायण, विभाग प्रचारक भुवन, सुनील, चन्द्रशेखर, राजपुष्प, महेन्द्र सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।

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