केंद्र सरकार को सेना से धर्मनिरपेक्षता सीखनी चाहिए : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 15 सितंबर 2013

केंद्र सरकार को सेना से धर्मनिरपेक्षता सीखनी चाहिए : मोदी

प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद अपनी पहली रैली में नरेंद्र मोदी ने रेवाड़ी से पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना की तारीफ की और केंद्र सरकार को अपनी नीतियों के लिए आड़े हाथों लिया। मोदी ने कहा कि सरकार की दिलचस्पी सेना के टेंडर में है न कि सेना के हितों को पूरा करने में। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सेना का अपमान किया है।

मोदी ने कहा कि जब देश की सुरक्षा के लिए सेना अपने जी-जान से जुटी हुई है तब रक्षा मंत्री यह बयान दे रहे हैं कि सेना में लोग मरने के लिए ही भर्ती होते हैं। चीन और पाकिस्तान की घुसपैठ को केंद्र सरकार की नाकामी से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि समस्या सीमा पर नहीं, दिल्ली में है। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार को सेना से धर्मनिरपेक्षता सीखनी चाहिए। सेना को संप्रदाय में रंगने की कोशिश करके केंद्र सरकार ने पाप किया है।'

मोदी ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम आधार पर सेना में सैनिकों की गिनती करवाने वाली केंद्र सरकार को वन रैंक, वन पेंशन पर वाइट पेपर लाए। उन्होंने कहा, 'सेना को संप्रदाय में बांटने की कोशिश न करे। सेना के लिए छोटा-मोटा पुर्जा भी लाना हो तो विदेशों से लाना पड़ता है।' मोदी ने कहा कि वाजपेयी सरकार होती जरूर रास्ता निकल आता। जबकि, इस सरकार की सेना के टेंडर में ज्यादा रुचि है। उन्होंने कहा कि देश की युवाशक्ति का उपयोग करते हुए खुद हथियार बनाने चाहिए और बेचने चाहिए। और अब दूसरे देशों से हथियार खरीदने बंद कर दें। उन्होंने कहा कि अब सेना को आधुनिक बनाने की जरूरत है।

 मोदी ने पाकिस्तान सरकार को संदेश दिया कि उनकी प्रगति भारत विरोध के भरोसे नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, '60 साल से जो गलत रास्ते पर चलते रहे हो, अब गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई करो।' पाकिस्तान द्वारा सीजफायर के उल्लंघन और चीन के साथ बढ़ते तनाव पर भी मोदी बोले।

मोदी ने चीन के मसले को भी उठाया। उन्होंने कहा कि चीन अरुणाचल प्रदेश हड़पना चाहता है और नदियों का पानी तक रोकने पर उतारू है। ऐसा सेना की कमजोरी के कारण नहीं हो रहा है। बल्कि दिल्ली के ढुलमुल रैवये के कारण ही चीन की ऐसा करने की हिमाकत हो पा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों का अपमान करती है जबकि सेना उत्तराखंड में देश की मदद कर रही होती है। मोदी ने अपने चिर परिचित आक्रामक अंदाज में भाषण के शुरुआत में ही कहा कि हार की खबरें सुनकर हमारे काम पक गए हैं और देश को अच्छी खबरें सुनने को नहीं मिल रही हैं। उन्होंने सैनिकों को नमन करते हुए अग्नि 5 के सफल प्रक्षेपण के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी।

मोदी ने इस रैली के साथ 2014 के लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। पूर्व सैनिकों की रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम उम्मीदवार बनने से ज्यादा खुशी इस रैली में बोलते हुए हो रही है। भारत माता के जयकारे के साथ उन्होंने अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कहा कि पैसों की तंगी के चलते वह सैनिक स्कूल नहीं जा सके। उन्होंने कहा कि उन्होंने 2 रुपए बचपन में एकसाथ नहीं देखे थे। मोदी ने भाषण के अंत में लोगों से कहा कि पटले की मूर्ति बनाने के लिए लोहा मांगने का अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए हरेक किसान से लोहा मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर से यह व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा।

मोदी के रेवाडी़ पहुंचने से पहले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह अपने भाषण में नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि पिछले 60 सालों में देश को बांट दिया गया है और अपने हित के लिए हमें एकजुट होना होगा। शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मंच से भाषण दिया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए मोदी को लाना जरूरी है। मोदी के आने से देश का मनोबल ऊंचा होगा।

बीजेपी का दावा था कि रैली में 2 लाख से अधिक लोग पहुंचेंगे। इस रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी ने जोर-शोर से तैयारी की है। रैली के स्थल पर तीन मंच बनाए गए हैं। एक मंच पर आर्मी के पूर्व अधिकारी होंगे और दूसरी ओर बीजेपी के नेता जबकि तीसरे मंच से नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करेंगे। मोदी के मंच पर पीछे की ओर संसद का बड़ा पोस्टर लगाया गया है।

रेवाड़ी में बीजेपी की रैली की सफलता इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि यदि मोदी इन्हें रिझाने में सफल होते हैं तो करोड़ों सैनिकों और पूर्व सैनिकों के वोट वह अपनी झोली में डालने में सफल हो जाएंगे। रैली के संयोजक कैप्टन अभिमन्यु का कहना है कि जहां पहले हम इस रैली में डेढ़ लाख लोगों के आने की उम्मीद जता रहे थे वहीं मोदी के पीएम पद के लिए उम्मीदवार घोषित हो जाने के बाद इसमें बड़ा उछाल आएगा। मोदी की रेवाड़ी रैली को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ता रेवाड़ी, झज्जर, भिवानी, महेंद्रगढ़, गुड़गांव व रोहतक के पूर्व सैनिकों और पूर्व अर्ध सैनिक बल के परिवारों से संपर्क किया था।

नरेंद्र मोदी की इस रैली को लेकर जहां बीजेपी पक्ष उत्साहित है वहीं मोदी विरोधियों द्वारा विरोध भी खूब किया जा रहा है। इलाके में उनके पोस्टरों पर कालिख पोती गई है। राज्य के ऊर्जा मंत्री अजय सिंह यादव ने सभा करने के लिए उनकी आलोचना भी कर डाली।




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