तालिबान के मलाला युसुफजई को मारने के नापाक इरादे अभी खत्म नहीं हुए हैं। आतंकी संगठन ने फिर से 16 साल की मलाला को जान से मारने की धमकी दी है। पाकिस्तान तालिबान के कथित प्रवक्ता शहीदुल्लाह शाहिद ने कहा कि उनका गुट आज भी मलाला को मारने का इरादा रखता है। आतंकवादी संगठन ने पिछले साल 9 अक्टूबर को मलाला पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन वह बच गई थीं।
तालिबान के प्रवक्ता का कहना है, पाकिस्तान में लड़कियों के बीच शिक्षा की जागरूकता फैलाने के लिए मलाला पर हमला नहीं हुआ था। इस्लाम का मजाक उड़ाने पर हमने उस पर हमला किया। यह मजाक हमला करने के लिए काफी था। मलाला के मिलने पर हम निश्चित रूप से उसकी हत्या करने की कोशिश करेंगे और उसकी मौत पर हमें गर्व महसूस होगा। तालिबान की यह धमकी ऐसे समय आई है, जब मलाला की आत्मकथा 'आई एम मलाला : द गर्ल हू स्टुड अप फॉर एजुकेशन ऐंड वॉज शॉट बाइ द तालिबान' मंगलवार को प्रकाशित होने वाली है। साथ ही, वह नोबेल शांति पुरस्कार की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। फिलहाल मलाला अपने परिवार के साथ बकिंगम में रहती है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय भी मलाला से प्रभावित हैं और 18 अक्टूबर को उससे मिलने वाली हैं। रविवार को मलाला को डेविड बेकहम ने मिरर प्राइड ऑफ ब्रिटेन अवार्ड से सम्मानित किया है।
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