बिहार पुलिस ने पटना एवं बोधगया श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों तथा पाकिस्तान से संबंधित धन के गैर कानूनी लेनदेन मामले में इंडियन मुजाहिदीन के दो गुर्गों तहसीन अख्तर एवं हैदर अली तथा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। थाना प्रभारी राजबिन्दु प्रसाद ने बताया कि प्राथमिकी कल गांधी मैदान पुलिस थाने में दर्ज की गयी।
मौजूदा प्राथमिकी उन दो प्राथमिकी के अतिरिक्त है, जो भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान हुए कई विस्फोटों के सिलसिले में गांधी मैदान पुलिस थाने और जीआरपी पटना में दर्ज की गयी थी। तहसीन अख्तर उर्फ मोनू और अली फरार हैं। मोनू को 27 अक्टूबर को हुए पटना विस्फोटों एवं सात जुलाई के बोधगया विस्फोटों का मुख्य षडयंत्रकर्ता माना जाता है।
पुलिस ने बताया कि कल इस खुलासे के बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी कि लखीसराय जिले में हाल में बड़ी धनराशि के लेनदेन का भंडाफोड़ हुआ है जिसके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। मोनू के समस्तीपुर जिला स्थित मनियारी के पैतृक आवास पर संपत्ति की कुर्की का नोटिस जारी किया गया है। औरंगाबाद जिले के मदनपुर का रहने वाला अली आईएम का शीर्ष स्तर का कार्यकर्ता है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अलर्ट पर बिहार पुलिस ने हाल में लखीसराय में बड़ी धनराशि के लेनदेन के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया जिसके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। आयशा बानू के साथ चार लोगों को लखीसराय से इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। आयशा धन लेनदेन रैकेट की मुख्य कर्ताधर्ता है और वह मंगलौर से आने वाले अपने पति जुबेर हुसैन के साथ यह रैकेट चला रही थी।
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