भारत की हीना सिद्धू ने म्युनिख में रविवार को इतिहास रचते हुए विश्वकप फाइनल में 10 मीटर महिला एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक पर निशाना साधा। इसी के साथ हीना विश्वकप फाइनल में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की तीसरी निशानेबाज बन गई हैं। युवा खिलाड़ी हीना ने पूर्व चैंपियन सर्बिया की जोराना अरूनोविक को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इससे पहले विश्वकप में राइफल पिस्टल स्पर्धा में अंजली भागवत 2003 में और गगन नारंग 2009 में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
तीसरे स्थान पर रहीं हीना ने 384 अंकों के साथ क्वालिफाई किया था, लेकिन फाइनल में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा। लुधियाना की 24 साल की हीना ने अपने 18 में 17 शाट्स में 10 या उससे अधिक स्कोर किया। इसके बाद उन्होंने अपने अगले आठ शाट्स में अच्छा प्रदर्शन किया और कुल 203.8 अंकों के साथ फाइनल मुकाबले में पूर्व विश्व चैंपियन जोराना को 5.2 अंकों से हराया। इस बीच महिला 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में भारत की लज्जा गोस्वामी मात्र 0.3 अंकों के अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गईं। ग्रेनाडा में विश्वकप रजत पदक विजेता लज्जा को तीन बार की विश्वकप फाइनल स्वर्ण पदक विजेता चीन की वू लियूक्सी ने हराया।
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