भारतीय मूल के डॉक्टर का प्रतिष्ठित अमेरिकी पुरस्कार के लिए चयन. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शनिवार, 9 नवंबर 2013

भारतीय मूल के डॉक्टर का प्रतिष्ठित अमेरिकी पुरस्कार के लिए चयन.

अमेरिकी स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर को प्रतिष्ठित आउटस्टैंडिंग अमेरिकन बाई च्वाइस पुरस्कार के लिए चुना गया है। प्रतिष्ठित प्रत्यारोपण सर्जन और समाजसेवी राहुल जिंदल को 13 नवंबर को वर्जीनिया में अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) एक कार्यक्रम में इस पुरस्कार से सम्मानित करेगा। इसके पहले डॉक्टर जिंदल को इंटरनेशनल लीडरशिप फाउंडेशन(ILF) कि तरफ से भी सम्मानित किया जा चुका है.

यह पुरस्कार अन्य देशों से जाकर अमेरिका में बसने एवं अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने वाले लोगों को दिया जाता है जिन्होंने अपने समुदाय एवं अपने नए देश (जिस देश की उन्होंने नागरिकता ग्रहण की और वहां बस गए) के लिए योगदान दिया है। जिंदल को हाल में इंटरनेशनल लीडरशिप फाउंडेशन ने लीडरशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया था। उन्हें हाल में कमिशनर ऑफ सर्विस एंड वालंटीयरिज्म नियुक्त किया गया था। is

वर्तमान में वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में स्टॉफ ट्रांसप्लांट सर्जन और यूनिफॉम्र्ड सर्विसेज यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में प्रोफेसर ऑफ सर्जरी के पद पर तैनात जिंदल, जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल प्रोफेसर भी हैं। जिंदल ने इलाहाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री हासिल की और फिर ब्रिटेन में पढ़ाई की जहां उन्हें रॉयल कॉलेज ऑफ एडिनबर्ग से एफआरसीएस की फैलोशिप मिली।

कोई टिप्पणी नहीं: