सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी.सतशिवम ने 39 लाख विलंबित मामलों के निपटारे के लिए शनिवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन किया। इसके अंतर्गत पहली बार एक साथ देश भर के कई मामलों की सुनावई की जा रही है।
लोक अदालतें सर्वोच्च न्यायालय, 24 उच्च न्यायालयों और सभी जिला अदालतों में होंगी। राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत करते हुए न्यायमूर्ति सतशिवम ने कहा कि इस अदालत का मुख्य उद्देश्य वादी को त्वरित न्याय दिलाना है ताकि आगे अपील की जरूरत न पड़े।
उन्होंने लोक अदालत के जरिए मामले की सुनवाई को किफायती बताते हुए कहा कि यह न्याय तक पहुंच आसान बनाएगा। जिन मामलों का निपटारा शनिवार को किया जाएगा उनमें मोटर दुर्घटना, वैवाहिक मतभेद, श्रम विवाद, चेक बाउंस और यातायात के चलान का मुद्दा शामिल है। प्रधान न्यायाधीश ने संबंधित न्यायाधीशों से अपील की कि वह सभी पक्षों को यह सुनिश्चित करें कि मामले के निपटारे के वक्त उन्हें न तो धमकाया जाएगा और न ही उन्हें किसी तरह का समझौता करना पड़ेगा।
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