झाबूआ विधानसभा उम्मीदवार समीक्षा
जातिगण समीकरण - विधानसभा 193 झाबुआ में जाति गण समीकरणों को देखा जावे तो यहां 85 प्रतिशत मतदाता अजजा वर्ग के है तथा 15 प्रतिशत सामान्य वर्ग के होकर इसमे अन्य पिछडा वर्ग के मतदाता भी शामील है । पूरे जिले में यदि जातिकरण समीकरणों को देखा जावे तो यहां अजजा वर्ग में ही ईसाई समुदाय के मतदाताओं का आंकडा करीब 20 प्रतिशत के आस पास है जो निश्चित ही चुनाव को प्रभावित करने में अहम भूमिका का निर्वाह करता है । वही मुस्लिम वर्ग के मतदाताओं का प्रतिशत 3 से 5 से अधिक नही है वह भी नगरीय क्षेत्रो में ही अधिक है। जैन समुदाय, बा्रह्मण समाज, क्षत्रिय समाज एवं अन्य वर्गो के लोगों का प्रतिशत 10 से 15 प्रतिशत के आसपास है और सामान्यवर्ग के लोग मुख्य रूप से नगरीय क्षेत्रों में ही अधिक है जिसका जिले की राजनीति पर अच्छी पकड होने के साथ ही चुनाव की दिशा को मेाडने मे प्रभावी भूमिका निभाते है । उम्मीदवार की छबि- झाबुआ विधानसभा में अजजा वर्ग के लिये ही सीट आरक्षित होकर यहां वैसे तो 13 उम्मीदवारों ने नामजदगी के पर्चे दाखिल किये है । किन्तु इनमे मुख्य रूप से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी वर्तमान विधायक जेवियर मेडा, भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी शांतिलाल बिलवाल के अलावा कांग्रेस की बागी प्रत्याशी , जिला पंचायत की अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया, एवं भाजपा के बागी प्रत्याशी प्रेम बारिया के नाम ही चर्चित है । जहां तक उम्मीदवारों की छबि का सवाल है वर्तमान विधायक कांग्रेस प्रत्याशी जेवियर मेडा ने पांच वर्शो तक कांग्रेस विधायक के रूप में सतत सम्पर्क करके अपनी छबि बनाने में कामयाब रहे है किन्तु क्षेत्रीय विकास में प्रदेश में भाजपा सरकार होने के कारण वे क्षेत्र के विकास में कुछ खास उपलब्धि हांसील नही कर पाये है । जिले में कांग्रेस में गुटबाजी को बढावा देने में इनकी मुख्य भूमिका रही है तथा नगरीय क्षेत्रों में सतत सम्पर्क से कटे से रहे है । झाबुआ में पानी की समस्या को हल करने में इनके प्रयास नही के बराबर रहे तथा रसोई गैस की पाईप लाईन की घोशणा भी बोथरी साबित हुई ।जनता की समस्या को हल करने मे पूरी तरह नाकामयाब रहे है तथा विधायक निधि का उपयोग भी सौतेले पन की तरह किया गया । कांग्रेस पार्टी में होते हुए भी इन पर भाजपाईयों से सम्पर्क होने के आरोप लगते रहे है ।कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं मे इनकी रीति नीति के चलते भयंकर गुटबाजी दिखाई दी । हालांकि इनका उजला पक्ष यह रहा है कि ये गा्रमीण अंचलों मे मांगलिक कार्य हो या शोक के कार्यक्रम अवश्य ही शामील होते रहे है तथा क्षेत्र विशेश जैसे रानापुर, पिटोल, भगोर आदि मे इनकी पकड मजबुत मानी जाती है। क्रिश्चियनवर्ग का होने से ईसाई मतदाताओं का पूरा झुकाव इनकी ओर ही दिखाई देता है। भाजपा के अधीकृत प्रत्याशी शांतिलाल बिलवाल पहली बार विधानसभा चुनाव मे झाबुआ सीट से लड रहे है । छात्र जीवन से ही इनका भाजपा सेे जुडाव रहा है । जिला पंचायत के सदस्य होने के साथ गा्रमीण क्षेत्रों में अपनी पकड मजबुत कर पाये है वही भाजयुमो के अध्यक्ष के रूप में युवाओं की एक बडी टीम खडी करने में कामयाब रहे है। जिले के ग्रामीण अंचलों में भाजपा की जमावट करने में इनकी अहम भूमिका रही है तथा ग्रामीणों मेंु कमल की पहचान इनके कारण हुई है। दिन रात गा्रमीण अंचलों में पिछले पांच वर्शो से सतत जनसम्पर्क करके पार्टी के कार्यक्रमों को अमली जामा पहिनाया है । बेदाग छबि के चलते अब इनकी भी पहचान बन चुकी है । कांग्रेस की बागी प्रत्याशी कलावती भूरिया पिछले 14 बरसों से जिला पंचायत की सतत अध्यक्ष निर्वाचित होती रही है । कांतिलाल भूरिया की भतिजी होने से राजनीति इन्हे विरासत में मिली है । 2008 से इन्हे कांग्रेस की टिकट झाबुआ सीट से दिने जाने की मांग के बाद भी इन्हे पार्टी ने नकारा है जिससे नाराज होकर अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी ही छोड दी है और निर्दलीय के रूप में मेदान में उतरी है । इनकी प्रसिद्धी कांतिलाल भूरिया के बाद पूरी जिले में सर्वाधिक मानी जाती है और लोगों के काम करवाने मे आगे रहती है । पूरे अंचल में करोडो के विकास कार्यं करवाने का इन्हे श्रेय हांसील है । भाजपा एवं कांग्रेस दोनो प्रत्याशियों से ज्यादा इनकी प्रसिद्धी है किन्तु पार्टी की उपरी गुटबाजी का खामियाजा इन्हे भुगतना पडा और नाराज होकर कांग्रेस से बगावत पर उतर आई है । व्यापक जन समर्थन के चलते इन्हे चुनाव में जीत दर्ज कराने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है । प्रेम बारिया, भाजपा के युवा तुर्क काने जाते है । भाजपा की अन्दरूनी लडाई तथा नगर की राजनीति के दो धु्रव राजवाडा मित्र मंडल एवं राजगढ नाका मित्र मंडल की लडाई के ेचलते राजगढ नाका ग्रुप के शांतिलाल बिलवाल को टिकीट मिलने से भाजपा के वोट काटने की दृश्टि से प्रेम बारिया को चुनाव मे खडा किया गया है । किन्तु आम धारणा यह है कि इन्हे जन समर्थन मिलने में परेशानिया झेलना पड सकती है। इनके पीछे विपूल सम्पत्ति वाले श्रेश्ठीजनों की पूरी मदद बताई जाती है किन्तु मेन पावर की दृश्टि से शांतिलाल काफी वजनदार साबित होगें ।
भीतराघात की स्थिति, भीतराघात करने वालों का कद कितना प्रभाव डाल सकता है
झाबुआ विधानसभा के चुनाव पूरे जिले में विशेश महत्व रखते है। एक जो जिला मुख्यालय की सीट दूसरा इस क्षेत्र से लगी हुइ्र्र पांच विघानसभा सीटों का प्रभाव यहां मुख्य है । वैसे तो एक बार (2003)को छोड कर यह सीट हमेशा ही कांग्रेस के पाले में रही है । 2008 में गुटबाजी के बाद भी ईसाई समाज से जुडे जेवियर मेडा जिन्हे सिंधिया गुट का वरदहस्त प्राप्त है, चुनाव मे जीत दर्ज करा चुके है। किन्तु इस बार परिस्थितियां काफी करवटे ले चुकी है और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया की भतिजी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव, जिला कांग्रेस अध्यक्षा रही कलावती भूरिया के पक्ष में कांग्रेस के बहुसंख्यों का दबाब होने के बाद भी कांतिलाल गुट की कलावती भूरिया को टिकीट नही मिल पाने से नाराजगी अब सडकों पर आचुकी है और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर निर्दलीय रूप से मेदान में उतर रही है। ऐसे में कांग्रेस के वोटो का घु्रवीकरण निश्चित ही होना है । कलावती एवं जंवियर दोनों को भाजपा के नाराज गुट से भी वोट मिलने की संभावना से इंकार नही किया जासकता है । ऐसे में उपरी तौर पर चाहे कुछ भी कहा जावे किन्तु आन्तरिक कलह के चलते जमकर भीतराघात की संभावना को टाला भी नही जासकता है । ऐसे में भितराघात के कारण यदि योजनाबद्ध तरिके से मेहनत हुई तो कलावती जीत सकती है और यदि कांग्रेस के वोटों का घु्रविकरण हुआ तो ऐसे मे भाजपा के शांतिलाल बिलवाल की जीत को भी रोकना मुश्किल ही होगा । इस प्रकार विधानसभा की राजनीति में निश्चित ही अप्रत्याशित प्रभाव परिणामों में देखने को मिल सकता है ।
उम्मीदवार यदि सत्ता मे रहा तो उसने क्षेत्र में क्या काम किये ?क्षेत्र की प्रमुख समस्यायें -
2008 में कांग्रेस के वर्तमान प्रत्याशी जेवियर मेडा विधायक रहे है किन्तु प्रदेश मे 2003 से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने से जिस तरह क्षेत्रीय विकास के कार्य जनप्रतिनिधि को करवाये जाना चाहिये नही करवा पाये है । विकास के नाम पर वर्तमान विधायक की उपलब्धि कोइ ्र क्षास नही मानी जासकती है । विधायक निधि एवं आईटीडीपी मद से इक्का दुक्का विकास कार्यो के अलावा इनके क्षाते मे कोई विशेश उपलब्धि नही मानी जाती है । पेय जल समस्या के लिये अपनी निधि से टेंकरों के वितरण ,रपटो एवं खरंजों के निर्माणके अलावा ऐसा कोइ्र काम नजर नही आता । प्रदेश सरकार से भी क्षेत्रीय विकास के लिये कोई राशि आबंटित कराने में वे सफल नही रहे है । क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं मे सिंचाई रकबा बढाने के लिये माही की नहरों की मांग आज तक पूरी नही हो पाई है ।सडकों की हालत बद से बदतर है । प्रघानमंत्री सडक निर्माण में भी भ्रश्टाचार के चलते मानक स्तर के काम नही हो पाये है । पूरे जिले में पानी की किल्लत को देखते हुए स्थाई व्यवस्था नही की गई है । हर गा्रम एवं फलिये में हेंड पम्पों के खनन की मांग भी पूरी नही हो पाई है । जिले मे गा्रमीण अंचलों में बिजली के बिलों को लेकर जहां आये दिन आवाजे उठती रहती है वही बिजली की घण्टो अघोशित कटौति के कारण भी किसानों की फसलों पर प्रभाव पडता है । बिजली, पानी एवं सडक जिले की मुख्य समस्या है वही तालाबो एवं सिंचाई साघनों को लेकर भी व्यवस्था को लेकर आवाजे उठती रहती है
सत्ता परिवर्तन धारणा का असर -
प्रदेश की भाजपा सरकार को बदलने के लिये यह क्षेत्र हमेशा ही अग्रणी रहा है । कांग्रे्रस की सत्ता परिवर्तन यात्रा के बाद एकजुट रही कांग्रेस के कारण गा्रमीण मतदाताओं की मानसिंकता में बदलाव दिखाइ्र देने लगा था कि कांग्रेस की गुटबाजी का लाभ भाजपा उठाने में पीछे नही रह रही है ऐसे में अब शिवराज की योजनाओं का गा्रम गा्रम मे प्रचार होने के साथ ही लोगों को विश्वास दिलाया जारहा है कि प्रदेश मे भाजपा की सरकार आना तय है और यदि विघायक भाजपा का ही रहेगा तो तेजी से विकास होगा । ऐसे मे प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की घारणा का असर नही के बराबर यहां दिखाई दे रहा है । उम्मीदवार यदि विपक्ष का विधायक रह चुका है तो उसने क्षेत्र मेें अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन किया या नही ? झाबुआ विधानसभा से कांग्रेस के जेवियर मेडा विधायक रहे है और पांच सालों में उन्होने क्षेत्रीय विकास के लिये अपनी सक्रिय भूमिका निभाई हो ऐसा कही से कहीं तक नही लगता । भाजपा के लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क स्थापित करके अपना काम निकलवाने के अलावा विधानसभा में जिले के विकास के लिये कभी भी प्रभावी आवाज नही उठाई । विधायक के रूप में गुटबाजी को बढावा देने के अलावा इनके खाते मे कुछ नही जाता है ।
विपक्षी उम्मीदवार के आरोप ओर उनकी सत्यता -
यहा पर मुख्य रूप से त्रिकोणीय मुकाबला होना तय है । कांग्रेस से विघायक जेवियर मेडा, भाजपा से शांतिलाल बिलवाल एवं कांग्रेस की बागी जिला पंचायत अध्यक्षा कलावती भूरिया के बीच टककर होना है। वेसे तो यह लडाई मुख्य रूप से कलावती एवं जेवियर के बीच ही है । विधायक की भूमिका को लेकर कलावती का आरोप है कि पांच सालों में विधायक ने झाबुआ का बण्टाढार करने में कोई कसर बाकी नही रखी है।यहां कोई सौगाते नही मिली है झाबुआ की बहुप्रतिक्षित पेयजल योजना कागजी समुद्र में गोते लगा रही है । विधायक ने घरेलू रसोई गेस घर घर तक पहूंचानें का जो वादा किया था वह थोथा साबित हुआ है। विधायक निधि मे बंदरबाट के अलावा कुछ नही हुआ ।जनता की समस्याओं को हल करने में विघायक अक्षम साबित हुए है । पांच वर्श के भाजपा के कुशासन में विधायक ने स्वयं के हित साधने को ज्यादा महत्व दिया । विघानसभा मे कभी भी रचनात्मक विकास के लिये आवाज बुलन्द नही की । ओर ये आरोप सहज तौर पर लोगों को सही भी लग रहे है । भाजपा प्रत्याशी कांग्रेस प्रत्याशी पर सीधे आरोप नही लगाते हुए मुख्यमंत्री की योजनाओं के माध्यम से हुए विकास कार्यो को ही ज्यादा महत्व दे रहे है ।
स्थानीय मुद्दे जो चुनाव को प्रभावित कर सकते है -
इस विधानसभा चुनाव में मुख्य रूप से प्रशासन मे व्याप्त भ्रश्टाचार,किसानो को 50 हजार तक के ऋण की माफी नही होने, किसानों को खाद बिज नही मिल पाने, सिंचाई के लिये बिजली की किल्लत, बडी संख्या में जिले से होने वाला पलायन, सडक, पानी की समस्या, केरोसिन एवं उचित मूल्य की दुकानों से हो रही कालाबाजारी, नेताओं के द्वारा सोतेला व्यवहार, के अलावा कुटिर निर्माण, कुप निर्माण, सहकारी सोसायटियों में चल रहे घपलों आदि के मुद्देग मुख्य रहेगें और इसे लेकर चुनाव काफी महत्वपूर्ण होगें । प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा 152 योजनाओं के बारे में किये गये प्रचार प्रसार के बाद भी लोगों को योजनाओं का मिलने वाला लाभ उंट के मुह मे जीरा साबित होने का मुद्दा भी उठाया जा सकता है । स्थानीय मुद्दो में इन्दौर अहमदाबाद राश्ट्रीय राजमार्ग की जर्जर स्थिति, घटिया रोड निर्माण, तालाबों, रपटो, स्टाप डेमों के घटिया निर्माण जेसे मुद्दे भी हावी रह सकते है ।
बसपा, सपा और निर्दलियों का प्रभाव-
विधानसभा झाबुआ क्षेत्र में केवल कांग्रेस पार्टी एवं भाजपा के बीच ही मुकाबला माना जारहा है । इस सीट में बहुजन समाज पार्टी, सपा का कोई वजुद ही नही है ऐसे में इन दलों का कोई महत्व यहां की राजनीति में नही है । निर्दलीय के रूप में जिले की फायरबा्रंड नेता जो कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव चिन्ह ’’ छत का पंखा’’ लेकर मेदान में उतर रही है अवश्य ही कांग्रेस एवं भाजपा को कडी टक्कर देने की स्थिति में दिखाई दे रही है । कलावती भूरिया जिले में काफी लोकप्रिय महिला नेत्री मानी जाती है और झांसी की रानी के नाम से इन्हे सम्बोधित किया जाता है । वे हमेशा ही लोगों के काम करवाने मे अग्रणी भूमिका निभाती रही है ऐसे में अन्य निर्दलीयों की बजाय वे झाबुआ की पारस सकलेचा बन जावे तो अतिशयोक्ति नही होगी ।
त्ेारह के चुनाव में तेरह प्रत्याशी करेगें भाग्य की आजमाईश ।, च्ुानाव चिन्ह के आबंटन के साथ ही गर्माई राजनीति ।
झाबुआ । चुनावी धुंदलका पूरी तरह से साफ हो चुका है और 11नवम्बर सोमवार को नाम वापसी की अन्तिम तिथि को दोपहर 3 बजे तक विधानसभा सीट झाबुआ के लिये सभी 13 प्रत्याशियों के नामांकन सही पाये जाने पर उन्हे जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव चिन्ह आबंण्टित कर दिये गये है । संभवतया चुनावी इतिहास मे पहला मौका है जब नामांकन जमा कराने की तिथि को जिन जिन ने अपने नामांकन दाखिल किये थे उनमें से किसी के भी फार्म न तो निरस्त हुए और ना ही किसी प्रत्याशी ने अपने नाम वापस लिये है । तमाम कयासों एवं संभावनाओं पर उस समय विराम लग गया जब अन्तिम समय में किसी भी प्रत्याशी ने भी अपना नाम वापस नही लिया और सभी 13 प्रत्याशियो ने चुनाव मे अपना भाग्य आजमाने का फैसला ले लिया । अन्तिम समय तक यह अफवाहे बनी रही कि कांग्रेस पार्टी की बागी उम्मीदवार फायरब्रांड महिला नेत्री कलावती भूरिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया सहित दिग्विजयसिंह, एवं दिल्ली तक से दबाव बना कर उन्हे मनाने एवं राजी करने का प्रयास किया जारहा है ताकि कांग्रेस की यह परम्परागत सीट कांग्रेस के हाथ से छिटक नही जावे किन्तु बताया जाता है कि रविवार शाम से ही कलावती भूमिगत हो गई और अपने मोबाईल बंद कर लिये । और नाम वापसी का समय निकलने के बाद कलावती प्रकट हुई । फलतः किये जाने वाले सभी प्रयास विफल रहे और शेरनी ने आखिरकार चुनावी मैेदान मे उतरने तथा अपना वजुद बताते का सही समय पर सही निर्णय ले ही लिया । इस तरह स्थिति पर पडा धुन्दलका पूरी तरह साफ हो गया और 13 प्रत्याशी होने के बाद भी इस चुनाव में मुख्य रूप से त्रिकोणिय मुकाबला कलावती, जेवियर ओर शांतिलाल में होना तय हो चुका है । कलावती के मैदान मे आने ने जहां कांग्रेस प्रत्याशी की जमीन का खिसकना तय माना जारहा है वही भाजपा को भी अब दो वर्तमान एवं पूर्व कांग्रेसी से चुनावी मेैदान में दो दो हाथ करना शेश रह गया है । भाजपा को कलावती के चुनावी मैदान में उतरने से लाभ होने की आस भी बंध गई है क्योकि जेवियर के थोक बंद वोट काटने में कलावती पीछे रहने वाली नही है और इसका सीधा सीधा लाभ भाजपा के शांतिलाल बिलवाल को भी मिल सकता है । यह तो समय ही बतावेगा कि 25 नवम्बर को इवीएम मशीन में मतदान के बाद बंद रिजल्ट जो 8 दिसम्बर को सामने आवेगें वे किसे विधायक विश्रामगृह में आवास आवंटित करवाते है । जिला निर्वाचन कार्यालय में सोमवार को करीब सवा तीन बजे सभी तेरह प्रत्याशियों के नामों की घोशणा की जाकर उन्हे चुनाव चिन्ह भी आबण्टित किये जा चुके है तदनुसार मान्यता प्राप्त राश्ट्रीय दलों में जेवियर मेडा, कांग्रेस को चुनाव चिन्ह हाथ, मदन दोला वसुनिया बहुजन समाज पार्टीको हाथी, शांतिलाल बिलवाल भाजपा को चुनाव चिन्ह कमल, एवं सुनील निनामा नेशनलिस्ट कांग्रेस को घडी चुनाव चिन्ह अलाट किया गया है । मान्यता प्राप्त रजिस्ट्रीकृत राजनैतिक दलों में कमचंद उर्फ केमता डामोर ,बहुजन संघर्श दल को चुनाव चिन्ह कांच का गिलास,गुड्डूसिंह डामोर भारतीय बहुजन पार्टी को सिलाई मशीन, जवा मेडा ,समाजवादी पार्टी को साईकिल, एवं विशाल राठौड , शिवसेना को तीर कमान का चुनाव चिन्ह अलाट किया गया है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कलावती नगरसिंह भूरिया को छत का पंखा, दिनेश चैहान को फुलगोभी, नरवेसिंह को आटोरिक्शा,प्रेम बारिया को चारपाई एवं यशविन्ता महोनिया को आलमारी चुनाव चिन्ह आवण्टित किया गया है । इस तरह मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों से 4, मान्यता प्राप्त रजिस्ट्रीकृत राजनैतिक दलो से 4 एवं निर्दलीय 5 चुनावी मैेदान में उतर रहे है । झाबुआ विधानसभा चुनाव के लिये राजनैतिक दलों ने जहां घर घर सम्पर्क करके प्रचार अभियान का श्रीगणेश कर दिया है वही निर्दलीय प्रत्याशियों में कलावती भूरिया एवं प्रेम बारिया का नेटवर्क भी सक्रिय हो चुका है । आगामी 21 नवम्बर को अभा कांग्रेस कमेटी की राश्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी परिवर्तित कार्यक्रम के अनुसार झाबुआ की बजाय गेंदाल डामोर के थांदला विधानसभा क्षेत्र मे अगराल में चुनावी सभा को संबोधित करेगी जिसमे रतलाम, झाबुआ एवं आलीराजपुर जिले के प्रत्याशियों के पक्ष मे वे प्रचार करेगी । ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को अपने ही घर मे लगी आग बुझापाने मे असफल रहने पर उलाहना भी सुनना पड सकता है । जेवियर मेडा के क्षेत्र में सोनियाजी के नही आपाने से कुछ व्यग्रता तो दिखाई दे रही है किन्तु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झाबुआ क्षेत्र में राहूल गांधी एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया को बुलाकर प्रभावी सभा करवाई जाने की तेयारियां भी चल रही है । 2013 के चुनाव मे 13 प्रत्याशियों के बीच होने वाले ये चुनाव काफी महत्वपूर्ण साबित होगें और कांतिलाल भूरिया की भावी राजनीति भी इससे प्रभावित हो सकती है
आचार्य श्री तीर्थेन्द्रसूरी जयन्ती आज मनाई जावेगी ।
झाबुआ । परम पूज्य गुरूदेव राजेन्द्रसूरिश्वरजी मसा के पट अलंकृत पपू धनचंद्र सूरिजी मसा के शिश्य आचार्य श्री तीर्थेन्द्रसूरिश्वरजी मसा की 122 वीं जन्म जयन्ती आज श्रीऋशभदेव बावन जीनालय एवं श्री गौडी पाश्र्वनाथ तीर्थेन्दधाम पर आज मनाई जावेगी । श्री ऋशभदेव बावन जीनालय मंदिर जो कि आचार्य तीर्थेन्द्रसूरिजी मसा का बरसों तक आराधना का केन्द्र रहा वहां पर प्रातः 9 बजे आचार्य श्री चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन ,आरती तथा गुणानुवाद सभा आयोजित की जावेगी । श्री कमल विजय जी मसा द्वारा अपने गुरू को समर्पित श्री गौडी पाश्र्वनाथ तीर्थेन्द्रधाम पर भी गुरूदेव के 122 वे जन्म दिन पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जावेगें । आचार्य तीर्थेन्द्रसूर समिति की ओर से जानकारी देते हुए श्री संजय कांठी बताया कि तीर्थेन्द्रधाम पर दोपहर 3 बजे गुरूदेव की अश्टप्रकारी पूजन, आरती तथा उसके पश्चात साधर्मीवात्सल्य का आयोजन किया जावेगा । श्री संघ झाबुआ तथा आचार्य तीर्थेन्द्रसूरी समिति की ओर से श्री संघ के समस्त महानुभवों से दोनो मंदिरजी में होने वाले समस्त कार्यक्रमों में उपस्थित रहने का अनुरोध किया है ।
ग्ुारूदेव का मालवा भ्रमण -
आचार्य तीर्थेन्द्रसूरी जी मसा के परम भक्त तथा आचार्य श्री तीर्थेन्द्रसूरी समिति के सचिव स्व0 नगीनलालजी कांठी ने अपने गुरू को समर्पित पुस्तक दिव्य दर्शन में गुरूदेव के तीवन से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाओं का संकलन किया है । स्व0 श्री कांठी ने मालवा की विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि गुरूदेव ने खाचरौद से दीक्षा ग्रहण कर गुजरात के अपने प्रथम विहार के पश्चात संवत 1998 में झाबुआ पधारे जहां स्वयं झाबुआ नरेश ने उनकी अगवानी की तथा उसी वर्श चातुर्मास का लाभ भी झाबुआ को मिला । उसके पश्चात संवत 1999 मे गुरूदेव ने पारा चातुर्मास किया तथा गुरू राजेन्द्रसूरिश्वरजी मसा की प्रतिमा की स्थापना की । उसके पश्चात गुरूदेव आलीराजपुर पहूंचे वहां भी गुरूदेव ने चातुर्मास किया । लक्ष्मणी, राणापुर, टांडा, राजगढ के पश्चात गुरूदेव पुनः झाबुआ पधारे तथा संघ की विनती पर सवंत 2001 मे पुनः झाबुआ चातुर्मास किया जो कि गुरूदेव को मालवा अंचल का अन्तिम चातुर्मास रहा । इसके पश्चात गुरूदेव ने राजस्थान की ओर विहार किया।
कई उपकार है गुरूदेव के मालवा पर -
- दशहरे पर दी जाने वाली पशुओं की बली झाबुआ नरेश को कह कर बंद करवाई ।
गुरूदेव जीवो के प्रति करूणामय थे । उन्होने अपने उपदेश एवं प्रेरणा से अनेक प्राणियों को जीवन दान दिलवाया । संवत 1981 के आसपास थावरिया मचार डाकू झाबुआ के आसपास के क्षेत्र मे काफी आतंक था । उससे राजा उदयसिंह काफी चिंतित थे । गुरूदेव उस वक्त इन्दौर में थे । राजा उदयसिंह ने इन्दौर पहूंच कर आचार्यश्री को अपनी चिन्ता बताई, गुरूदेव ने राजा को एक युक्ति बताई तथा कहा कि आप झाबुआ मेघनगर रोड पर जो दो छतरिया बनी हे वहां अपनी कार रोक कर उसकी दोनों फाटक खोल दे डाकू स्वयं कार मे आकर बैठ जावेगा । राजा ने ऐसा ही किया ओर इस युक्ति से थावरिया डाकू को बंदी बनाया गया । इससे राजा उदयसिंह बहुत प्रभावित हुए और उन्होने गुरूदेव को कुछ भेंट करना चाहा । पर गुरूदेव ने राजा से भेंट के बदले मे दशहरे के दिन अनेक स्थानों पर दी जाने वाली पशु बली को रोकने का कहा । उसे राजा ने सहर्श स्वीकार करते हुए बलि बंद करने का लिखित आदेश जारी किया । संवत 1999 में पारा मे फ्लेग की महामारी फैली, गुरूदेव ने शांति स्नात्र पूजा करवा कर महामारी को शांत करवाया । आलीराजपुर की महारानी असाध्य रोग से पीडित थी, कइ्र उपचार के बाद भी वस्थ्य मे सुधार नही हो रहा था महारानी गुरूदेव के दर्शन को गई ,गुरूदेव ने युक्ति बताई जिससे रानी बिलकुल स्वस्थ हो गई । मालवा के पश्चात गुरूदेव ने राजस्थान के कई गावों मे भ्रमण किया जहां आज भी उनके उपकार की गाथा सम्पूर्ण मारवाडा मे गाई जाती है । 13 नवम्बर मंगलवार को आचार्य तीर्थैन्द्रसूरिश्वरजी मसा के शिश्यरत्न तथा गौडी पाश्र्वनाथ तीर्थेन्द्रधाम झाबुआ के प्रेरणादाता झाबुआ माटी के पुत्र मुनि कमल विजयजी मसा की पूण्यतिथि पर गौडीजी तीर्थ पर मुनि के चित्र पर माल्यार्पण, दीपप्रज्वलन तािा गुणानुवाद सभा का आयोजन किया जावेगा । श्री संघ के समस्त महानुभावों से निवेदन है कि गोडीजी तीर्थ पर आयोजित कार्यक्रमों में उपस्थित रह कर धर्मलाभ प्राप्त करें ।
भाजपा ही एक मात्र दल जो विकास के साथ संवेदनशीलता के साथ कार्य करता है- प्रो. त्रिवेदी ।
- भाजपा के नगर मंल कार्यालय का किया गया शुभारंभ ।
झाबुआ । प्रजातंत्र के महाकुंभ में भाजपा की बयार चल रही है और प्रदेश में पुनः शिवराजसिंह चैहान मुख्यमंत्री बनने जारहे है तथा 2014 में देश के प्रधानमंत्री का भार अब नरेन्द्रमोदी के कांधों पर आरहा है। देश एवं प्रदेश की जनता जनजन की हित चिंतक भाजपा को आशाभरी निगाहों से देख रही है और प्रदेश मे शिवराज सरकार फिर से हेट्रीक बनाने जारही है। प्रदेश के मुखिया संवेदनशील और साहसी है वे मूल्यो की बात करते है और सर्वांिगण विकास के प्रतिक बन चुके है। विधानसभा में अन्य मुद्दो के साथ स्थानीय मुद्दो का भी प्रभाव रहता है। भाजपा के विधायक होने से निश्चित ही क्षैत्रिय विकास होगा। उक्त बात रविवार की रात्री मे नगर के मध्य नेहरूमार्ग में भाजपा नगर मंडल के कार्यालय के शुभारंभ के अवसर पर सेवा निवृत प्राचार्य प्रो. केके त्रिवेदी ने व्यक्त किये । विधानसभा झाबुआ के भाजपा प्रत्याशी शांतिलाल बिलवाल के नगर मंडल के कार्यालय का शुभारंभ प्रो. केके त्रिवेदी, डा.एपी पाठक के करकमलों से सम्पन्न हुआ इस अवसर पर जिला भाजपा उपाध्यक्ष शैलेश दुबे ने अपने प्रभावी सम्बोधन मेंआव्हान किया कि शांतिलाल बिलवाल की प्रचण्ड मतो से जीत के जिलये माउथ मीडिया की अहम भूमिका है। पूरे विघानसभा क्षेत्र मे भाजपा प्रचण्ड मतो से जीत कर कांग्रेस को करारी हार दिलाने में जन समर्थन प्राप्त कर चुकी है ।उन्होने नपा द्वारा नगर मे कराये गये विकास कार्यो का विस्तार विवरण भी दिया । उन्होने कहा कि झाबुआ नगर के सभी 26 बुथो पर भाजपा की जित सुनिश्चित है। पर्वतसिंह मकवाना ने भी अपने सम्बोधन में शांतिलाल बिलवाल की जीत को निश्ख्ति बताते हुए कार्यकर्ताओं से अनथक मेहनत करने का आव्हान किया । जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा ने कहा कि नगर के 26 बुथो पर भाजपा 80 प्रतिशत मत प्राप्त कर रेकार्ड जीत दर्ज करावेगी । दौलत भावसार ने अपने प्रेरक सम्बोधन में कहा कि विजयवाहिनी ध्वजा को थाम कर भाजपा जीत दर्ज करावेगी तथा हम सभी भाजपा की जीत के लिये पूरी तरह कृत संकल्पित है । पूर्णकालिक जितेन्द्र भदौरिया ने अपने उदबोधन में कहा कि नगर का यह पार्टी कार्यालय वार रूम है । प्रत्येक कार्यकर्ता को अविराम मेहनत करके मुख्यमंत्री की 152 योजनाओं की जानकारी घर घर तक देना है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे गोपालसिंह पंवार ने भरोसा दिलाया कि नगर से भाजपा को 8 हजार से अधिक की लीड दिलाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज करवायेगें ।डा. एपी पाठक ने अपने सम्बोधन में पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी मतभेद भुला कर संकल्प के साथ चुनाव जीतने के लिये मेहनत करने का आव्हान किया । भाजपा प्रत्याशी शांतिलाल बिलवाल ने आश्वस्त किया कि हम सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत एवं सहयोग से यह सीट 8 हजार से अधिक मतो से जीत कर प्रदेश में ुिर से शिवराजसिंह चैहान की सरकार बनायेगें ।उन्होने कहा कि झाबुआ अत्यन्त ही महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है यहां की जीत से निकटवर्ती पांच विधानसभाओं में भाजपा के पक्ष मे सकारात्मक प्रभाव पडेगा। इस अवसर परं चेतन पालरेचा एवं शेखर भाई का भाजपा पदाधिकारियों एवं मुख्य अतिथियों ने सम्मान किया । धन्यवाद कीर्ति भावसार ने व्यक्त किया
व्यय प्रेक्षक श्री पिल्लई आज से पुनः जिले के भ्रमण पर
झाबुआ 11 नवम्बर 13/विधानसभा निर्वाचन 2013 के निर्वाचन कार्य व्यय प्रेक्षक आज 12 नवम्बर से पुनः जिले के भ्रमण पर रहेगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार श्री पिल्लई 12 नवम्बर को दोपहर बाद पेटलावद में पहुॅचेगे, 13 नवम्बर को पूर्वान्ह में थांदला में एवं 13 नवम्बर को दोपहर बाद झाबुआ में लेखा टीम के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए मौजूद रहेगे। श्री पिल्लई उम्मीदवार के निर्वाचन व्यय रजिस्टर का निरीक्षण करेगे। पहला निरीक्षण 15 नवम्बर को झाबुआ में करेगे। 16 नवम्बर को थांदला में एवं 17 नवम्बर को पेटलावद में व्यय रजिस्टर का निरीक्षण करेगे। उम्मीदवारो के व्यय रजिस्टर का दूसरा निरीक्षण 19 नवम्बर को झाबुआ में, 20 नवम्बर को थांदला का एवं 21 नवम्बर को पेटलावद के व्यय रजिस्ट्ररो का निरीक्षण करेगे। उम्मीदवारो के व्यय लेखो का अंतिम निरीक्षण 23 नवम्बर को झाबुआ का, 24 नवम्बर को पेटलावद में एवं 24 नवम्बर को थांदला में निरीक्षण के लिए उपस्थित रहेगे। जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती जयश्री कियावत ने संबंधित रिटर्निग अधिकारी एवं लेखा टीम के अधिकारियों को निरीक्षण की तिथि समय और जगह पर उपस्थित रहने के लिएं सभी उम्मीदवारो और एजेंटो के लिए निर्धारित समय से सूचित करने के लिए निर्देशित किया है।
वीडियों टीम करे निर्वाचन की वीडियोग्राफी
झाबुआ 11 नवम्बर 13/ निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2013 के दौरान मिलने वाली नकदी शराब और अन्य सामग्री होगी जब्त ऐसे उपहार भी जप्त हो जो मतदाताओं को प्रलोभन देेने की संभावना हो महिला अधिकारी की मौजूदगी मंे महिलाओं के पर्स की जांच हो अपेक्षित, कार्यवाही करने खुफिया तंत्र को मजबूत किया जाए चुनाव ड्यूटी से जुडे अधिकारियों-कर्मचारियों को प्राथमिकता से कक्ष उपलब्ध कराएं। उक्त निर्देश मुुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविन्द ने जिला कलेक्टरों को दिये एवं वाहनो आदि की जांच के दौरान नगदी, शराब या अन्य सामग्री की जब्ती के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार कार्रवाई सुनिचित कराने को कहा है। गोविन्द ने आयोग द्वारा स्थैतिक निगरानी दल एसएसटी के संबंध में निर्देश की ओर जिला कलेक्टरों का ध्यान दिलाया है। आयोग के निर्देश में स्पष्ट है कि जांच के दौरान यदि अभ्यर्थी ,उनके एजेंट या पार्टी कार्यकर्ता की ले जाने वाले वाहन में पचास हजार रूपये से अधिक नगदी पाये जाने पर उसे जब्त किया जाए। साथ ही ऐसे वाहन में पोस्टर या निर्वाचन सामग्री कोई ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा दस हजार रूपये मूल्य से अधिक के ऐसे उपहार ले जाए जा रहे हो, जिनका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रलोभन स्वरूप देने के लिए किए जाने की संभावना हो अथवा वाहन में कोई गैर कानूनी वस्तु हो तो उसे जब्त किया जाए। जाॅंच किये जाने और जब्ती के सम्पूर्ण घटनाक्रम की वीडियों टीम द्वारा वीडियोंग्राफी भी कराई जाए। वीडियों सीडी की प्रति रिटर्निग आफिसर को प्रस्तुत की जाए। गोविन्द के अनुसार आयोग की स्पष्ट मंशा है कि सामान या वाहन की जाॅच करते समय उडनदस्ते और स्थैतिक निगरानी दल के सदस्यों का व्यवहार विनम्र, मर्यादित एवं शिष्ट होना चाहिए, महिलाओं के पर्स की तब तक जाॅच न की जाए जब तक कि वहाॅ कोई महिला अधिकारी मौजूद न हो। आयोग के ऐसे निर्देश भी है कि उडनदस्ता अपने क्षेत्रो में जाॅंच के दौरान स्थैतिक निगरानी दलों के कार्यकलाप एवं उपयुक्त आचरण का पर्यवेक्षण भी करे, खुफिया तंत्र को मजबूत किया जाए। ताकि अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित हो सकें, इसके लिए इन्फोर्समेंट एजेंसी, पुलिस, एक्साईज,इनकम टैक्स विभाग आदि आपसी समन्व्य से कार्य करे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जाॅच पडताल के समय आयोग के उक्त निर्देशों का पालन सुनिश्चित रूप से कराने को कहा है, साथ ही लोगो को यह भी समझाईश दी है कि यदि वे कोई नगदी-सोना-चाॅदी आदि वस्तुएॅ अधिक मात्रा में ले जा रहे है। तो उससे संबंधित दस्तावेज अवश्य साथ रखे।
राजनैतिक दलों के प्रसारण का समय निर्धारित, कल से आकाशवाणी पर होगा प्रसारण
झाबुआ 11 नवम्बर 13/मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान विभिन्न राजनैतिक दलों को आकाशवाणी भोपाल से अपने विचार रखने के लिए दिनांक एवं समय का निर्धारण किया गया है। आकाशवाणी से 12 नवम्बर को शाम 6.15 से शाम 6.30 तक बीजेपी, शाम 6.50 से 7.05 तक पुनः भाजपा को एवं रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक सीपीआई को अपने विचार रखने का मौका मिलेगा, 13 नवम्बर को शाम शाम 6.35 से 6.50 तक एनसीपी, शाम 6.50 से 7.05 तक बीएसपी, रात्रि 7.30 से रात्रि 7.45 तक सीपीआई और रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक आईएनसी (इंडियन नेशनल कांग्रेस) 14 नवंबर को शाम 6.35 से 6.50 तक बीजेपी और 7.30 से रात्रि 7.45 तक आईएनसी के संदेश का प्रसारण होगा। 15 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक बीजेपी, शाम 6.35 से 6.50 तक बीएसपी, शाम 6.50 से रात्रि 7.05 तक आईएनसी, रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक सीपीआई, 16 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक आईएनसी, शाम 6.35 से 6.50 तक बीजेपी, 6.50 से 7.05 तक आईएनसी, रात्रि 7.30 से रात्रि 7.45 तक बीएसपी, 18 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक बीजेपी, 6.50 से 7.05 तक आईएनसी, रात्रि 7.30 से रात्रि 7.45 तक सीपीआई, रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक बीजेपी का चुनावी प्रसारण होगा। इसी प्रकार 19 नवमबर को शाम 6.15 से 6.30 तक बीएसपी, शाम 6.35 से 6.50 तक सीपीआई(एस),शाम 6.50 से शाम 7.05 तक बीजेपी और रात्रि 7.30 से रात्रि 7.45 तक आईएनसी, 20 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक सीपीआई(एस), शाम 6.35 से 6.50 तक बीजेपी, 6.50 से 7.05 तक आईएनसी, 7.30 से 7.45 तक एनसीपी, 7.50 से रात्रि 8 बजे तक आईएनसी, 21 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक आईएनसी, शाम 6.35 से रात्रि 6.50 तक बीजेपी, 6.50 से रात्रि 7.05 तक आईएनसी, रात्रि 7.30 से रात्रि 7.45 तक बीएसपी, रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक एनसीपी का चुनावी प्रसारण होगा, 22 नवम्बर को शाम 6.15 से 6.30 तक सीपीआई(एम), शाम 6.35 से 6.50 तक आईएनसी, शाम 6.50 से रात्रि 7.05 तक बीजेपी, 7.30 से 7.45 तक बीजेपी और रात्रि 7.50 से रात्रि 8 बजे तक एनसीपी का चुनावी प्रसारण होगा।
समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न
झाबुआ 11 नवम्बर 13/ जिला अधिकारी विभागीय कार्य भी प्राथमिकता पर करे। उक्त निर्देश आज 11 नवम्बर 2013 को कलेक्टर श्रीमती जयश्री कियावत ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती जयश्री कियावत ने की। बैठक में विभागवार लंबित समयावधि पत्रों एवं पेपर कटिंग इत्यादि की समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस सहित जिला अधिकारी एवं शासकीय सेवक उपस्थित थे।
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनो का द्वितीय (ई.व्ही.एम.) रेंडमाईजेशन 12 नवम्बर को
झाबुआ 11 नवम्बर 13/विधानसभा निर्वाचन 2013 के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मंशीनो ई.व्ही.एम. का द्वितीय रेंडमाईजेशन 12 नवम्बर 2013 को दोपहर 11.30 बजे कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष झाबुआ में रखा गया है। नियत दिनांक व समय पर कलेक्टर कार्यालय के सभा कक्ष में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि एवं विधानसभा क्षेत्र झाबुआ, थांदला, एवं पेटलावद के रिटर्निंग अधिकारियों को उपस्थित होने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा कहा गया है।
नाम वापसी के बाद 29 उम्मीदवार मैदान में, निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों को चूनाव चिन्ह आवंटित
झाबुआ 11 नवम्बर 13/विधानसभा निर्वाचन 2013 में झाबुआ जिले के विधानसभा क्षैत्र झाबुआ 193, थांदला 194, एवं पेटलावद 195 से कुल 29 अभ्यर्थी चुनाव लड़ेगे। जिसमें विधानसभा क्षैत्र 193 झाबुआ से 13, विधानसभा क्षैत्र 194 थांदला से 10 एवं विधानसभा क्षैत्र 195 पेटलावद से 6 अभ्यर्थी चूनाव लडेगे। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार संबंधित रिटर्निग अधिकारियों द्वारा चुनाव लडने वाले सभी अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह आवंटिंत कर दिये गये है। विधानसभा क्षैत्र 193 झाबुआ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अभ्यर्थी जेवियर मेडा को हाथ, बहुजन समाज पार्टी के अभ्यर्थी मदन दोला वसुनिया को हाथी, भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी शांतिलाल बिलवाल को कमल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अभ्यर्थी सुनिल निनामा को घड़ी, बहुजन संघर्ष दल के अभ्यर्थी कमचन्द(कमता डामोर) को कांच का गिलास, भारतीय बहुजन पार्टी के अभ्यर्थी गुड्डूसिह डामोर को सिलाई की मंशीन, समाजवादी पार्टी के अभ्यर्थी जवा मेडा को साईकिल, शिव सेना के अभ्यर्थी विशाल राठौर को तीर कमान चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। निर्दलीय अभ्यर्थियों में कलावती नगरसिंग भूरिया को छत पंखा, दिनेश चैहान को फूल गोभी, नरवेसिग को आटो रिक्शा, प्रेम बारिया को चारपाई एवं यशन्विता मोहनिया को अलमारी चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है। विधानसभा क्षैत्र 194 थांदला में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अभ्यर्थी गेन्दाल डामोर को हाथ, बहुजन समाज पार्टी के अभ्यर्थी ईलियास भाई मचार को हाथी, भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी गोैरसिंग वसुनिया को कमल, बहुजन संघर्ष दल के अभ्यर्थी श्री अमरसिह परमार को कांच का गिलास, समाजवादी पाटी के अभ्यर्थी मुकेश डामर को साईकिल, तोलसिह भूरिया जनता दल यूनाइटेड को तीर, निर्दलीय उम्मीदवारो में कलसिह भाबर को छत पंखा, कसना पारगी को पंतग, कालूसिह नलवाया को अंगूर, मसुल भूरिया को हारमोनियम को चूनाव चिन्ह आवटिंत किया गया हैं। विधानसभा क्षैत्र 195 पेटलावद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अभ्यर्थी वालसिह मेडा को हाथ, समाज पार्टी के अभ्यर्थी प्रकाश पारगी को साईकिल, भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी निर्मला दिलीपसिह भूरिया को कमल, बहुजन समाज पाटी के अभ्यर्थी कमजी हवजी को हाथी, जनता दल यूनाईटेड के अथ्यर्थी भरतसिह अरड को तीर एवं भारतीय बहुजन पार्टी के अथ्यर्थी रामेश्वर सिंगार को सिलाई की मशीन चूनाव चिन्ह आवंटित किया गया है।

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