पश्चिम बंगाल ने आलू की कीमत को यथावत रखने के लिए पड़ोसी राज्यों को इसकी आपूर्ति रोक दी है, जिससे झारखंड में आलू की किल्लत का संकट पैदा हो गया है। एक आलू व्यापारी ने यहां बताया कि पश्चिम बंगाल में आलू से लदे लगभग 100 ट्रक रास्ते में रुके हुए हैं क्योंकि इन्हें झारखंड में प्रवेश की इजाजत नहीं है।इस वजह से आलू की कीमत 15 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका जवाब देते हुए कहा, "पश्चिम बंगाल सरकार को यह समझना चाहिए कि उनके राज्य में हरी सब्जियां हमारे राज्य से जाती हैं। हमने मुख्य सचिव से यह मामला उनके समकक्ष के सामने उठाने की मांग की है।" कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यह मुद्दा केंद्र के सामने उठाने का सुझाव दिया है।
झारखंड कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश सिन्हा ने बताया, "राज्य सरकार को यह मामला केंद्रीय कृषि मंत्री के सामने उठाना चाहिए।" पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने कहा, "केंद्र सरकार की कृषि नीति इसके लिए जिम्मेदार है। प्याज की कीमत पहले से ऊंची है। अब झारखंड आलू का संकट भी झेल रहा है। केंद्र सरकार को इस मसले पर ध्यान देना चाहिए।"

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