पाकिस्तानी किशोर कार्यकर्ता मलाल यूसुफजई को 2013 के संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) के मुताबिक, पुरस्कार समारोह का आयोजन यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स की 65वीं सालगिरह के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में किया गया। मलाला की तरफ से मंगलवार को यह पुरस्कार मलाल फंड फॉर गर्ल्स एजुकेशन की संयोजक शिजा शाहिद ने लिया।
दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी आंदोलन के अगुआ नेल्सन मंडेला और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर यह पुरस्कार पाने वाली शख्सियतों में शामिल रहे हैं। यह हर पांच साल में एक बार दिया जाता है। मलाला को यह पुरस्कार लड़कियों की शिक्षा, महिला सशक्तीकरण के लिए उठाई गई आवाज पर दिया गया।
पाकिस्तान की तरफ से कार्यक्रम में उपस्थित हुए दियार खान ने कहा, "इतनी छोटी-सी उम्र में मलाला के साहस, वचनबद्धता और दृढ़ निश्चिय व मानवाधिकार के प्रति उनके जुनून से हमें उन पर गर्व है।" उन्होंने कहा, "हम मलाला फंड फॉर गर्ल्स एजुकेशन को मिले अंतर्राष्ट्रीय समर्थन के प्रति आभार जताते हैं और मुझे उम्मीद है कि हमारे देश एवं विश्व में अन्य जगह यह साक्षरता की वजह बनेगा।" मलाला स्कूल की पढ़ाई की वजह से इस कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाईं।
मलाला के अलावा यह पुरस्कार मॉरीतानिया के बराम दाह अबीद, कोसोवो के हिल्जमनिजेटा अपुक, फिनलैंड के लिजा कौप्पिनेन और मोरक्को एसोसिएशन फॉर ह्यूमन राइट्स के पूर्व अध्यक्ष खादिजा रियादी को दिया गया।

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