छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (20 फरवरी ) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2014

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (20 फरवरी )

जिला जनसम्पर्क कार्यालय छतरपुर मध्य प्रदेष
  • प्रदेष की सास्ंकृतिक परम्परा सदैव गौरवमयी रही है-राज्यमंत्री श्री पटवा
  • खजुराहो नृत्य समारोह का हुआ भव्य शुभारंभ

chhatarpur news
छतरपुर 20 फरवरी 14/देष के विष्व पर्यटन स्थल खजुराहो स्थित मंदिर परिसर में आज 40वें खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ समारोहपूर्वक किया गया। शुभारंभ अवसर पर प्रदेष के संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा एवं क्षेत्रीय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन किया गया। इस अवसर पर प्रदेष के विभिन्न कलाकारों को सम्मान से नवाजा गया। देष के महान चित्रकार श्री सचिदा नागदेव का सम्मान राज्यमंत्री श्री पटवा द्वारा शाल श्रीफल भेंट कर किया गया। इसके अलावा अन्य कलाकारों को विभिन्न सम्मानों के प्रषस्ति पत्र भेंट किए गए। इस अवसर पर मध्य प्रदेष राज्य रूपांकर कला प्रदर्षनी, हस्तषिल्प का प्रदर्षन भी किया गया। प्रदर्षनी में ओडिसी कला का प्रदर्षन हस्तषिल्प के अनेक प्रदर्षन किए गए। इसके अलावा भारतीय वास्तुकला, चित्रकला, आधुनिक कला का आकर्षक ढंग से प्रदर्षन किया गया। इस अवसर पर राज्यमंत्री श्री पटवा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सांस्कृति को सहेजने के पर्व का यह 40वां वर्ष है। प्रदेष सरकार द्वारा भारतीय लोक संस्कृति एवं कलाओं को सहेजने की प्रदेष की गौरवमयी परम्परा रही है। इस परम्परा का निर्वहन निरंतर जारी रहेगा। हर वर्ष इस उत्सव के आयोजन में निरंतर नवीनता एवं आकर्षण लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस नृत्य उत्सव में उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरव से लेकर पष्चिम तक के कलाकारों को समय-समय पर अपनी संस्कृति प्रस्तुत करने के अवसर प्रदान किया जाता रहा है। आगे भी इसी तरह के आयोजनों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को आम आदमी के समक्ष पदर्षन करने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है। राज्यमंत्री श्री पटवा ने कहा कि भारतीय कलाओं का वर्तमान में विभिन्न देषों में मांग हो रही है। जिसे हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। प्रदेष सरकार द्वारा आर्ट-मार्ट ललित कलाओं का मेला भी कलाओं के संरक्षण के लिए आयोजित किया जा रहा है। नृत्य समारोह शुभारंभ अवसर पर भरत नाटयम, ओडिसी युगल एवं समूह नृत्य की प्रस्तुति की गई। जिनमें क्रमषः गीता चन्द्रन, दक्षिणा वैद्यनाथनद्व संचिता बैनर्जी, अरूणा मोहन्ती एवं साथियों द्वारा प्रभावपूर्ण आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई। यह नृत्य उत्सव 26 फरवरी तक निरंतर चलेगा। इस अवसर पर महराजपुर श्री मानवेन्द्र सिंह, विधायक चंदला श्री आर.डी. प्रजापति, विधायक बिजावर श्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक, विधायक राजनगर श्री विक्रम सिंह, कलेक्टर डाॅ0 मसूद अख्तर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सत्येन्द्र सिंह के साथ अधिकारी, कर्मचारी, बडी संख्या में देषी-विदेषी पर्यटक उपस्थित रहे। 

हथियारबंद नकाबपोश लुटेरो ने बुजूर्ग किसान को बंधक बनाकर लुटा

वारासिवनी- बीती रात थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत पाथरी में हथियार बंद लुटेरों ने किसान को परिवार को बंदी बनाकर लगभग 1 लाख रूप्ये की नगदी सहित जेवरात लुटकर फरार हो गये। प्ुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 19 फरवरी की रात को हथियारबंद 4 नकाबपोश लुटेरों ने ग्राम पंचायत पाथरी के एक किसान के घर लुट की घटना को अंजाम दिया। इस लुट की इस घटना ने वारासिवनी थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पुलिस की मौजूदगी पर सवाल खडे कर दिये हैं। वही घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने भी घटना से जुडे सभी बिंदुओं पर बारीकी से टटोलना शुरू कर दिया हैं। ऐसे हुई लुट- ग्राम पाथरी में लगभग 8.30 बजे जब छोटेलाल हरिनखेडे शौच के लिए खेत में गया हुआ था। तभी उसे अंधेरे में पैरे के ठेर के पास कुछ लोगों छुपकर बैठे हुए दिखाई दिये। तब छोटेेलाल ने उन्हे पर मोबाईल की टार्च से रौशनी में देखा। जिसके बाद अंधेरे मे छुपकर बैठे लोगों ने छोटेलाल को बंधक बनाकर अपने साथ ग्राम के 87 वर्षीय बुजूर्ग किसान दुर्गाप्रसाद पारधी के घर लेकर गयेे। और उनके घर का दरवाजा लुटेरों द्वारा खटखटाकर खुलवाया गया। दरवाजा खुलते ही सभी चारो नकाबपोश हथियारबंद लुटेरे दुर्गाप्रसाद पारधी के घर में घुस गये। इस दौरान घर में दुर्गाप्रसाद के अलावा उसकी पत्नी उर्मिला एवं नाती देवेन्द्र पारधी भी मौजुद था। वही लुटेरे छोटेलाल को मुक्को से मार भी रहे थे। दुर्गाप्रसाद की माने तो लुटेरों ने उसकी पर छोटी बंदूक अडाकर घर में रखी आलमारी एवं पेटी की चाबी मांगी। वही लुटेरों ने दुर्गाप्रसाद पारधी के घर से सोने चाॅदी के आभूषणों सहित 50 हजार की नगदी अपने पास रख ली। दुर्गाप्रसाद की माने तो इसके बाद चारों लुटेरों ने उन्हे कमरे में बंद कर दिया। नाती को रसोई में पत्नी उर्मिला को छपरी में खटिया से बांध दिया वही छोटेलाल हरिनखेडे के हाथ पाॅव एवं मुॅह बाॅधकर छपरी में ही डाल दिया। लुट की घटना का शिकार हुए दुर्गाप्रसाद की माने तो लुटेरों द्वारा यह पुरी घटना उनके घर में लगभग 8.30 बजे से लेकर रात 11 बजे तक चलती रही। लुटेरो द्वारा लुट की घटना को अंजाम देने के बाद उन्हे पुलिस में रिर्पोट ना करने की धमकी भी दी गयी। उन्होंने बताया कि उनके नाती देवेन्द्र ने अपने  आपको रस्सियों से छुडाकर सभी को छुडाया। उसके बाद हमारे द्वारा चिल्लाने पर आसपास के गाॅव वाले जमा हो गये। 

ये ले गये लुटेरे-
वही लुटेरों नें उनके घर से एक मोबाईल सोने की एक चेन, एक सोने का मंगलसूत्र, सोने की एक अंगुठी, 2 कान के टाॅप्स, वही चाॅदी के आभूषणों में 3 जोडी पायल, 8 नग पुराने चाॅदी के सिक्के सहित 50 हजार रूपये नगदी लेकर फरार हो गये। जिनकी कुल कीमती प्रार्थी द्वारा 1 लाख रूपये बतायी गयी हैं। थाना प्रभारी प्रतिक राय ने बताया कि मामले मे पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ लुट का मामला धारा 394 के तहत दर्ज कर विवेचना में ले लिया हैं। वही लुटेरों की तलाश की जा रही हैं। 


कोई टिप्पणी नहीं: