“निर्मल भारत अभियान” एवं मनरेगा तहत
- उप-योजना (व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय) के क्रियान्वयन एवं मूल्यांकन
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर ने बताया कि निर्मल भारत अभियान में अभिसरण तहत मनरेगा से राशि रूपये 4400 के स्थान पर राशि रू0 5400 का प्रावधान कर दिया गया है। निर्मल भारत अभियान की प्रोत्साहन राशि रू 4600/-यथावत रहेगी। व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय निर्माण के लिये कन्र्वेजेंसी निर्मल भारत अभियान की राशि 4600 एवं मनरेगा से रूपये 5400 तय की गई है। व्यक्तिगत शौचालय पर राशि रूपये 10,000 का लाभ पात्र परिवार को ही प्राप्त होगा। भारत सरकार के निर्देशो के अनुसार जो हितग्राही केवल मनरेगा से ही शौचालय बनाना चाहते है ,उन्हे पात्रतानुसार मनरेगा से राशि रूपये 10000 का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
जिले में निर्मल भारत अभियान अंतर्गत की जा रहे प्रयासो का आकाशवाणी
- दूरदर्शन डी0डी वन पर 26 फरवरी को प्रसारण होगा
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान की प्राथमिकता का कार्यक्रम मर्यादा अभियान का क्रियान्वयन सीहोर जिले में जिला प्रशासन के द्वारा किये जा रहे प्रयासो के संबंध में आकाशवाणी दूरदर्शन डी0डी0 वन पर 26 फरवरी, 2014 केा प्रसारण किया जायेंगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर ने बताया कि आकाशवाणी दूरदर्शन की टीम के सदस्य श्री आशीष खरै द्वारा ग्राम बरखेडा कुर्मी विकास खण्ड इछावर में गत दिवस पहुंच कर निर्मल भारत अभियान अंतर्गत जिले में स्वच्छता के लिये किये जा रहे, प्रयास/कार्य तथा महिलाओ की मर्यादा से जुडे मुद्दे पर ग्रामीणों स्कूलो के छात्रो, शिक्षको ,आंगनबाडी सहायिका, एवं निर्मल भारत अभियान के जिला प्रभारी श्री जी0एस चैहान जिला समन्वयक विकास वाघाडे ब्लाक समन्वयक श्री कमल वर्मा के द्वारा शौचालय निर्माण स्वच्छता के प्रति जागरूकता आदि के बारे में परिचर्चा के माध्यम से अवगत कराया गया । जिसका प्रसारण 26 फरवरी को सायं 6.30 बजे रात्रि 3 बजे एवं 27 फरवरी को सुबह 11.30 बजे किया जावेगा। जिले समस्त ग्राम पंचायत के पंच . सरपंचों से निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रसारण को अपने क्षेत्र के ग्रामवासियों को अवश्य दिखाएं।
कृषि विज्ञान मेला वर्ष 2.13 - 14 का समापन
कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम (आत्मा) जिला सीहोर अन्तर्गत कृषि विज्ञान मेला 2013 - 14 का समापन इछावर विधायक श्री शैलेन्द्र पटेल के मुख्य अतिथि में कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, जिला सीहोर में संपन्न हुआ। मेला में कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत, पूर्व विधायक, श्री रमेष सक्सेना, क्षेत्रीय परियोजना संचालक डाॅ. अनुपम मिश्रा, क्षेत्रीय परियोजना निदेषालय, जबलपुर डाॅ. ए. के. तिवारी, परियोजना संचालक, दहलन व तिलहन विकास, भोपाल, डाॅ. एस. आर. के. सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक, क्षेत्रीय परियोजना निदेषालय, जबलपुर व श्रीमती शारदा फोगाट, कार्यपालक संचालिका कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थेे। इछावर विधायक श्री शैलेन्द्र पटेल, ने अपने उद्बोधन में किसानों को खेती में वैज्ञानिक तकनीकों अपनाने हेतु प्रेरित करते हुए पशुपालन व उद्यानिकी फसलों के लिए भी प्रेरित किया जाये। कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत ने बताया कि कृषि विज्ञान मेला के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों तक तकनीक पहुॅची है तथा तीन दिवसीय मेला में किसानों ने उन्न्तषील तकनीकों को भी सीखा। डाॅ. अनुपम मिश्रा, क्षेत्रीय परियोजना, निदेषक, क्षेत्रीय परियोजना निदेषालय, जबलपुर ने बताया कि किसानों हेतु तकनीकी के हस्तांतरण हेतु चलाऐ जा रहे विषेष कार्यक्रम 5000 कृषकों हेतु पर अपना प्रकाष डाला और इसके माध्यम कृषि की नवीन तकनीक किसानों तक सुचारू रूप से पहुॅच रही। श्री धरम सिंह वर्मा, अध्यक्ष, दुग्धसंघ, भोपाल ने बताया कि कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने हेतु कृषि के साथ पशुपालन को अपनाना आवष्यक है और किसानों को कृषि की वैज्ञानिक पद्धतियों का समावेष अपनी खेती में करना चाहिए जिससे किसान अधिक लाभान्वित हो सके। डाॅ. ए. के. तिवारी, परियोजना संचालक, दलहन व तिलहन भोपाल ने अपने उद्बोधन में कृषि विविधीकरण पर विस्तृतरूप से चर्चा करते हुए किसानों का एक फसल पर निर्भर न रहकर अधिक फसलें लगाना चाहिए जिससे कृषि में जोखिम को कम किया जा सके। इस अवसर पर कृषकों तथा अतिथियों ने कृषि विज्ञान मेला में प्रदर्षित प्रदर्षनियों व कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र में प्रदर्षित तकनीकों को देखा जिसमें विषेषरूप से वर्मी कम्पोस्ट, अमरूद की सघन प्रणाली, गेहूॅ की उन्नतषील किस्में, चना फसल की उन्नतषील किस्में, कुआॅ पुर्नभरण तकनीक व अन्य को देखा व समझा। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने जैविक खेती, मृदा परीक्षण व अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। कृषि विज्ञान मेला में किसानों के अच्छे कार्यों हेतु उन्हे परस्कार भी दिया गया। कार्यक्रम के अन्त में श्री अवनीष चतुर्वेदी, परियोजना संचालक, आत्मा, सीहोर ने आभार व्यक्त किया।

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