भारत के अव्दितीय स्थानों में गिना जाने लगा जगतसागर में बिराजे शनि देव महाराज - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2014

भारत के अव्दितीय स्थानों में गिना जाने लगा जगतसागर में बिराजे शनि देव महाराज

shani mandir
मध्य भारत के बुन्देलखण्ड की हृदय स्थली महाराजा छत्रसाल के रियासत का गाॅव मऊ-सहानियाॅ जो मध्य प्रदेष के छतरपुर जिला में आता है  महाराजा छत्रसाल के पुत्र राजा जगतसिंह व्दारा 17 वी ष्षताव्दी में नव ग्रह मंदिरों का निमार्ण करवाया गया था , श्रीशनि देव मंदिर एवं श्री सूर्य मंदिर अस्थित्व में है ष्षेष बिलुप्त हो चुके है , सूर्य मन्दिर अलग क्षेत्र में है । शनि मन्दिर का जीर्णोध्दार बर्ष 2009 में तथा शनि षिला की स्थापना बर्ष 2011 में की जा चुकी है ।  श्री ष्षनि धाम मंदिर का विस्तार  जिसमें श्री ष्षनि के नो बाहनों में अलग-अलग मूर्ति की स्थापना तथा एक ही क्षेत्र में सभी नौ ग्रहों के मंदिों की स्थापना एवं षिव मंदिर का निमार्ण करा कर भव्य तीर्थ स्थल विकसित किया जा रहा है ।  

शनि धाम सेवा संस्थान , मऊ सहानिया जिला छतरपुर के स्थापना से जुडे़ समाजसेवी श्री जय वैद्य , सुषील कुमार वैद्य, अजय साहू , श्रीराम नगरिया, संतोष तिवारी, धीरेन्द्र षिवहरे, मुकुल तिवारी, राहुल पुरोहित, राकेष साहु, नीरज वैद्य, राजेष अग्हिनोत्री (पत्रकार) ने एक योाजना के तहत इस ष्षनिधाम में एक विषाल आयोजन कराने का निर्णय लिया था जो मई 2013 में बनारस के पंडितों , विव्दानों, की देख -रेंख में सम्पन्न हुआ, इस धार्मिक आयोजन में काषीपीठ के ष्षंकराचार्य स्वामी सरस्वतीनंद जी  सहित सैकड़ों महान हस्तियों ने भाग लिया । 

shani mandir bundelkhand
शनि धाम सेवा संस्थान , मऊ सहानिया जिला छतरपुर के प्रयास से इस मंदिर पर बर्षात में आने जाने के लिए नौका विहार की सुविधाऐं रहती है तथा आम दिनों में कच्चा रास्ता बनाकर शनि भक्तों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर निमार्ण किया गया है ं। मंदिर में आने बाले भक्तों को मानसिक, षारीरिक सुख प्राप्त होने पर यहाॅ दान पुण्य के आयोजन होते रहते है समय समय पर यहा धार्मिक आयोजन चल रहे है । प्रत्येक ष्षनिवार के दिन सुबह 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक श्रध्दावान लोगों का आने जाने का ताॅता लगा रहता है । इस मंदिर की कमेटी एवं व्यवस्थापक श्री सुषील वैद्य ने बताया कि षनि धाम सेवा संस्थान , मऊ सहानिया जिला छतरपुर का प्रयास है कि यह स्थान भारत के अव्दितीय स्थानों में गिना जाने लगा है, इस स्थान पर बाहर से आने बाले भक्तों को ठहरने एवं उनके भोजन पानी के लिए कमेटी विचार कर रही है मउ-सहानिया में एक विषाल धर्मषाला व भण्डार कक्ष बनाने की योजना प्रस्तावित है जो जन सहयोग से ही पूर्ण हो सकेगी । 





          

                            ( संतोष गंगेले की कलम से )

कोई टिप्पणी नहीं: