राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सरकार में मंत्री रहे बृज बिहारी प्रसाद की हत्या मामले में पटना उच्च न्यायालय द्वारा दो दिन पहले आठ लोगों को बरी किए जाने को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। इन सभी आरोपियों को निचली अदालत में दोषी करार दिया गया था। बृज बिहारी की पत्नी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रमा देवी ने यहां संवाददाताओं को बताया, "मैं आरोपियों को बरी कर दिए जाने के फैसले से आहत हूं और मैंने चुप न बैठने बल्कि पति की हत्या से जुड़े मामले में न्याय के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है।"
उन्होंने कहा, "मैं जल्द ही सर्वोच्च न्यायालय में आरोपियों को बरी करने के मामले के खिलाफ याचिका दायर करूंगी।" रमा देवी ने कहा कि वह इसलिए फैसले के खिलाफ अपील करेंगी क्योंकि मामले के मुख्य गवाह अभी जिंदा हैं और वे विश्वसनीय ब्यौरा इस मामले में उपलब्ध कराएंगे। वर्ष 2009 में निचली अदालत ने सभी आठों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
अपराधी से राजनेता बने बृज बिहारी इंजीनियरिंग प्रवेश घोटाले में आरोपी रहे हैं। उन्हें 1998 में पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में शाम की सैर के दौरान गोली मार दी गई थी।

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