अब तक जमींदोज हो चुके है पांच पुल
- शासन और विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आसार !
देहरादून , 7 जुलाई(राजेन्द्र जोशी)। उत्तरकाशी के गंगोरी -संगम चट्टी मोटर मार्ग पर डिगीला में बन रहे पुल के गिर जाने के बाद प्रदेश में आपदा के दौरान पुलों के निर्माण और उन पर लगने वाले घटियां साम्रगी की पोल स्वतः ही खुलने लगी है। राज्य में अब तक पांच बड़े पुल हादसे हो चुके है, लेकिन अभी तक लोक निर्माण विभाग अथवा पुल बनाने वाले संस्थान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पुलों के गिरने के इस सिलसिले के दौरान अब तत्कालीन सरकार और विभागों की पोल पट्टी भी खुलने लगी है कि आपदा के नाम पर किस तरह राज्य की अफशाही ने नियमों को ताक पर रखकर अपने चहेतों को लाभ देने का काम किया है। उल्लेखनिय है कि 25 मार्च 2012 में श्रीनगर और चैरांस को जोड़ने वाले लगभग 30 करोड़ रूपये लागत का पुल जो अलकनंदा नदी पर बनाया जा रहा था। निर्माण के दौरान एक रात बीच से टूट कर अलकनंदा में जा समाया। इस पुल पर रात्री में दर्जनों मजदूर व लोक निर्माण विभाग के अभियन्ता स्लेब डालने का काम कर रहे थे। इस हादसे में सात मजदूर सहित एक अवर अभियन्ता को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। वहीं 18 मार्च को गंगोत्री मुख्य मार्ग पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाया जा रहा पुल भी इसी तरह ढ़ह गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हुई थी। जबकि 14 नवम्बर 2013 को रूद्रप्रयाग-जवाड़ी बाई पास मोटर मार्ग पर निर्माणाधीन पुल अचानक ध्वस्त हो गया। वहीं 27 जून 2014 को भेटियारा उत्तरकाशी के पास एक पुल उस समय गिर गया जब उस पुल पर से एक ट्रक पोकलेन्ड मशीन लेकर गुजर रहा था। इस हादसे में भी एक की मौत और चार लोग घायल हुये थे। ताजा मामला गंगोरी संगम चट्टी मोटर मार्ग पर बिगीला में निर्माणाधीन वैली ब्रिज के गिरने का है। इसमें तीन लोग घायल और एक मजदूर की मौत हुई है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह हंैं कि प्रदेश सरकार ने आपदा के नाम पर भारत सरकार के एक उपक्रम नेशनल बिल्डिग कंस्ट्रक्शन काॅरपोरेशन (एनबीसीसी) को दस ऐसे वैली ब्रिज की आपूर्ति का आदेश दिया। इस उपक्रम ने उत्तराखंड सरकार के इस आदेश को गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) को सबलेट कर दिया। राज्य सरकार के आला अधिकारियों की मिलीभगत का तब पता चलता है जब मौजूदा मुख्यमंत्री ने ऐसे बीस अन्य पुलों की निविदाये आमत्रिंत करने को कहा। बीती 14 जून को जब आमंत्रित निविदाओं की दरंे खोली गई तो आंखे फट कर रह गई। सबलेट कर वैली पुलों का काम लेने वाली गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) ने इन पुलों के 8 करोड़ 11 लाख रूपये लगाये। ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि जब आपदा के नाम पर इन पुलों को तीन करोड़ रूपये प्रति पुल के हिसाब से खरीदा गया तो आपदा के बाद इन पुलों की दर में इतनी कमी क्यों आ गई। इससे साफ है कि पुलों की आपूर्ति में कोई बहुत बड़ा खेल हुआ है। यह खेल निविदा के सामने भी आ गया हैं। ऐसे में इस बात का भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलों पर लगने वाली निर्माण सामग्री किस गुणवत्ता की होगी। इतना ही नहीं पुलों की आपूर्ति के अलावा पुलों की स्थापना व रेल हेड अथवा विभागीय गोदाम से स्थापित होने वाले स्थान तक ले जाने में भी कोई बड़ा खेल न हुआ हो इसमें शंका है। कुल मिलाकर गिरते पुलों और मरते मजदूरों के बाद यह साफ हो गया है कि प्रदेश में पुलों की आपूर्ति के नाम पर शासन से लेकर विभागीय उच्चाधिकारी तक सभी के हाथ भ्रष्ट्राचार में सने है।
दो घरो में बदमाशों का धावा, लाखों की लूट, पुलिस के गश्ती दल की खुली पोल
देहरादून, 7 जुलाई (निस)। पटेलनगर थाना क्षेत्र में देर रात बदमाशों ने दो परिवारों को बंधक बनाकर लाखों की लूट को अंजाम दे डाला। इससे पुलिस के गश्ती दल की पोल खुलकर रह गयी है। थाना पटेलनगर के अंर्तगत नयागांव परवल रोड पर सड़क किनारे खेमचन्द जोशी का मकान है। खेमचन्द जोशी पास ही एक बाग में ठेकेदारी का कार्य करते हैं। उनके साथ उनके परिवार में उनकी पत्नी, बच्चे व भाई निवास करते हैं। खेमचन्द जोशी के पड़ोस वाला घर नवीन शर्मा का है। जो कि सेलाकुई मंे किसी फैक्ट्री में कार्यरत है। नवीन शर्मा के साथ उनकी पत्नी व बहन रहती है। बताया जा रहा है कि देर रात चार नकाबपोश बदमाश हथियारों से लैस होकर खेमचन्द जोशी के घर में घुसे और उनके परिजनों को बन्धक बना कर लूटपाट शुरू कर दी। बदमाशों ने खेमचन्द जोशी के घर से 13 हजार नगद व जेवरात लूट लिये। इसके बाद बदमाश तमंचे की नोंक पर खेमचन्द जोशी को लेकर नवीन शर्मा के घर पहंुचे और खेमचन्द जोशी को डरा-धमका कर नवीन शर्मा के घर का दरवाजा खुलवाया। बदमाशों ने वहां भी सबको बन्धक बना कर 7 हजार की नगदी व 2 लाख के जेवर लूट लिये।बदमाशों ने दोनांे घरों से सारे मोबाइल अपने कब्जे में ले लिये। बदमाश दोनों मकानों में बाहर से कुण्डी लगाकर फरार हो गये। बताया जा रहा है कि जिस समय बदमाश लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहे थे। उस समय बाहर सड़क पर पुलिस गश्त कर रही थी पर बदमाशों ने लूटपाट करते समय दोनो मकानों की लाइट बुझा रखी थी इसलिये पुलिस को लूट की भनक तक नहीं लगी। बदमाशों के जाने के बाद नवीन शर्मा व खेमचन्द के परिजनों ने हल्ला मचाया तब जाकर पुलिस व अन्य पड़ोसियों को लूट की वारदात का पता चला। पुलिस ने मौके पर पहंुचकर घटना की छानबीन शुरू कर कांबिग शुरू कर दी लेकिन हर बार की तरह इस बार भी बदमाश बच निकले। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर बदमाशांे की तलाश शुरू कर दी है।
रेल बजट से उत्तराखंड को उम्मीदें: कुंजवाल
देहरादून, 7 जुलाई (निस)। विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार के रेल बजट में उत्तराखण्ड को बड़ी उम्मीदें हैं। उन्होंने टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन जहां पूर्व में ही राष्ट्रीय परियोजना में शामिल है, वहीं ऋषिकेश -कर्णप्रयाग व रामनगर-चैखुटिया रेल लाइन स्वीकृत है। यहाॅं जारी एक बयान में विधानसभा अध्यक्ष श्री कुंजवाल ने आशा व्यक्त की है कि केन्द्र सरकार अपने रेल बजट में उत्तराखण्ड की इन रेल लाइनों हेतु प्राथमिकता के आधार पर पर्याप्त बजट मुहय्या कराते हुए रेल लाइनों का निर्माण शीघ्र प्रारम्भ करेगी उन्होंने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा भवन निर्माण के विलम्ब में जिस तरह की बयान बाजी हो रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विधान सभा भवन निर्माण के कार्यों में जो विलम्ब हुआ वह शासन और वित्त विभाग के कारण हुआ उन्होंने कहा कि विधानसभा स्तर से निर्माण कार्यों हेतु सभी औपचारिकताएॅं पूर्ण कर ली गई थी।
निशंक ने सीएम का जाना स्वास्थ्य हाल
देहरादून, 7 जुलाई (निस)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने नई दिल्ली स्थित एम्स पहुंचकर मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्वास्थ्य का हाल जाना। जानकारी के अनुसार डा. निशंक सुबह पौने दस बजे एम्स पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की प्रगति के बारे में विस्तार से वार्ता की। लगभग आधे घंटे की मुलाकात में डा. निशंक ने राज्य के विकास से जुड़े मुद्दो पर भी चर्चा की।
महंगाई को लेकर व्यापारियों की हुई बैठक
हरिद्वार, 7 जुलाई (निस)। कृषि उत्पादन मण्डी समिति हरिद्वार यूनियन, हरिद्वार द्वारा सार्थक पहल करते हुये, फुटकर व्यापारी व थोक व्यापारी के मध्य समन्वय स्थापित कर, आम जनता को रोजमर्रा में फल-सब्जी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराये जाने को लेकर कृषि उत्पादन मण्डी समिति हरिद्वार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता मण्डी समिति के अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने की, बैठक में थोक फड़ व्यापारी व फुटकर फल-सब्जी के व्यापारियों ने रचनात्मक सुद्याव देकर बैठक में शिरकत की। बैठक का उद्देश्य मण्डी समिति द्वारा नगरवासियों को मंहगाई से निजात दिलाने के लिये, सस्ते दरों पर फल-सब्जी उपलब्ध कराना रहा, साथ ही अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने मण्डी समिति सचिव को निर्देशित कर फुटकर फल-सब्जी व्यापारियों के अभियान चलाकर पंजीकरण करने के आदेश पारित किये। यह अभियान 9 जुलाई से प्रारम्भ किया जायेगा। बैठक में संजय चोपड़ा ने फड़ व्यापारियों को अवगत कराया कि मण्डी समिति द्वारा दुकान रहित व्यापारियों हेतु स्ववित्त पोषित योजनान्तर्गत दुकानों का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी प्रक्रिया शुरु हो गयी है तथा जिसका आवंटन, पात्र व्यापारियों को शीघ्र ही कर दिया जायेगा। उन्होने यह भी कहा कि मण्डी समिति उन फड़ व्यापारियों को जिनको स्ववित्त पोषित योजनान्तर्गत दुकान आवंटन नहीं हो पायेगा, उनके लिये पक्के चबूतरे एवं टीन शैड़ तैयार कर उपलब्ध करायेगा जिससे कि व्यापारियों को व्यापार करने में सुविधा हो। व्यापारियों द्वारा सुद्याव दिया गया कि दुकान आवंटन से रहित फड़ व्यापारियों को पूर्ववत् फड़/स्थान दिया जाये साथ ही जो व्यापारी अवैध रुप से कार्य कर रहे है उन पर प्रतिबन्ध लगाया जाये।
संजय चोपड़ा ने यह भी कहा कि शहर में फल-सब्जी के फुटकर व्यापार कर रहे ठेली/पटरी व्यापारियों के लिये लाइसेंस की अनिवार्यता सुनिश्चित की जायेगी तथा उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर फल-सब्जी उपलब्ध कराना, हमारी प्राथमिकता है। इस बैठक में मण्डी समिति सचिव प्रभाकर रंजन, अशोक कुमार जोशी, राजबीर सिंह, लवकेश, जितेन्द्र, कुलदीप नौटियाल एवं फड़ व्यापारी गुलफाम, याहया खान, मुरसत ख्वाजा, राजीव चैधरी, नौशाद, शहजाद, नितिन, उस्मान आदि ने मण्डी को सुचारु रुप से चलाने एवं उपभोक्ताओं को सस्ते भाव पर उत्पाद उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में सुझाव रखें।
आपदा के 18 और व्यक्तियों के डीएनए सेम्पल का हुआ मिलान
देहरादून, 7 जुलाई (निस) । केदारघाटी में अब तक प्राप्त 630 शव जो नर कंकाल के रूप में बरामद हुये थे। उनके डीएनए सेम्पल की रिपोर्ट राज्य को प्राप्त हो गई है। केदारघाटी में लापता व्यक्तियों के 191 परिजनों के द्वारा उनके डीएन सेम्पल दिये गए थे। जिनमें से फाॅरेसिंग लेब हेदराबाद द्वारा 18 व्यक्तियों के डीएनए सेम्पल केदार घाटी के प्राप्त शवो के नरकंकालों से मिल गए हैं। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि जिन परिवारों के सदस्य केदारनाथ आपदा के दौरान लापदा हुये है। यदि वे देहरादून आ सकते है तो ठीक अन्यथा अपने राज्य के डीएनए अपने राज्य से ही डीएनए सेम्पल फाॅरेस्ंिाक प्रयोगशाला देहरादून व्यवस्था करने को कहा गया हैं ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोगों की पहचान की जा सके। उन्होंने बताया जिसके डीएनए सैम्पल संकलित कर एफएसएल हैदराबाद भेजे गए है। केदारघाटी में लापता व्यक्तियों के कुल 191 परिजनों द्वारा अभी तक डीएनए सैम्पल मिलान हेतु दिये थे। जिन्हें जांच हेतु एफएसएल हैदराबाद भेजा गया था। एफएसएल हैदराबाद से प्राप्त आख्या के अनुसार निम्नलिखित 18 व्यक्तियों द्वारा दिये गये ब्लड सैम्पल अज्ञात शवों/कंकाल के डीएनए से मैच करते है। वे है सियाराम माली पुत्र दिवारी जिला करौली राजस्थान, राजेश कुमार पुत्र शंकर लाल जोधपुर राजस्थान, बिशन लाल मीना पुत्र गोवर्धन लाल मीना दुवासा राजस्थान, राम जी शुक्ला पुत्र सत्य प्रकाश शुक्ला कन्नौज उत्तर प्रदेश , अनिल गुप्ता पुत्र श्याम लाल गुप्ता जम्मु, जम्मु और कश्मीर, किरन लता जाट, पत्नी प्रीतम चन्द्र जाट जबलपुर मघ्यप्रदेश, राकेश पाठक पुत्र राजनाथ पाठक चंदौली, उत्तरप्रदेश, आशिश अग्रवाल पुत्र अशोक अग्रवाल सदर बाजार दिल्ली, प्रदीप कुमार शर्मा पुत्र राम किशन शर्मा गुड़गाव हरियाणा, अशोक कुमार पुत्र स्वर्गीय मुरारी लाल शर्मा गुड़गाव हरियाणा, रविकान्त पुत्र बाल किशन शर्मा गुडगाव, शैलेश गोयल पुत्र रमेश गोयल गुड़गांव हरियाणा, रजई कुमार पुत्र के जे वर्मा लखनऊ, उत्तरप्रदेश, डोली राम पुत्र दुल्हे राम भरतपुर राजस्थान, अमित पुत्र जयप्रकाश भावनगर गुजरात, श्रीमती चन्द्र लेखा जाट पत्नी श्री जगदीश प्रसाद जाट जबलपुर मघ्यप्रदेश, कल्लु उफ रामराय पुत्र साहिब दीन बारंबकी उत्तरप्रदेश शामिल हैं।
शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तानंद ने जाना सीएम का हाल
देहरादून, 07 जुलाई, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत से नई दिल्ली एम्स में शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तानंद सरस्वती ने भेंट कर शीघ्र स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद दिया। सोमवार को एम्स में मुख्यमंत्री श्री रावत से शंकराचार्य ने भेंट कर कुशल क्षेम पूछी और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ का आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने शंकराचार्य का धन्यवाद ज्ञापित किया। यह जानकारी मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार द्वारा दी गई।
एनबीसीसी द्वारा बनाये जा रहे पुल का गिरना गंभीर: सीएम
देहरादून, 07 जुलाई, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नई दिल्ली एम्स के प्राइवेट वार्ड में मुख्य सचिव सुभाष कुमार, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसएस संधू और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी में एनबीसीसी द्वारा बनाये जा रहे पुल के गिरने की घटना को गम्भीरता से लिया। उन्होंने दोषी लोगों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाई करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि लोगों को पुल चाहिए। पुल गिरने के तकनीकी कारणों की जांच राज्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण कार्य के पूर्ण होने की टाइम लाइन तय होनी चाहिए। तय अवधि में जब तक पुल का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एनबीसीसी के लोगों से नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और लोड़ टेस्ट होने के बाद ही पुलों का निर्माण पूर्ण माना जायेगा। एनबीसीसी के सीइओ नीलेश शाह ने बताया कि कोलकाता की मेसर्स गार्डेन रीच कम्पनी भारत की जानी मानी पीएसयू (पब्लिक सेक्टर अंडर टेकिंग) है। लांचिंग के समय नोज टूट जाने से पुल गिर गया। फिलहाल पुल सुरक्षित है और 15 दिन के अंदर इसका उद्घाटन कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने आला अधिकारियों से राज्य के विकास से सम्बन्धित अन्य महत्त्वपूर्ण विषयांे की भी समीक्षा की।
मेनका गांधी जाना सीएम का हाल, की जल्द स्वास्थ्य लाभ होने की कामना
देहरादून, 07 जुलाई, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत से एम्स में केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी, उत्तर पद्रेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद मे. ज. (से.नि.) भुवनचन्द्र खण्डूडी, डा.रमेश पोखरियाल निशंक तथा फिल्म अभिनेता विवेक ओबराय ने भेंट की तथा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इसके लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
पंचायत के रिक्त पदों पर 15-16 को होगें नामाकंन
देहरादून, 07 जुलाई, (निस)। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुबर्द्धन ने बताया है कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2014 के पश्चात रिक्त रह गये पदों/स्थानों पर निर्वाचन होने के कारण आदर्श आचरण संहिता प्रभावी रहेगी। उन्होंने बताया कि राज्य के 12 जनपदों की कुछ ग्राम पंचायतों के सदस्यों तथा प्रधानों के स्थानों/पदों के निर्वाचन प्रत्यादिष्ट हो जाने के कारण, नामांकन न होने के कारण अथवा अन्य कारणों से रिक्त रह गये, ऐसे सभी रिक्त स्थानों/पदों पर निर्वाचन हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके तहत अब 15 व 16 जुलाई 2014 को नामांकन किया जायेगा। 17 जुलाई 2014 को नामांकन पत्रों की जांच की जायेगी। 18 जुलाई 2014 नाम वापसी की तिथि रखी गई है। 19 जुलाई, 2014 को निर्वाचन प्रतीक आवंटित किये जायेंगे। 26 जुलाई, 2014 को मतदान तथा 28 जुलाई, 2014 मतगणना की तिथि निर्धारित की गई है। श्री सुबर्द्धन ने बताया कि 7 जुलाई, 2014 से 28 जुलाई, 2014 तक आदर्श आचार संहिता प्रभावी रहेगी।
निशंक ने सीएम का जाना स्वास्थ्य हाल
देहरादून, 7 जुलाई (निस)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने नई दिल्ली स्थित एम्स पहुंचकर मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्वास्थ्य का हाल जाना। जानकारी के अनुसार डा. निशंक सुबह पौने दस बजे एम्स पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की प्रगति के बारे में विस्तार से वार्ता की। लगभग आधे घंटे की मुलाकात में डा. निशंक ने राज्य के विकास से जुड़े मुद्दो पर भी चर्चा की।
भूस्खलन जोखिम प्रबंधन में वानिकी’’ पर प्रशिक्षण
देहरादून, 7 जुलाई (निस)। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली और वन अनुसंधान संस्थान दिनांक 7 - 11 जुलाई, 2014 तक वन अनुसंधान संस्थान में देश के वन अधिकारियों और वैज्ञानिकों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। प्रशिक्षण का विषय ‘‘भूस्खलन जोखिम प्रबंधन में वानिकी’’ है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य भूस्खलन प्रवण क्षेत्रों के वन विभागों के अधिकारियों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारतीय भूविज्ञान सर्वेक्षण एवं लोक निर्माण विभाग के वैज्ञानिकों को भारत में भूस्खलन आपदाओं द्वारा उत्पन्न क्षति की सीमा, भूस्खलनों की घटनाओं के कारणों और उन कदमों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना है जिन्हें संयुक्त वन प्रबंध समितियों और सरकारी विभागों के बीच एक सशक्त नेटवर्क विकसित करके और न्यूनीकरण की विभिन्न विधियों का उपयोग करके भूस्खलनों के कारण क्षतियों को रोकने अथवा कम करने के लिए उठाया जा सकता है ताकि भारत के पर्वतीय इलाकों में भारी आपदाओं को नियंत्रित किया जा सके। इन विषयों पर सहभागियों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए वाडिया हिमालयन भूविज्ञान संस्थान, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, उत्तराखण्ड जैसे संस्थानों और विभिन्न वन विभागों से संकायों के व्याख्यानों का आयोजन किया गया है। इस प्रशिक्षण में सम्पूर्ण भारत से विभिन्न राज्यों के सहभागी भाग ले रहे है। प्रशिक्षण का उद्घाटन वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के कार्यवाहक निदेशक, श्रीमती जयश्री आर डे ने किया। श्रीमती आर डे ने हिमालय में भूस्खलनों को देखते हुए भूस्खलन आपदा प्रबंधन में वानिकी पद्धतियों को अपनाने की आवश्यकताओं पर जोर दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डा0 आर.के. आइमा, प्रमुख वन संवर्धन प्रभाग और वी.के.धवन, अनुसंधान अधिकारी वन अनुसंधान संस्थान द्वारा किया गया और डा0 सूर्यप्रकाश राष्ट्रीय आपदा प्रबंध संस्थान, नई दिल्ली प्रशिक्षण पाठ्क्रम का समन्वयन कर रहे हैं।
बारिश में बरपाया कहर, मलबे में दबे वाहन
मसूरी, 7 जुलाई (निस)। मानसून की पहली ही बरसात ने पहाड़ों की रानी मसूरी में जमकर कहर बरपाया। दो वाहन मलवे में दब गये। केम्पटी यमुना पुल रोड आठ घंटे मलवा आने से बंद रहा। देर रात को मसूरी देहरादून मार्ग तीन घंटे बंद रहा। कई रोडों पर मलवा आ गया। मालरोड पर व बार्लोगंज में दुकानों में पानी भर गया। बार्लोगंज में पुष्ता व पहाड़ी दरकने से एक भवन को खतरा पैदा हो गया। पहली ही बरसात से मसूरी मंे बारिश से भारी नुकसान हुआ है। पिक्चर पैलेस किंक्रेग मार्ग पर रात को हुई भारी बारिश में रास्ते में खड़ी दो कारे मलवे में दब गयी। देर रात मसूरी देहरादून मार्ग रात साढे़ दस बजे भटटा गांव के बड़े मोड़ पर एक बड़ा पेड़ गिरने से मार्ग बंद हो गया। स्थानीय लोगों ने आने जाने वाले वाहनों को झड़ीपानी चूनाखाला मार्ग से निकलवाया। देररात एसडीएम को फोन से सूचना दी लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। कोतवाल ने ढाई बजे रात को जेसीबी से रोड खुलवाई। केम्पटी रोड पर भी कई जगह मलवा आने से यमनोत्री गंगोत्री मार्ग बंद हो गया। जिसकी सूचना मिलने पर लोनिवि ने आठ घंटे की मशक्कत के बाद रोड खुलवाई गई इस दौरान सैकड़ो यात्री कई घंटे फंसे रहे। बारिश के कारण बार्लोगंज में अनिल गोदियाल के रामचंद्री डोभाल भवन को खतरा पैदा हो गया है। उनके भवन के नीचे बन रहे अवैध निर्माण की खुदाई के कारण पूरी पहाड़ी धंस रही है। बार्लोगंज के बाजार में नाला बंद होने से पानी भर गया व शैल गोयल, महेशचंद्र गोयल व बीपी टेलर की दुकानों में पानी भर गया व दुकान में रखा परचून सहित अन्य सामान खराब हो गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि मेरीविल स्टेट क्षेत्र में नालों को कब्जा कर बनाये गये मकानों के कारण सारा पानी बार्लोगंज में रोड पर बहने से यह नुकसान हुआ है। बारिष का पानी इतनी तेज था कि क्रिश्चन विपेज निवासी अशोक पानी में बहने लगा तो बार्लोगंज निवासी दिनेष ने उसे किसी तरह पकड़ कर बचा लिया। मालरोड पर कुलड़ी क्षेत्र में भी दुकानों व मकानों में पानी घुस जाने से लोगों की दुकानों व घरों में नुकसान हुआ है।
पर्यटकों के वाहनों से निकाली हवा, हंगामा
मसूरी, 7 जुलाई (निस)। लाइब्रेरी चैक पर पर्यटकों के सात वाहनों की पुलिस कर्मियों द्वारा हवा निकालने पर जहां जाम लग गया। लाइब्रेरी चैक पर दिल्ली व पंजाब से आये पर्यटकों ने गांधी चैक पर अपने सात वाहन खड़े कर दिए व नाष्ता करने चले गये। जिस पर पुलिस ने वाहनों की हवा निकाल दी। जब पर्यटक आये तो गाडि़यों की हवा निकालने पर हंगामा खड़ा कर दिया। जब उन्हें पता चला कि पुलिस कर्मियों ने वाहनों की हवा निकाली तो पूरा पर्यटक परिवार पुलिस कर्मियों पर बरस पड़ा। पुलिस द्वारा काफी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन पर्यटक नहीं माने। पर्यटकों का कहना था कि अगर नो पार्किंग है तो चालान करना चाहिए हवा निकालना समस्या का हल नही है। दिल्ली से आये पर्यटक सचिन नायर व पंजाब से आये पर्यटक सौरभ गुप्ता का कहना था कि यहां न तो कोई नो पार्किंग का बोर्ड लगा है और न ही पहले पुलिस कर्मियों ने गाड़ी खड़ी करने से रोका, जिस पर सभी लोग नाष्ता करने चले गये। लेकिन जब लौट कर आये तो देखा कि वाहनों की हवा निकाल रखी है तथा दो गाडि़यों की तो चारो टायर की हवा निकाली गई। बाद में जब पुलिस कर्मी आये व वाहनों से जाम लगने लगा तो कहने लगे कि गाडि़या हटाओ जिस पर पर्यटक भड़क गये। हंगामा बढते देख पुलिस ने जाम लगने पर आने जाने वाले वाहनों को हटाना शुरू किया तो जिन गाडियों की हवा निकाली गई उनके साथ आई महिलाये वाहनों के आगे खड़ी हो गई व वाहनों को नहीं जाने दिया। पुलिस द्वारा उनको हटाने का प्रयास करने पर वह सड़क के बीच में बैठ गई। बाद में वरिश्ठ उपनिरीक्षक आरएस खोलिया के आने व उनके द्वारा पर्यटकों को समझाने व पुलिस की गलती स्वीकारने के साथ ही गाडि़यों में हवा भरवाने के आश्वासन पर जाम खोला गया।
ताजमहल का ठेका नाटक का मंचन
रुद्रपुर, 7 जुलाई (निस)। सांस्कृतिक संस्था शैलनट के तत्वावधन में नाटक ताजमहल का ठेका का मंचन किया गया। यह नाटक भ्रष्टाचार, अवसरवादिता और सरकारी कार्यप्रणाली पर गहरा कटाक्ष करता है। नाटक का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मुख्य अतिथि पवन अग्रवाल ने किया। अध्यक्षता शक्ति प्रसाद ने की। संस्था अध्यक्ष हेमपंत ने आभार व्यक्त किया जबकि संचालन मदन मोहन बिष्ट ने किया। मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने कहा कि फिल्मी पर्दे व ग्लैमर ने लोककलाओं और लोक संस्कृति को प्रभावित किया है लेकिन थियेटर उसे संरक्षण देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि शैलनट संस्था सांस्कृतिक, कला, साहित्य के क्षेत्रा में सराहनीय कार्य कर रही है। डा. डीएन भट्ट ने कहा कि रंगमंच व्यक्ति के गुणों को निखारने में अहम भूमिका निभाता है। नाटक के निर्देशक सुबीर गोस्वामी ने बताया कि अजय शुक्ला द्वारा लिखित ताजमहल का टेंडर मूल नाटक है जिसे ताजमहल का ठेका नाम देकर समसामयिक मुद्दों को जोड़ा गया है। संस्था के नये कलाकारों ने 25 दिन में नाटक तैयार किया है जोकि रोचक है और समाज में जागरूकता पैदा करता है। नाटक ने जबरदस्त समां बांध दिया। नाटक में गीत संगीत का भी समावेश किया गया है। मुख्य भूमिका में रूपेश कुमार सिंह, संदीप सिंह, आबिद सिद्दीकी, जुगल पंत, विजय गुप्ता, रिम्पी सैनी, सुधांशु पटवाल, रवि सरकार, नेहा राणा थे। इसके अलावा सन्नी पाल, रितु मिश्रा, बेबी, नीटू,राशिद, कौशिक, यश नारंग, शौर्य, दिव्यांशु, प्रियांशु चैहान व उमेश ने भी उत्कृष्ट अभिनय किया। सह निर्देशन मोहित गाबा ने किया। इस दौरान हर्षवर्धन वर्मा, ज्योति गांध्ी, प्रेरणा गर्ग, मास्टर प्रताप, डा. डीएन भट्ट, राजीव शर्मा, पदमलोचन विश्वास, डा. दिनेश जोशी, डा. दिनेश पांडे, मुकेश चतुर्वेदी, डा. मनमोहन सिंह, गोपाल पटवाल, मुकुल, हरीश धने आदि थे।
सोना बरसा सकते है कई पर्यटक स्थल
नई टिहरी, 7 जुलाई (निस)। टिहरी जिले में पर्यटन की ही नहीं साहसिक खेलों की भी अपार संभावनाएं हैं। दुर्भाग्यवश अभी सरकारी नजरें इन पर पड़ी नहीं हैं। यदि यहां पर सुविधाएं दी जाएं तो पर्यटन से जिले में सोना बरस सकता है। लेकिन अभी तक ये स्थल विकास की राह जो रहे हैं। सरकार ने भी अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की है। जिले में सहस्त्रताल में तालों का ऐसा समूह है कि यहां आने वाले प्रकृति के इस अद्भुत नजारे से अभिभूत हो जाते हैं। बूढ़ाकेदार से यहां पैदल दूरी करीब 24 किमी है। मार्ग सही न होने के कारण यात्रियों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं मासरताल में आस-पास ही दो ताल हैं लेकिन यहां भी लोगों को इस बात का आश्चर्य होता है कि दोनों ही ताल आस-पास होने के बावजूद भी एक ताल का रंग नीला है तो दूसरे का मटमैला। यहां पर पर्यटन की अपार संभावाएं हैं लेकिन आज भी यह पर्यटक सुविधाओं से महरूम हैं। वहीं खतलिंग ग्लेशियर, पंवाली कांडा, बेलक में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यह स्थान ट्रैकिंग रूट के रूप में भी प्रसिद्ध हैं। इन स्थानों पर वर्ष भर में ट्रैकर्स आते हैं लेकिन उन्हें भी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
अभाविप का सदस्यता अभियान शुरू
पिथौरागढ़, 7 जुलाई (निस)। संगठन को मजबूत बनाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा सदस्यता अभियान की शुरूआत की। परिषद के पिथौरागढ़ कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभाग संगठन मंत्री मधुसूदन जोशी एवं जिला संयोजक हिमांशु वर्मा के द्वारा सदस्यता अभियान की शुरूआत की। इस दौरान दर्जनों युवाओं द्वारा परिषद की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने जहां अधिकाधिक संख्या में युवाओं को संगठन से जोड़ने की बात कही, वहीं संगठन मजबूती को भी हर सम्भव प्रयास करने की बात कही। कार्यक्रम में महेंद्र देऊपा, कुन्दन बोरा, हरीश मेहता, अमित तिवारी, अवस्थी, सुनील उपरारी, जीवन पाटनी, संदीप कोहली आदि अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
नैनबाग, 7 जुलाई (निस)। फुंके विद्युत मीटर बदलने के एवज में उपभोक्ताओं से धनराशि वसूले जाने से नाराज उपभोक्ताओं ने ऊर्जा निगम से ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विदित हो कि उपखंड चंबा के 33 केबी उपसंस्थान थत्यूड़ के तहत विभिन्न क्षेत्रों में जले हुए मीटर बदलने का कार्य ठेकेदारों से कराया जा रहा है। मीटर बदलने के नाम पर ठेकेदार प्रति मीटर उपभोक्ता से पांच सौ से हजार रुपये वसूल रहे हैं, जिसका उपभोक्ताओं ने विरोध करते हुए उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की है। उपभोक्ताओं का कहना है कि ठेकेदार मीटर बदलने पर जबरदस्ती पैसा ले रहा है, जो व्यक्ति पैसा नहीं दे रहा है उसका मीटर नहीं बदला जा रहा है। उपभोक्ताओं ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मांग पूरी न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
पहेली बना राफ्टिंग कैंप के कर्मचारी की गुमशुदगी
कोटद्वार, 7 जुलाई (निस)। जीएमवीएन के कौडियाला स्थित राफ्टिंग कैंप में कार्यरत चैलूसैण निवासी कर्मचारी ईश्वर सिंह बिष्ट का नौ माह बाद भी कोई पता नहीं लग पाया है। परिजन उसकी तलाश कर जहां थक चुके हैं, वहीं गुमशुदगी भी एक पहेली बनकर रह गयी है। गौरतलब है कि गत वर्ष अक्तूबर को सांय के समय जीएमवीएन की कौडियाला स्थित राफ्टिंग कंपनी में कार्यरत ईश्वर सिंह बिष्ट (32) पुत्र स्व. रतन सिंह बिष्ट संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। रात को खाना खाने के बाद वह अपने कुत्ते को लेकर टहलने के लिए निकला था। काफी देर बाद कुत्ता तो वापस आ गया, लेकिन वह नहीं लौटा। इस बारे में कंपनी के प्रबंधक वाईएस पुंडीर की ओर से मुनिकीरेती टिहरी गढ़वाल पुलिस को सूचना दी गई, वहीं यमकेश्वर की गेंडखाल राजस्व चैकी में भी गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। लापता कर्मी के भाई दीपक बिष्ट और धीरज का कहना है कि उसके साथियों से सख्ती से पूछताछ की जाए तो वे उसकी गुमशुदगी से पर्दा उठ सकता है।
एमएनए ने अतिक्र्रमणकारियों को दी चेतावनी
रुद्रपुर, 7 जुलाई (निस)। अतिक्रमण हटाने लिए प्रशासन एक बार फिर सख्त हो गया है। मुख्य नगर अधिकारी दीप्ति आर वैश्य ने सोमवार को श्याम टाकीज रोड पर अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने की हिदायत दी। उन्होने कहा कि अतिक्रमणकारी खुद अपना अतिक्रमण हटा लें अन्यथा जेसीबी मशीन के जरिये ध्वस्त कर दिया जायेगा। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव से पूर्व जिलाधिकारी डा. पंकज पांडे के निर्देशों के उपरान्त एमएनए दीप्ति आर वैश्य के नेतृत्व में दुकानों के बाहर बने नालों पर रखे स्लैबों को ध्वस्त करने का अभियान चलाया गया था जो मुख्य मार्केट, सिब्बल सिनेमा रोड सहित कई स्थानों पर चला था। पंचायत चुनाव समाप्त होने पर अब एमएनए दीप्ति ने इसकी कमान फिर अपने हाथों संभाल ली उन्होंने वार्ड नं. 18 रविन्द्रनगर से बृहस्पतिदेव मंदिर तक के दोनों ओर के दुकानदारों को स्पष्ट हिदायत दी कि सायं तक नालों के ऊपर किया गया अतिक्रमण हटा लिया जाये अन्यथा उसे ध्वस्त कर दिया जायेगा। इस दौरान नगर निगम कर्मी भी मौजूद थे।



कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें