- हर गांव में 5 चापाकल लगें, 40 परिवारों पर एक स्कूल खुलेगा
दानापुर। सूबे के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जोड़ीदार बनाने में लगे हुए हैं। कहते हैं कि वे खुद कार्यापालिका को और बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी विधायिका को देख रहे हैं। तीसरे जोड़ीदार की खोज जारी है। जो न्यायापालिका में कार्य कर सकें। हम चाहते हैं कि तीन जोड़ीदारों के बल पर वंचित समुदाय के हितार्थ शानदार कार्य कर सकें।
आज रविवार को दलित अधिकार मंच,बिहार,पटना के तत्तावधान में महादलित समारोह मनाया गया। इसका उद्घाटनकर्ता जीतन राम मांझी, मुख्यमंत्री,बिहार और मुख्य अतिथि उदय नारायण चैधरी, अध्यक्ष, बिहार विधान सभा थे। अध्यक्षता बाबू लाल मांझी और संचालन नरेश मांझी ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर दलितों की जनसंख्या को सही ढंग से सर्वें कराया गया। तब हम 25 प्रतिशत हो जाएंगे। इतनी जनसंख्या अन्य जातियों की नहीं है। तब दलित ही मुख्यमंत्री होंगे। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अथवा बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी हो सकते हैं! एक दिन क्षुद्र जातियों का ही राज आ जाएगा! इसी सिलसिले में कहा कि सर्वें करने आने वाले लोगों को निःसंकोच होकर पेट में पलने वाले शिशु का भी सर्वें करा लें। हमलोग अभी 16 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अब नगर निगम कार्य क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वासगीत पर्चा मिलेगा। केवल जरूरी है कि 12 साल से अधिक दिनों तक रहे। यह सवाल उठाया कि क्या एसटी/एससी उजड़ने के लिए नहीं बने हैं! ठसको लेकर कहा कि आवासीय प्रमाण-पत्र मांगने वालों को पहले वासगीत पर्चा निर्गत करें। वासगीत पर्चा विशुद्ध महिलाओं के नाम से जारी किया जाएगा। इसी तरह इन्दिरा आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में और अरबन एरिया में राजीव आवास योजना से बहुमंजिला भवन बनेगा। नौकरशाहों की कंजूसी का पर्दाफास करते हुए कहा कि काफी कम संख्या में प्रोजेक्ट बनाते हैं। ऐसे लोग कहते हैं कि धनराशि नहीं है। साहब आप प्रोजेक्ट बनाएं। अगर धनराशि बाधा बनती है। तो खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घर के सामने धरना देंगे और उनसे धनराशि विमुक्त करने की मांग करेंगे।
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि अंधविश्वास के घेरे से निकले। बीमार पड़ने से सीधे सरकारी अस्पतालों में जाएं। सारी व्यवस्था दुरूस्त हो गयी है। झोलाछाप और सिर हिलाने वाले भगत और भक्तिनी के चक्कर में नहीं पड़े। 30 रू. में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट कार्ड भी बन रहा है। 534 प्रखंडों में व्यवस्था की जा रही है। इसे वार्ड स्तर तक पहुंचाया जाएगा। आरंभ में लोग 125 साल तक जीते थे। इसमें गिरावट आने के बाद 65 साल तक जीते हैं। अब तो मुसहर समुदाय 45 साल तक ही जीते हैं। शराब को छोड़ने पर बल दिया। मेहनतकंश लोगों से कहा कि दवा के रूप में दारू का सेवन करें। दारू के बदले पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। एक गांव में 5 चापाकल लगेगा। कौशलता लाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। मनचाहे हुनर प्राप्त कर सकते हैं। बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजें। सरकार मिड डे मील, पोशाक,किताब,छात्रवृति आदि मुहैया करती है। अब 40 परिवारों के ऊपर एक स्कूल खोलने का आदेश दिया गया है। इससे लाभ उठाने का आह्वान किया।
आलोक कुमार
बिहार

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें