आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से शनिवार को मुलाकात की और एक स्मारपत्र सौंपकर उनसे राष्ट्रीय राजधानी में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की। फरवरी 2014 में केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद से दिल्ली विधानसभा को निलंबित रखा गया है।
आप द्वारा राष्ट्रपति को सौंपे गए पत्र में कहा गया है, "मीडिया की खबरों में कहा जा रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने हाल ही में आपको एक रिपोर्ट भेजकर आपसे सबसे बड़ी पार्टी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने की सिफारिश करने को कहा है। सरकार बनाने के लिए इस तरह की सिफारिश दलबदल और विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने वाला होगा।"
गुप्त मतदान के जरिए मुख्यमंत्री का चुनाव कराए जाने की भाजपा की दलील पर भी केजरीवाल ने आपत्ति जताई और कहा कि यह संभव नहीं है। दिल्ली विधानसभा में भाजपा-आकालीदल के 29 और आप के 27 विधायक हैं। केजरीवाल को अंदेशा है कि बहुमत जुटाने के लिए भाजपा अन्य दलोंके विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सकती है।

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