पाकिस्तान के स्वात जिले में 2012 में शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई और उसके दोस्तों पर हमला करने वाले तालिबान के आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सेना ने शुक्रवार को यह घोषणा की। तालिबानी हमले के बाद मलाला बच गई और बच्चों की शिक्षा के लिए संघर्ष करने वाली वैश्विक चेहरा बनकर उभरीं।
समाचार चैनल जियो न्यूज ने पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर के महानिदेशक मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा के हवाले से कहा कि मलाला पर हमला करने वाला 10 सदस्यों वाला आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि मलकांड के इन आतंकवादियों के निशाने पर 22 अन्य लोग भी थे। सभी आतंकवादियों को आतंकवाद निरोधी अदालत में पेश किया जाएगा। बाजवा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को देश के राजनीतिक संकट से जोड़ना सही नहीं है। सेना ने लोकतंत्र और संविधान के समर्थन में अपना रुख पेश किया था।

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