कृषि के क्षेत्र में मध्य प्रदेश देश का अगुआ है-मुख्यमंत्री
- कृषि महोत्सव से खेती में होगा क्रांतिकारी परिवर्तन-मुख्यमंत्री
पन्ना 12 सितंबर 14/वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने कृषि महोत्सव के संबंध में निर्देश दिए। महोत्सव 25 सितंबर से आरंभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि महोत्सव से प्रदेश की खेती में क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। यह केवल एक कार्यक्रम नही संकल्प है। मध्य प्रदेश कृषि के क्षेत्र में देश का अगुआ हैक्। हमने लगातार राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार जीता। इसके बावजूद कई फसलों में प्रति हेक्टेयर उत्पादकता प्रदेश में राष्ट्रीय सतर से कम है। इसे बढाना आवश्यक है। खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के संकल्प के तहत लगतार प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आजीविका का आधार खेती है। किसानों को आधुनिक तकनीक की जानकारी दें। कृषि महोत्सव के तहत गांव-गांव कृषि क्रांति रथ पहुंचेंगे। इनके माध्यम से कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी, मछली पालन, मुर्गी पालन तथा सहकारिता की योजनाओं का प्रचार- प्रसार करें। रथ जिस गांव में रूके वहां किसान संगोष्ठी आयोजित करें। इसीदिन ग्राम सभा की विशेष बैठकें आयोजित करें। रथ के गांव में भ्रमण का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। ग्राम पंचायत सचिव, कोटवार तथा पटवारी को इसकी जिम्मेदारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों को 2187 करोड का बीमा लाभ मिला है। प्रदेशभर में 17 सितंबर को समारोहपूर्वक कृषि बीमा से लाभान्वित किसानों को बीमा प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। इस समारोह में प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्री, संासद विधायक तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। कृषि महोत्सव में भी मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, मंत्रीगण जिलों का भ्रमण करेंगे। सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी इसमें आमंत्रित करें। कृषि महोत्सव को जन आन्दोलन बनाएं। कृषि क्रांति रथ के माध्यम से प्रत्येक किसान को निःशुल्क खसरा का वितरण कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक ग्राम को इकाई मानकर ग्राम कृषि योजना बनाएं। इसमें कृषि में सुधार, सिंचाई, खाद के उपयोग, जल संरक्षण, बीज प्रतिस्थापन, जैविक खेती, मिट्टी परीक्षण, उद्यानिकी तथा पशुपालन को शामिल करें। कृषि महोत्सव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों तथा प्रत्येक जिले में तीन-तीन गांवों को पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कश्मीर में आयी भयानक बाढ से पीडितों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने बाढ पीडितों की हर संभव सहायता करने की अपील की। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से कलेक्टर आर.के. मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा अन्य अधिकारियों ने इसमें भाग लिया।
जिले में अब तक 652.1 मि.मी. वर्षा दर्ज
पन्ना 12 सितंबर 14/जिले में सितंबर माह में गत एक सप्ताह से रूक रूक कर वर्षा का क्रम जारी है। जिले मेें एक जून से अब तक 652.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। इस संबंध में अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि तहसील पन्ना में 875.7 मि.मी., गुनौर में 510.3 मि.मी. पवई में 663 मि.मी. शाहनगर में 653.5 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 558.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि मेें जिले में 1307.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिसमें तहसील पन्ना में 1467.5 मि.मी., गुनौर में 1484 मि.मी., पवई में 1029 मि.मी., शाहनगर में 994.2 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 1561 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में 12 सितंबर को तहसील गुनौर में 52 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई।
छात्रों को दिया गया उद्यानिकी नर्सरी का प्रषिक्षण
पन्ना 12 सितंबर 14/कृषि महाविद्यालय रीवा के छात्र ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के तहत 6 माह के प्रायोगिक कार्य सीखने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना आए है। संस्था प्रमुख डाॅ. बी.एस. किरार व डाॅ राजीव सिंह प्रभारी रावें छात्र के दिषा निर्देषन में उद्यानिकी विषय पर प्रषिक्षण एवं प्रायोगिक कार्य का अध्ययन कराया गया। श्री ए.के. पाण्डेय प्रभारी उद्यानिकी नर्सरी जनकपुर द्वारा उद्यानिकी फसलों की जानकारी दी गई। उद्यानिकी फसलों की नर्सरी कैसे तैयार करें, पौधे की जड स्टाक स्वस्थ एवं रोग मुक्त रहें। श्री पाण्डेय द्वारा प्रायोगिक अध्ययन के तहत आम, अमरूद, व नीबू में ग्राफ्टिंग, बडिंग एवं गुटी कैसे किया जाये कि आसानी से अधिक अधिक उच्च गुणवत्ता युक्त पौधा तैयार किया जा सके। प्रषिक्षण का मुख्य उद्वेष्य था कि इच्छित रावें के छात्र अपनी पढ़ाई पूर्व करने के पष्चात् उद्यान नर्सरी तैयार कर रोजगार सृजित कर सकते है। फसल के विभिन्न उन्नत किस्मों का विकास देष के कोने-कोने में हुए जहां से केवल एक या दो पौधा लाकर तैयार कर लें और यह पौधा मादा पौधें के रूप मे पड़ा रहेगा। उस पौधे से लगभग 500 पौधे प्रति वर्ष पौधा तैयार कर धन अर्जित किया जा सकता है। उन्नत तकनीक से तैयार उद्यानिकी फसलों का यदि कृषकों द्वारा रोपण कार्य किया जायेगा तो अधिक से अधिक उत्पादन के साथ-साथ उच्च गुणवत्तायुक्त फल प्राप्त किया जा सकता है। जिसका बजार मूल्य अच्छा प्राप्त होगा और कृषक अर्थिक रूप से मजबूत होगा। प्रषिक्षण रावें छात्र नरेन्द्र गुर्जर, अरूण यादव, अजय पटेल, हेमराम किरार, देवेन्द्र विरला, मोहन राठौर आदि छात्र उपस्थित रहे।
विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं का हुआ युक्तियुक्तिकरण
पन्ना 12 सितंबर 14/प्रदेश में पूर्व से संचालित विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं का युक्तियुक्तिकरण कर दिया गया है। अब विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं का लाभ तीन नवीन स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से मिल सकेगा। इन योजनाओं में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना लागू की गई है। प्रदेश में राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, दीनदयाल रोजगार योजना, रानी दुर्गावती अजा/अजजा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री पिछडा वर्ग एवं अल्प संख्यक वर्ग स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक विकास योजना, अन्त्योदय स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री कारीगर स्वरोजगार योजना, माटीकला योजना, टंट्या भील स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री साईकिल रिक्शा चालक योजना, मुख्यमंत्री हांथ ठेला चालक योजना, मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर कल्याण योजना, मुख्यमंत्री केशशिल्पी आदि स्वरोजगार योजनाओं के स्थान पर वर्तमान में तीन योजनाएं लागू की गई है। उपरोक्त सभी स्वरोजगार योजनाओं का लाभ वर्तमान में लागू की गई योजनाओं के माध्यम से लिया जा सकता है। इन तीनों योजनाओं का संचालन जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा किया जा रहा है। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र एल.एन. श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि जिले में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना क्षेत्र में 10 लाख से एक करोड के उद्योग सेवा क्षेत्र के 23 प्रकरण तैयार कर बैंकों को भेजे गए है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 20 हजार से 10 लाख तक के 450 प्रकरण तैयार कर विभिन्न बैंकों को प्रेषित किए गए है।
फाइलेरिया उन्मूलन में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण-कलेक्टर
- कृषि महोत्सव से किसानों को किया जाएगा जागरूक-कलेक्टर
पन्ना 12 सितंबर 14/जिला पंचायत सभागार में आयोजित पत्रकारवार्ता में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने 14 सितंबर को चलाए जा रहे फाइलेरिया अभियान तथा कृषि महोत्सव की जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश के 7 फाइलेरिया प्रभावित जिलांे में पन्ना शामिल है। इसमें 14 सितंबर को अभियान चलाकर सभी को फाइलेरिया रोधक गोली खिलाई जाएगी। इसके लिए शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में 250 की जनसंख्या पर एक कर्मचारी तैनात किया गया है। पूरे जिले को 60 सेक्टरों में विभाजित करके अभियान की पूरी मानीटरिंग की जाएगी। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। हर व्यक्ति यदि फाइलेेरिया की दवा ले लेगा तो जिले से फाइलेरिया का खतरा समाप्त हो जाएगा। लोगों को जागरूक करने तथा फाइलेरिया की दवा अनिवार्य रूप से खाने में मीडिया सक्रिय भूमिका अदा करें। कलेक्टर ने कहा कि अभियान के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सभी पत्रकार साथी फाइलेरिया नियंत्रण अभियान के लिए सकारात्मक वातावरण का निर्माण करें। जन-जन तक संदेश पहुंचाकर ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकेगा। कलेक्टर ने कृषि महोत्सव की जानकारी देते हुए कहा कि जिले में 17 सितंबर को आयोजित समारोह में किसानों को एक करोड 40 लाख रूपये की बीमा राशि के प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। किसानों को जागरूक करने के लिए 25 सितंबर से 20 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव मनाया जाएगा। इसके तहत सभी विकासखण्डों में कृषि क्रांति रथ भ्रमण करेंगे। इनके माध्यम से कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सिंचाई, मछली पालन विभाग की योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाएगा। अभियान के तहत किसानों को निःशुल्क खसरा की नकल वितरित की जाएगी। खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए कृषि महोत्सव के तहत किसानों को प्रशिक्षण एवं अन्य सुविधाएं दी जाएगी। कृषि महोत्सव किसानों को जागरूक करेगा। यह एक बडा अभियान है। किसानों को जागरूक करने में पत्रकारगण सक्रिय भूमिका निभाएं। पन्ना जिले में उद्योगों का अभाव है। इस जिले का विकास कृषि तथा कृषि पर आधारित उद्योगों से ही होगा। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकतम किसानों को कृषि बीमा का लाभ दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। पत्रकारवार्ता में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने कहा कि अभियान के तहत दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रोगियों को छोडकर शेष सभी को दवा दी जाएगी। हल्का भोजन लेने के बाद दवा खिलाई जाएगी। जिले के लगभग 9 लाख लोगों को दवा खिलाने के लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं। यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। दवा यदि खाली पेट ले ली गई तो उल्टी अथवा खुजली जैसी शिकायत हो सकती है इसका कोई घातक असर नही है। दवा खाने के बाद किसी तरह की परेशानी होने पर उसके उपचार के लिए भी मोबाइल यूनिट तैनात रहेगी। अभियान के दौरान मीडिया को यदि किसी तरह की सूचना मिलती है तो तत्काल अवगत कराएं। मीडिया के सहयोग से ही फाइलेरिया नियंत्रण का अभियान सफल होगा। पत्रकारवार्ता में जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं, मलेरिया के स्लाइट की जांच, फाइलेरिया नियंत्रण की जानकारी दी गई। पत्रकारवार्ता में राष्ट्रीय कृषि बीमा के प्रावधानों, भूमि बंदोवस्त की कमियों के सुधार, कार्यालयों के निरीक्षण, भू-अर्जन की राशि के वितरण, किसानों के प्रशिक्षण, आत्मा परियोजना के कार्यो के संबंध में भी सुझाव दिए गए। इसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे, जिला मलेरिया अधिकारी ए.जी. बिन्चुनकर, उप संचालक कृषि आर.एस. सोलंकी, उप संचालक आत्मा परियोजना बी.एल. कुरील तथा पत्रकारगण उपस्थित रहे।



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