शिकायतों का तत्परता से करें निराकरण-श्री बालिम्बे
पन्ना 29 सितंबर 14/कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में अपर कलेक्टर चन्द्रशेखर बालिम्बे ने समय अवधि पत्रों के निराकरण तथा विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जन निवारण प्रकोष्ठ, जन सुनवाई, जनप्रतिनिधियों तथा मुख्यमंत्री हेल्पलाईन से प्राप्त शिकायतों का तत्परता से निराकरण करें। लगातार निर्देश देने के बावजूद कई अधिकारियों के पास बडी संख्या में पत्र लंबित है। इनका निराकरण करके प्रतिवेदन हर सप्ताह प्रस्तुत करें। अपर कलेक्टर ने कहा कि आगामी दो अक्टूबर को विशेष स्वच्छता अभियान आरंभ हो रहा है। सभी कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय के साफ सफाई तथा अभिलेखों को व्यवस्थित करें। कार्यालय की अनुपयोगी सामग्री का अपलेखन कराए। विभागीय योजनाओं की प्रगति पर विशेष ध्यान दें। वर्तमान वित्तीय वर्ष के 6 माह पूरे हो गए हैं। योजनाओं के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करें। विकेन्द्रीकृत नियोजन के लिए प्रस्तावित वार्षिक कार्ययोजना आॅनलाईन दर्ज कराएं। इसी के आधार पर आगामी वार्षिक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी तथा जिला समन्वयक शिक्षा मिशन कक्षा एक में दर्ज सभी पात्र विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र तैयार करने के लिए एक सप्ताह में आवेदन लोक सेवा केन्द्रों में दर्ज कराएं। पर्याप्त आवेदन प्राप्त न होने के कारण कई पात्र विद्यार्थी प्रमाण पत्र प्राप्त करने से वंचित है। उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि क्रांति रथ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी विकासखण्डों में भ्रमण कर रहे हैं। इनमें तैनात अधिकारी और कर्मचारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। इनके द्वारा की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन प्रतिदिन प्रस्तुत करें। विशेष स्वच्छता अभियान तथा विश्व हांथ धुलाई दिवस की भी पूरी तैयारी करें। जिन कार्यालयों के प्रकरण न्यायालय में लंबित है उनका जबावदावा समय पर दाखिल कराएं। उन्हांेने कहा कि कई पात्र हितग्राहियों कोे खाद्यान्न पर्ची प्राप्त नही हुई है। खाद्य अधिकारी इन्हें खाद्यान्न पर्ची उपलब्ध कराएं। पर्ची के बिना भी इन्हें आवंटित खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित कराएं। बैठक में सभी एसडीएम तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला कृषि ग्रामीण विकास बैंक का 509 लाख का बजट पारित
पन्ना 29 सितंबर 14/जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक पन्ना की 45वीं वार्षिक साधारण सभा की बैठक गत दिवस आयोजित की गई। बैठक में वर्ष 2015-16 के लिए 509.65 लाख का बजट अनुमोदित किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सहायक पंजीयक जी.एस. आठिया ने कहा कि संभाग में जिला कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की स्थिति बेहतर है। बैंेक लंबित ऋण की वसूली के लिए अभियान चलाए। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए ऋण एवं उसकी वसूली का कार्यक्रम तय करें। गत फसल में अधिक वर्षा का प्रकोप होने से गेंहू एवं चने की फसल प्रभावित हुई थी। वर्तमान में पर्याप्त वर्षा न होने से धान तथा सोयाबीन की फसल पर बुरा असर पडा है। इनकी तुलना में तिलहन और दलहन की फसलें ठीक है। किसानों की स्थिति को ध्यान में रखकर वसूली की कार्यवाही करें। बैठक में बैंक महाप्रबंधक एस.बी. वरसैया ने बैंक वार्षिक गतिविधियों, योजनाओं की प्रगति तथा बजट की जानकारी दी। बैठक में श्री राजेन्द्र दुबे, श्री रामऔतार उपाध्याय, रणमत सिंह, युवराज सिंह तथा आमसभा के सदस्य उपस्थित रहे।
मातृ तथा शिशु मृत्यु की घटनाओं की पूरी जानकारी देगा जीआईएस-कलेक्टर
- जीआईएस से प्राप्त सूचनाओं पर तत्काल करें कार्यवाही-कलेक्टर
पन्ना 29 सितंबर 14/जिला चिकित्सालय के आईपीडीपी सभागार में आयोजित बैठक में मातृ एवं शिशु मृत्युदर पर नियंत्रण के लिए जीआईएस आधारित तकनीक के पायलट प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने कहा कि पन्ना जिले की मातृ तथा शिशु मृत्युदर अन्य जिलों की तुलना में अधिक है। इसे नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अभी वर्ष में केवल एक बार सर्वेक्षण होने के बाद इसके संबंध में आंकडे प्राप्त होते हैं। पायटल प्रोजेक्ट लागू होने के बाद जीआईएस से प्रतिदिन मातृ तथा शिशु मृत्युदर की जानकारी प्राप्त होगी। इससे प्राप्त सूचनाओं का तत्काल विश्लेषण करके 24 घण्टे के भीतर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को एमपी टास्ट द्वारा इसके लिए सहयोग दिया जा रहा है। एमपी टास्ट जिला के साथ साथ विकासखण्ड स्तर पर जीआईएस से प्राप्त सूचनाओं के विश्लेषण के लिए विशेषज्ञ तैनात करें। हमें लगातार सूचनाएं प्राप्त होने के बाद भी अगर उन पर सही कार्यवाही नही हुई तो लक्ष्यों की पूर्ति नही होगी। जिस गांव अथवा वस्ती से शिशु अथवा माता की मृत्यु की सूचना प्राप्त होती है वहां की वास्तविक स्थिति तथा संसाधनों की पूरी जानकारी जीआईएस पर रहेगी। इसमें सूचना देने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकर्ता के साथ साथ ग्राम पंचायत सचिव तथा कोटवार को भी जोडें। नये सिस्टम के लागू होने के बाद प्रतिदिन दर्ज मृत्यु की घटनाओं का विश्लेषण करके हर सप्ताह समीक्षा की जाएगी। इसकी पूरी रिपोर्ट प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को हर माह भेजी जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी देते हुए एमपी टास्ट के टीम लीडर डाॅ. एस. कृष्णास्वामी ने कहा कि पन्ना जिले में शिशु तथा मातृ मृत्युदर की प्रत्येक घटना दर्ज करना एवं उसके आधार पर आवश्यक कार्यवाही करना इसका उद्देश्य है। इसके संबंध में प्राप्त प्रत्येक सूचना आॅनलाईन दर्ज की जाएगी। इसे जिला, संभाग तथा भोपाल स्तर पर देखा जा सकेगा। इसके लिए अक्टूबर माह में निःशुल्क टेलीफोन सुविधा भी शुरू की जा रही है। भौगोलिक सूचना प्रणाली जीआईएस में दर्ज सूचना का तत्काल विश्लेषण किया जाएगा। कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट पन्ना जिले मंे लागू किया गया है। जीआईएस से अब प्रतिदिन मातृ एवं शिशु मृत्युदर की सूचना प्राप्त होगी। उसके कारण तथा निदान के लिए तत्काल कार्यवाही की जाएगी। पन्ना जिले की स्थिति में काफी सुधार हुआ है लेकिन वर्ष में केवल एक बार सर्वे होने के कारण अभी आंकडों में परिवर्तन नही हुआ है। कार्यक्रम में एमपी टास्ट के जीआईएस प्रभारी डाॅ0 राहुल देव भवसार ने कहा कि जीआईएस से प्राप्त जानकारी को एमसीटीसीएस में दर्ज किया जाएगा। इसे लागू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जीआईएस की सूचनाओं को आधार कार्ड तथा गांव के यूनिक नम्बर से जोडा जाएगा। मातृ तथा शिशु मृत्युदर की प्राप्त सभी सूचनाओं का एमपी टास्ट द्वारा विश्लेषण किया जाएगा। आगामी 6 माह तक लगातार जानकारियां दर्ज की जाएगी। हर माह इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी। इसके माध्यम से शिशु मृत्यु के कारणों की पूरी जानकारी प्राप्त होगी। यदि किसी गांव विशेष अथवा क्षेत्र विशेष में शिशु तथा मातृ मृत्यु की अधिक घटनाएं हो रही है तो उसे भी इससे जाना जा सकेगा। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य शिशु तथा मातृ मृत्यु की प्रत्येक घटना को अनिवार्य रूप से दर्ज करके उसे रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही करना है। कार्यक्रम में कार्यपालन यंत्री पीएचई के.पी. वर्मा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी नयन सिंह, सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सकगण, एम.पी. टास्ट के जिला प्रतिनिधि आलोक सिंह उपस्थित रहे।
गांधी जयंती पर चलाए व्यापक स्वच्छता अभियान-कलेक्टर
पन्ना 29 सितंबर 14/कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर गांधी जयंती को जिले के सभी नगरीय निकायों में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाएं। इसके लिए शासन द्वारा निर्धारित समय सारणी के अनुसार समस्त कार्यवाहियां सुनिश्चित करें। स्वच्छता कार्यक्रम का समापन 19 नवंबर को किया जाएगा। इस अवधि में विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं। अभियान के दौरान नगर के प्रमुख चैक, सडकों, कार्यालय परिसर, शाला, आंगनवाडी केन्द्र, अस्पताल तथा पार्को की विशेष तौर पर साफ सफाई कराएं। इसके साथ साथ प्रत्येक वार्ड में सफाई का अभियान चलाएं। नगर के मंदिरों, तालाबों तथा बस स्टैण्ड पर भी विशेष साफ सफाई की जाए। कलेक्टर ने कहा कि समग्र स्वच्छता की चिंता देश के प्रधानमंत्री तथा प्रत्येक मुख्यमंत्री कर रहे है। आगामी दो अक्टूबर को जिला स्तरीय समारोह गांधी चैक में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों तथा नगर के सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करें। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करके स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। यह केवल औपचारिक रूप से झाडू लगाने का कार्यक्रम नही है। इसमें कार्यालय, सडकों, तालाबों तथा चैराहों की साफ सफाई विशेष तौर पर कराएं। प्रत्येक मुख्य नगर पालिका अधिकारी इसके लिए आज ही माहभर की कार्ययोजना तैयार कर लें। अभियान से लोगों को जोडने के लिए व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें। कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छता अभियान को सफल बनाने में प्रत्येक वर्ग का सहयोग प्राप्त करें। नगर को साफ सुथरा रखना सबकी जिम्मेदारी है। नगर में घर घर से कचरा संग्राहित करने की प्रणाली को प्रभावी बनाएं। बैठक में परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण प्रमोद पाठक ने विशेष स्वच्छता अभियान के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुधाकर सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान 3 से 9 अक्टूबर तक सभी वार्डो मंें विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए वार्डवार समितियां गठित कर दी गई है। बैठक में सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना की कार्यशाला सम्पन्न
पन्ना 29 सितंबर 14/प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना की एक दिवसीय कार्यशाला गत दिवस जिला पंचायत सभागार मंे आयोजित की गई। कार्यशाला में गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा पर पूरा करने के संबंध में चर्चा की गई। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक एस.सी. साहू ने कहा कि सडक प्रत्येक देश में विकास की वाहक है। ग्रामीण क्षेत्रों में सडक की सुविधा हो जाने से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार तथा कृषि में सुधार होता है। एक सडक बन जाने से संभावनाओं के कई द्वार खुलते हैं। सडकों के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। इसमें उपयोग की जाने वाली निर्माण सामग्री का प्रयोग शाला में नियमित परीक्षण करें। अमानक सामग्री का उपयोग होने पर उसे तत्काल रोके। कार्यशाला मंे सडक निर्माण के तकनीकी पक्षों की जानकारी दी गई। इसके बाद कार्यशाला मंे शामिल इंजीनियरों को देवेन्द्रनगर, सलेहा सडक निर्माण पर ले जाकर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें सडक की माप, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच के संबंध में जानकारियां दी गई। कार्यशाला मंे महाप्रबंधक पन्ना सी.एम. गुप्ता, सहायक प्रबंधक बी.के. ओमरे, सहायक प्रबंधक छतरपुर के.के. खरे, तकनीकी विशेषज्ञ शेखर गुप्ता, महाप्रबंधक पीआईयू छतरपुर एफ.जे. खान तथा प्रधानमंत्री ग्राम सडक परियोजना के पन्ना एवं छतरपुर जिलों के इंजीनियर उपस्थित रहे।



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