निठारी कांड में दोषी ठहराए गए सुरेंदर कोली को मेरठ जेल में संभवत: सोमवार को फांसी दी जा सकती है। कोली की दया याचिका राष्ट्रपति ठुकरा चुके हैं। यह जानकारी रविवार को मेरठ जेल के सूत्रों ने दी। कोली को गाजियाबाद जिले की डासना जेल से चार सितंबर को यहां स्थानांतरित किया गया है। डासना जेल में फांसी की सुविधा नहीं होने के कारण उसे यहां लाया गया है। अधिकारियों ने इससे पहले कहा था कि उसे सात सितंबर से 12 सितंबर के बीच कभी भी फांसी दी जा सकती है।
फांसी की सही तारीख को लेकर हालांकि जेल अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, सूत्रों ने संकेत दिया कि कोली को सोमवार सुबह 5:30 बजे फंदे पर लटकाया जा सकता है। मेरठ जेल के अधीक्षक एस. एम. रिजवी ने कहा कि कोली को फांसी देने के लिए हुक और रस्सी नैनी केंद्रीय कारा से लाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कोली को भी फांसी पर लटकाए जाने की सूचना दी जा चुकी है और जल्लाद पवन सिंह ने फांसी देने की जगह का मुआयना कर लिया है।
इस बीच कोली ने परिवार के लोगों से मुलाकात की अनुमति नहीं मांगी है। शनिवार को उसने डासना जेल में पहने गए कपड़े बदल लिए। अधिकारियों ने कहा कि उसका व्यवहार सामान्य है और वह केवल हां या ना में जवाब दे रहा है। पिछले दो दिनों से कोली ने जेल कर्मचारियों से कुछ भी नहीं मांगा है। शनिवार दोपहर वह 15 मिनट के लिए सेल से बाहर आया लेकिन एक शब्द भी नहीं बोला। उसने खाना खाया और फिर अपने सेल में चला गया।

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