पूर्वोत्तर भारत के वयोवृद्ध पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी जितेंद्र चंद्र पॉल ने राजधानी त्रिपुरा के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली। यह जानकारी शुक्रवार को उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने दी। पॉल (101) ने गुरुवार रात अंतिम सांस ली। पॉल के बेटे मानस ने बताया, "उन्हें वृद्धावस्था में होने वाली कई बीमारियां थीं। बाद में उन्हें प्रोस्टेट ग्रंथि में दिक्कतें पेश आईं। उन्हें यहां बी.आर. अंबेडकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया था।"
पॉल के पार्थिव शरीर को अगरतला प्रेस क्लब में रखा गया था, जहां त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार, सूचना एवं वित्त मंत्री भानुलाल साहा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता बिजन धर और गौतम दास, विपक्ष के नेता सुदीप रॉय बर्मन, पूर्व मुख्यमंत्री समीर रंजन बर्मन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुधींद्र दासगुप्ता और अन्य ने उन्हें श्रद्धांजलि अपर्पित की।
पॉल का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया। उन्होंने वर्ष 1954 में त्रिपुरा के पहले बांग्ला दैनिक समाचार पत्र 'जागरण' का प्रकाशन शुरू किया और 12 किताबें भी लिखीं थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें