जरूरत पड़ी तो बीजेपी-शिवसेना साथ आ सकती हैं: नितिन गडकरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 2 अक्टूबर 2014

जरूरत पड़ी तो बीजेपी-शिवसेना साथ आ सकती हैं: नितिन गडकरी

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में जरूरत पड़ने में शिवसेना और भाजपा फिर साथ आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य कांग्रेस-एनसीपी के शासन को उखाड़ फेंकना है और, हम और शिवसेना इसमें साथ हैं।

गडकरी ने कहना है कि हमारा शिवसेना से कोई टकराव नहीं है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर गठबंधन होता, तो अच्छा होता। गठबंधन के टूटने के सवाल के जवाब में गडकरी का कहना है कि शिवसेना ने 151 सीटें जीतने की उम्मीद में मुख्यमंत्री पद की घोषणा कर दी थी, इसलिए फैसला वापस लेना मुश्किल था।

भाजपा के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर जरूरत पड़े तब हम फिर साथ आ जाएंगे। हमारी शिवसेना से बातचीत होती रहती है। हम चुनाव के बाद साथ आ सकते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: